लगाना चाहते हैं UP में आम अमरूद या लीची का बाग यहां करें आवेदन!

जिला उद्यान अधिकारी पुनीत कुमार पाठक ने लोकल 18 को बताया कि बागवानी को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत किसानों को बाग लगाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है. किसान आम, अमरूद, लीची या ड्रैगन फ्रूट के अलावा फलदार पौधे लगा सकते हैं. जिसके लिए विभाग द्वारा राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत किसानों को अनुदान दिया जा रहा है.

लगाना चाहते हैं UP में आम अमरूद या लीची का बाग यहां करें आवेदन!
शाहजहांपुर : पिछले कुछ समय से किसानों का रुझान पारंपरिक खेती को छोड़कर बागवानी की ओर तेजी से बढ़ रहा है. बागवानी से किसानों को अन्य फसलों के मुकाबले अच्छा मुनाफा मिलता है. फल और सब्जियों की बाजार में हमेशा मांग रहती है. सरकार भी बागवानी को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं चला रही है. बागवानी में आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करने से उत्पादन भी बढ़ रहा है. एक बार बाग लगाने से किसानों को लंबे समय तक मुनाफा मिलता है. जिला उद्यान अधिकारी पुनीत कुमार पाठक ने लोकल 18 को बताया कि बागवानी को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत किसानों को बाग लगाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है. किसान आम, अमरूद, लीची या ड्रैगन फ्रूट के अलावा फलदार पौधे लगा सकते हैं. जिसके लिए विभाग द्वारा राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत किसानों को अनुदान दिया जा रहा है. शाहजहांपुर में किसानों में अमरूद की बागवानी करने को लेकर रुझान बढ़ा है. जिसके तहत विभाग द्वारा किसानों को अमरूद का बाग लगाने के लिए मदद की जा रही है. किसान उद्यान विभाग की मदद से अमरूद का बाग लगाना चाहते हैं तो वह अनुदान लेने के लिए पंजीकरण कर सकते हैं. इन दस्तावेजों की पड़ेगी जरूरत पुनीत कुमार पाठक ने लोकल 18 को बताया कि राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत किसान उद्यान विभाग की वेबसाइट या कार्यालय पहुंचकर आवेदन कर सकते हैं. आवेदन करने के लिए संबंधित खेत की खतौनी, किसान का आधार कार्ड, बैंक पासबुक और दो फोटो की आवश्यकता है. आवेदन पूरी तरह से निशुल्क है. आवेदन के बाद जिस किसान का चयन होता है, उसको प्रथम वर्ष 11738 रुपए का अनुदान दिया जाएगा. इसी तरह से दूसरे और तीसरे वर्ष भी किसान के खाते में अनुदान की राशि भेज दी जाएगी. इस विधि पर है खास फोकस पुनीत कुमार पाठक ने बताया कि किसानों को हाई डेंसिटी बाग लगाने के लिए जागरूक किया जा रहा है. हाई डेंसिटी पर पौधा लगाने से किसानों को कम क्षेत्रफल में अधिक उत्पादन मिलता है. इसके साथ ही बागवानी के साथ-साथ जल संरक्षण को लेकर भी काम किया जा रहा है. विभाग के द्वारा ड्रिप सिंचाई के लिए किसानों को प्रेरित किया जा रहा है. ड्रिप सिंचाई सिस्टम लगाने के लिए अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति के किसानों को 90% और सामान्य वर्ग के किसानों को 80% अनुदान दिया जा रहा है. Tags: Agriculture, Local18, Shahjahanpur News, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : September 11, 2024, 16:08 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed