12वीं आर्ट्स टॉपर ने किया सुसाइड पीछे छोड़ गई कई सवाल अब कौन देगा जवाब
12वीं आर्ट्स टॉपर ने किया सुसाइड पीछे छोड़ गई कई सवाल अब कौन देगा जवाब
MP Board Topper Death News: मध्य प्रदेश बोर्ड 12वीं आर्ट्स विषय की टॉपर रही रीवा की एक होनहार लड़की ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी है. परिजन और दोस्तों को बिल्कुल अंदाजा नहीं है कि उसने ऐसा क्यों किया. लेकिन आगे कोई और बेटी या बेटा ऐसा न करे, इसकी कोशिश हम सभी कर सकते हैं.
नई दिल्ली (MP Board Topper Death News). मध्य प्रदेश के रीवा जिले में स्थित एक गांव में रहने वाली होनहार बच्ची ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी. यह बच्ची साल 2020 में एमपी बोर्ड 12वीं आर्ट्स स्ट्रीम की टॉपर थी. उस समय देशभर में इसकी चर्चा हुई थी. पूरे प्रदेश को इस पर नाज था. सभी इसकी तारीफें कर रहे थे. कल, 19 अगस्त को जब पूरा देश रक्षाबंधन का उत्सव मना रहा था, तब अवसाद में डूबी इस बच्ची ने अपनी जिंदगी खत्म कर ली.
रीवा जिले के तराई अंचल त्योंथर के चुनरी गांव की रहने वाली 22 वर्षीय खुशी सिंह ने कस्बे के शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय से 12वीं पास किया था. खुशी सिंह ने घर में आत्महत्या कर ली. इस दौरान उनके परिजन घर के ही दूसरे कमरे में थे. 20 अगस्त की सुबह जब वह अपनी बेटी के कमरे में गए तो उसे मृत हालत में देख उनके होश उड़ गए. इसके बाद किसी ने इसकी सूचना पुलिस को दी. पुलिस ने पंचनामा की कार्रवाई कर शव को पोस्टमार्टम के लिए हॉस्पिटल भिजवाया.
MP Board 12th Topper Death: आर्ट्स स्ट्रीम की टॉपर थी खुशी
खुशी सिंह ने 2020 में हुई एमपी बोर्ड की 12वीं क्लास की परीक्षा में पूरे राज्य में पहला स्थान हासिल किया था. उन्होंने 500 में से 486 अंक हासिल किए थे. तब समाज सेवियों के साथ ही जिला प्रशासन ने भी टॉपर बेटी को सम्मानित किया था. खुशी सिंह टीचर बनना चाहती थी. वह बच्चों को पढ़ा-लिखाकर अफसर बनना चाहती थी. वह अपने सपने पूरे करने से पहले हार गई. पुलिस की मानें तो खुशी सिंह पिछले करीब 15 दिनों से किसी बात को लेकर परेशान थी.
Suicide Symptoms: बच्चों में सुसाइड के लक्षण कैसे पहचानें?
यह आत्महत्या का पहला मामला नहीं है. इन दिनों आए दिन बच्चों के सुसाइड की खबरें मीडिया में छाई रहती हैं. कभी रिजल्ट बिगड़ने पर, कभी ब्रेकअप हो जाने पर, कभी ट्रोलिंग का शिकार होने पर, कभी परिजनों का दबाव बढ़ने पर बच्चे इस तरह के आत्मघाती कदम उठा लेते हैं. खुशी ने आत्महत्या क्यों की, यह तो जांच के बाद ही पता चलेगा. लेकिन यह समझ लें कि बच्चों में आत्महत्या के लक्षणों को पहचानना बहुत जरूरी है. जानिए कुछ सामान्य लक्षण, जो बच्चों में आत्महत्या का खतरा दर्शा सकते हैं-
1- मानसिक स्थिति में बदलाव: बच्चे की मानसिक स्थिति में बदलाव होने पर अलर्ट होने की जरूरत है. अगर बच्चा ज्यादा उदास, चिंता में डूबा हुआ दिखे या आक्रामक नजर आए तो उससे बात करें.
2- सामाजिक अलगाव: अवसाद की स्थिति में ज्यादातर बच्चे अपने दोस्तों और परिवार से अलगाव महसूस करने लगते हैं.
3- विचारों में बदलाव: बच्चे के विचारों में बदलाव, जैसे कि आत्महत्या के बारे में सोचते रहना या आत्महत्या के तरीकों के बारे में जानने की कोशिश करना. किसी और से इस टॉपिक पर बात करना.
4- व्यवहार में बदलाव: बच्चे के व्यवहार में अचानक बदलाव होना, जैसे आत्महत्या के लिए दवाइयां इकट्ठा करना या आत्महत्या के लिए एक योजना बनाना.
5- आत्मसम्मान में बदलाव: बच्चे का आत्मसम्मान कमजोर होना या उस पर चोट लगना. इससे वह अपने बारे में नकारात्मक सोचने लगता है.
6- स्कूल के काम में बदलाव: बच्चे के स्कूल के काम में बदलाव, जैसे कि ग्रेड में फर्क या स्कूल में गुमसुम रहना, स्कूल जाने से कतराना.
7- सोशल मीडिया एक्टिविटी में बदलाव: आज-कल हर कोई सोशल मीडिया पर एक्टिव रहता है. अगर बच्चा बिना किसी वजह से सोशल मीडिया से कटने लगे या विचारों के विरुद्ध कंटेंट पोस्ट करे तो उससे बात जरूर करें.
8- व्यक्तिगत समस्याएं: घर में लड़ाई या दोस्तों के साथ अनबन होने पर भी बच्चे परेशान रहने लगते हैं.
9- मेंटल हेल्थ की समस्याएं: बच्चे किसी भी उम्र के हों, अलग-अलग कारणों से वह अवसाद या चिंता से घिर सकते हैं.
10- आत्महत्या के पिछले प्रयास: क्या बच्चे ने पहले कभी आत्महत्या की कोशिश की है? अगर आपको इसकी जानकारी हो तो तुरंत किसी एक्सपर्ट से मदद लेकर उसकी काउंसलिंग करवाएं.
Mental Health Helpline Numbers: आत्महत्या का ख्याल आने पर क्या करें?
सुसाइडल थॉट्स यानी आत्महत्या का ख्याल आने पर व्यक्ति कभी-कभी खुद को बचाने की भी कोशिश करता है. स्ट्रेस या डिप्रेशन के लक्षण महसूस होने पर मदद के लिए कुछ एनजीओ या हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क कर सकते हैं-
1. लिव लव लाफ: 080-23655557
2. Free 24*7 Mental Health Helpline Number: 9999666555
3. KIRAN: 24/7 टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर 1800-599-0019
4. सुमैत्री: 011-23389090, 01146018404 और 9315767849
5. टेलीमानस: 1-8008914416 सोमवार से शुक्रवार (दोपहर 2 से रात 10 बजे तक और शनिवार-रविवार को सुबह 10 बजे से रात 10 बजे तक.
Tags: Mental Health Awareness, Mp board results, Mp news, Rewa News, Suicide CaseFIRST PUBLISHED : August 20, 2024, 15:27 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed