जल जीवन मिशन: मोदी सरकार की एक योजना ने बदल दी देश की तस्वीर
जल जीवन मिशन: मोदी सरकार की एक योजना ने बदल दी देश की तस्वीर
Jal Jeevan Mission: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुआई में आमलोगों के जीवन को आसान बनाने के लिए कई कदम उठाए गए हैं. जल जीवन मिशन उनमें से एक है. इस योजना की अहमियत को इससे ही समझी जा सकती है कि आज के दिन करोड़ों लोग इसका लाभ उठा रहे हैं.
नई दिल्ली. आमलोगों की जिंदगी को आसान बनाने के लिए सरकार की ओर से कई कदम उठाए जाते हैं. खासकर मूलभूत सुविधाएं मुहैय कराने की दिशा में कई योजनाएं चलाई जा रही हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुआई में 5 साल एक ऐसी स्कीम चलाई गई थी, जिसने आमलोगों की जिंदगी को काफी प्रभावित किया. खासकर महिलाओं के जीवन में खुशहाली और होठों पर मुस्कान ला दी. जी हां…हम जल जीवन (हर घर जल) मिशन की बात कर रहे हैं. लॉन्च होने के बाद इस योजना ने खासकर ग्रामीण भारत की तस्वीर बदलकर रख दी है. करोड़ों लोगों के घरों में सीधे नल का पानी पहुंच रहा है. पीने के पानी के लिए संघर्ष करने वाली महिलाओं की रोज की जिंदगी में आमूलचूल बदलाव आए हैं. SBI के एक रिसर्च में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं.
जल जीवन मिशन योजना को 15 अगस्त 2019 में लॉन्च किया गया था. इसके तहत ग्रामीण भारत के 19.34 करोड़ घरों में साल 2024 तक नल से जल पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया. जब इस योजना को लान्च किया गया था तो उस वक्त ग्रामीण भारत के महज 3.23 करोड़ घरों तक (17 फीसद) नल से जल पहुंच रहा था. जल जीवन मिशन स्कीम के तहत बाकी के 16.10 करोड़ घरों तक नल से जल पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया था. योजना के लॉन्च होने के बाद से इस दिशा में लगातार काम किया गया. अब उसका सुखद परिणाम भी सामने आया है.
अविश्वसनीय सफलता
मोदी सरकार की ओर से लॉन्च जल जीवन मिशन को अविश्वसनीय सफलता मिली है. पांच साल पहले ग्रामीण भारत में महज 3.23 करोड़ घरों तक नल से जल पहुंच रहा था जो 17 फीसद के करीब था. 10 अक्टूबर 2024 तक अब यह आंकड़ा बढ़कर 15.20 करोड़ हाउसहोल्ड तक पहुंच चुका है. मौजूदा समय में ग्रामीण भारत के 78.62 फीसद घरों में नल से पानी पहुंच रहा है. इससे ग्रामीण भारत में लोगों के जीवन में अभूतपूर्व बदलाव आया है. अब उन्हें पीने के पानी के लिए चिंता नहीं करनी पड़ती है. इससे खेतीबारी और पशुपालन से जुड़ी गतिविधियों ने भी रफ्तार पकड़ी है. जल जीवन मिशन के लिए कुल 3.60 लाख करोड़ रुपये का अनुमानित खर्च का लक्ष्य रखा गया है. इसमें केंद्र की हिस्सेदारी 2.08 लाख करोड़ है, जबकि राज्यों को 1.52 लाख करोड़ रुपये खर्च करना है.
SBI रिसर्च में खुलासा
जल जीवन मिशन योजना को लेकर SBI के रिसर्च में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. SBI के आंकड़ों के अनुसार, देशभर में घर से बाहर जाकर पानी लाने के मामलों में 8.3 फीसद तक की गिरावट दर्ज की गई है. यह आंकड़ा चौंकाने वाला है. बता दें कि घर से बाहर जाकर पीने का पानी लाने वालों में महिलाओं की संख्या काफी ज्यादा होती है. इतना ही नहीं जल जीवन मिशन स्कीम की वजह से खेतीबारी और उनसे जुड़ी गतिविधियों में महिलाओं की भागेदारी 7.4 प्रतिशत तक बढ़ी है. कुछ प्रदेशों को छोड़ दिया जाए तो तमाम राज्यों में घर से बाहर जाकर पानी लाने के मामलों में कमी आई है.
Tags: National News, Prime Minister Narendra ModiFIRST PUBLISHED : December 11, 2024, 20:27 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed