25 जून से शुरू होगा ऐतिहासिक नौचंदी मेला अनोखी है परंपरा

ऐतिहासिक नौचंदी मेले में घूमने की सोच रहे मेला प्रेमियों का इंतजार जून के अंतिम सप्ताह में पूरा हो सकता है. मेरठ प्रशासन द्वारा आचार संहिता समाप्त होने के बाद मेले को लेकर तीव्र गति से तैयारी शुरू कर दी गई है. संभावना है कि जुलाई के प्रथम सप्ताह में नौचंदी मेला अपने स्वरूप में देखने को मिलेगा.

25 जून से शुरू होगा ऐतिहासिक नौचंदी मेला अनोखी है परंपरा
विशाल भटनागर/मेरठः ऐतिहासिक नौचंदी मेले का बेसब्री से इंतजार कर रहे मेला प्रेमियों का यह इंतजार जून के अंतिम सप्ताह में पूरा हो सकता है. मेरठ प्रशासन द्वारा नौचंदी मेले को लेकर भव्य रूप से तैयारी शुरू कर दी गई है. संभावना है कि जून के अंतिम सप्ताह में मेले की शुरुआत कर दी जाए. उसके बाद धीरे-धीरे मेला अपने विशाल स्वरूप पर देखने को मिलेगा. जिस तरह इस मेले की पहचान विश्व भर में होती है. जिला पंचायत की एएमए भारती धामा ने लोकल-18 से बात करते हुए बताया किमेले की तैयारी को अंतिम रूप दिया जा रहा है. टेंडर से संबंधित कार्य प्रणाली अंतिम दौर में चल रही है. जिससे की ऐतिहासिक नौचंदी मेले भव्य तरीके से आयोजित हो सके. उन्होंने बताया कि पटेल मंडप में आयोजित होने वाले सभी सांस्कृतिक कार्यक्रम भी लगभग फाइनल हो गए हैं. जिसमें संभावना है कि अबकी बार फिल्मी सिंगर अल्ताफ राजा और मशहूर लोक गायिका मैथिली ठाकुर पटेल मंडप में परफॉर्म करती हुई नजर आए. इसको लेकर बातचीत का दौर चल रहा है. उन्होंने बताया कि 25 जून तक मेले का शुभारंभ कर दिया जाएगा. ग्राउंड में दिखने लगी नौचंदी की झलक ग्राउंड की अगर बात की जाए. तो वहां अब दुकानों का लगना शुरू हो गया है. मेले परिसर में ही स्थित दुर्गा मंदिर में झूले भी लगा दिए गए हैं. साथ ही अबकी बार नौचंदी मेले में आने वाले मेला प्रेमियों को धूल का सामना करना भी नहीं पड़ेगा. मेला परिसर को अबकी बार पूरी तरीके से इंटरलॉकिंग कर दिया गया है. जिससे की आंधी बारिश के बीच भी मेला प्रेमियों को किसी प्रकार की दिक्कत ना हो. उद्घाटन की है अनोखी परंपरा ऐतिहासिक नौचंदी मेले के उद्घाटन की अनोखी परंपरा है. सैकड़ों वर्षों से होली के बाद दूसरे रविवार को नौचंदी मेले का उद्घाटन होता है. उसके एक माह बाद मेला भरना शुरू हो जाता है. अबकी बार भी होली के बाद दूसरे रविवार को मेले का उद्घाटन हो गया था. लेकिन आचार संहिता के कारण नौचंदी मेले में कई महीनो का विलंब हो गया है. वहीं इस मेले को हिंदू मुस्लिम की एकता का भी मिसाल माना जाता है. क्योंकि एक तरफ जहां लोग मां चंडी देवी की विधि विधान के साथ पूजा अर्चना करते हैं. वहीं वाले मियां की मजार पर चांदर चढ़ाते हुए भी दिखाई देते हैं. Tags: Local18, Meerut news, UP newsFIRST PUBLISHED : June 17, 2024, 11:40 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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