झारखंड में अफीम तस्करों ने बनाया 7 जिलों का कॉरिडोर चौंकाने वाले हैं आंकड़े
झारखंड में अफीम तस्करों ने बनाया 7 जिलों का कॉरिडोर चौंकाने वाले हैं आंकड़े
Jharkhand News: यदि हम राज्य पुलिस के आंकड़े का नजर डालें तो हम आते हैं कि वर्ष 2019 से 2022 तक चतरा में सर्वाधिक 517 केस दर्ज हुआ. इस दौरान जमशेदपुर में 225, खूंटी में 251, रांची में 225, हजारीबाग में 189, गुमला 127, सरायकेला में 125 केस दर्ज किए गए. इन जिलों के अलावा राज्य के अन्य जिलों में पिछले 5 सालों में 2354 कैसे एनडीपीएस एक्ट के तहत दर्ज किया गया है.
रांची. झारखंड में नशे के कारोबार पर लगाम कसने को लेकर पिछले दिनों पुलिस मुख्यालय की समीक्षा बैठक हुई. इसमें अफीम की तस्करी से जुड़े सबसे अधिक मामले चतरा, जमशेदपुर, रांची, हजारीबाग, गुमला और सरायकेला में सामने आए. इन फीम तस्करी प्रभावित जिलों पर गौर करने से पता चलता है कि अफीम तस्करों ने वाकायदा एक कॉरिडोर बनाया है जिसके जरिए तस्करी का धंधा फल फूल रहा है.
यदि हम राज्य पुलिस के आंकड़े का नजर डालें तो हम आते हैं कि वर्ष 2019 से 2022 तक चतरा में सर्वाधिक 517 केस दर्ज हुआ. इस दौरान जमशेदपुर में 225, खूंटी में 251, रांची में 225, हजारीबाग में 189, गुमला 127, सरायकेला में 125 केस दर्ज किए गए. इन जिलों के अलावा राज्य के अन्य जिलों में पिछले 5 सालों में 2354 कैसे एनडीपीएस एक्ट के तहत दर्ज किया गया है. ये हैं राज्य के हॉटस्पॉट थाने
हॉटस्पॉट की रैंकिंग के हिसाब से चतरा सदर थाना सबसे अधिक प्रभावित है 5 सालों में कुल 118 केस दर्ज किए गए, कुंदा में 84, और लावालौंग में 73, गुमला थाना में 71, खूंटी के मारंगहादा में 62, सरायकेला की आदित्यपुर में 61, चतरा के वशिष्ठ नगर में 61, खूंटी के अड़की में 47, जमशेदपुर के मानगो में 47, सीतारामडेरा में 46, खूंटी के मुरहू में 42, रांची के सुखदेवनगर में 42, हजारीबाग के कटमसांडी में 41, चतरा के प्रतापपुर में 41, और हजारीबाग के चौपारण में 36 केस दर्ज किए गए. हाईकोर्ट ने भी लिया संज्ञान
झारखंड हाईकोर्ट में राज्य में ड्रग्स के कारोबार और अफीम की खेती पर गहरी चिंता जताई है. हाईकोर्ट में ड्रग कारोबार और अफीम की खेती पर रोकथाम के लिए केंद्रीय और राज्य की एजेंटीयों को संयुक्त रूप से अभियान चलाने को कहा है. दरअसल झारखंड के खूंटी जिले में अफीम के बड़े पैमाने पर खेती की रिपोर्ट पर हाईकोर्ट ने स्वतः संज्ञान देते हुए सुनवाई शुरू की. हाई कोर्ट ने इस मामले में राज्य के गृह सचिव, डीजीपी, सीआईडी के डीजी और नारकोटिक कंट्रोल ब्यूरो को प्रतिवादी बनाया है. अदालत ने सुनवाई के दौरान मौखिक रूप से कहा कि खूंटी जनजातीय बहुलवादी आबादी वाला जिला है और यहां से बड़े पैमाने पर अफीम उत्पादक की खबरें आ रही है. यह स्थिति किसी भी शब्द समाज के लिए स्वीकार नहीं है.
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Tags: Jharkhand news, Opium smuggling, Ranchi newsFIRST PUBLISHED : April 26, 2024, 14:42 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed