खतरे में मुरादाबाद की इन नदियों का अस्तित्व विलुप्त होने की कगार पर पहुंची
खतरे में मुरादाबाद की इन नदियों का अस्तित्व विलुप्त होने की कगार पर पहुंची
मुरादाबाद की यह दोनों नदियां अपना अस्तित्व खो चुकी हैं. वहीं इन नदियों पर कुछ दबंगों द्वारा भी अतिक्रमण कर लिया गया है. निर्मल जल की धारा को विलुप्त करने का प्रयास इन दबंगों द्वारा किया जा रहा है.
पीयूष शर्मा/ मुरादाबाद : जीवन दायिनी मानी जानी वाली कई नदियां मैली होने के साथ ही धीरे धीरे अपना अस्तित्व खो रही हैं. इन नदियों को बचाने और साफ रखने का जिम्मा भले ही सरकार का हो, लेकिन इनको बचाने के लिए लोगों को आगे आना पड़ेगा. अगर यह नदियां ऐसे ही दम तोड़ती रही. तो 1 दिन लोग पानी-पानी के लिए तरसने लग जाएंगे.
दो नदियों के बीच बसाया गया था मुरादाबाद
अगर हम बात मुरादाबाद की करें तो मुरादाबाद ऐसा शहर है, जो दो नदियों के बीच में बसाया गया था. एक तरफ रामगंगा नदी बहती है, तो दूसरी तरफ गागन नदी. इन दोनों ही नदियों का पानी कभी इतना शीतल और निर्मल था कि लोग इसे पीने में भी इस्तेमाल करते थे. लेकिन आज नगर निगम के द्वारा ही गंदे नाले इन नदियों में बहाए जा रहे हैं. वहीं केमिकल युक्त कचरा भी इन नदियों में डाला जा रहा है. जिससे इस गंदगी के चलते इन नदियों का जल बिल्कुल दूषित हो चुका है.
अस्तित्व खो रही यह नदी
मुरादाबाद की यह दोनों नदियां अपना अस्तित्व खो चुकी हैं. वहीं इन नदियों पर कुछ दबंगों द्वारा भी अतिक्रमण कर लिया गया है. निर्मल जल की धारा को विलुप्त करने का प्रयास इन दबंगों द्वारा किया जा रहा है. अकेले गागन नदी की बात करें, तो गागन नदी की सैकड़ांे बीघा जमीन पर एक्सपोर्टर द्वारा कब्जा कर लिया गया है, जिससे गागन नदी का अस्तित्व ही मिट रहा है. जिला प्रशासन भले ही इन पर कार्रवाई करने की बात कर रहा है. लेकिन यह कार्रवाई कब होगी कोई नहीं जानता. निर्मल जल उपलब्ध कराने वाली हमारी यह जीवनदायिनी नदियां धीरे-धीरे अपना अस्तित्व खो रही हैं. गागन नदी नाले में तब्दील हो चुकी है. जिसमें गंदगी का अंबार लगा हुआ है.
लोगों में है आक्रोश
स्थानीय निवासी रामु का कहना है कि यहां पर लोग आते हैं, लेकिन इस मां गंगा की स्थिति को देखकर सिर्फ आंसू बहा कर चले जाते हैं. इस को बचाने की मुहिम अगर नहीं चलाई गई, तो यह नदी जल्द ही विलुप्त हो जाएगी. इसका अस्तित्व ही समाप्त हो जाएगा. नदी की इस हालत को लेकर लोगों में आक्रोश है.
Tags: Hindi news, Local18FIRST PUBLISHED : June 18, 2024, 15:49 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed