मेटा की माफी दुनिया भी भारत की बढ़ती साख का मान रही लोहा

मार्क जुकरबर्ग के एक झूठे दावे ने और बवाल खड़ा कर दिया कि जब उन्होने कहा कि भारत की मौजुदा सरकार कोविड-19 से लड़ने की अपनी कमजोर प्रतिक्रिया के कारण चुनाव हारी. इस बयान ने तो सरकारी हलकों में हलचल मचा दी. जुकरबर्ग की पहली गलती ये कि पहला तो 290 सीटें जीतने वाली एनडीए को हारा हुआ करार देना किसी को हजम नहीं हुआ और दूसरा जिस कोरोना से भारत की लड़ाई कि मिसाल दुनिया देती है उसे कमजोर बताना तो मानो आग में घी का काम कर गया.

मेटा की माफी दुनिया भी भारत की बढ़ती साख का मान रही लोहा