बंगाल ट्रेन हादसे में 5 मौत घायलों को बचाने की जंग जारी काटे जा रहे डिब्बे
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Darjeeling Train Accident Live Updates: पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग जिले में एक मालगाड़ी ने कंचनजंगा एक्सप्रेस ट्रेन को टक्कर मार दी. घटना तब घटी जब मालगाड़ी ने सिंगल तोड़ा. उसी समय मालगाड़ी ने ट्रैक पर खड़ी कंचनजंगा एक्सप्रेस को पीछे से टक्कर मार दी.
पटना. नीट पेपर लीक कांड मामले में 18-19 जून को आर्थिक अपराध इकाई जिन 9 परीक्षार्थियों से पूछताछ करेगी उसके लिए प्रश्नावली तैयार कर ली गई है. परीक्षार्थियों के अभिभावकों से इस बात की जानकारी ली जाएगी की क्या पहले से ही उनसे किसी तरह का कोई ब्लैंक चेक लिया गया है? आर्थिक अपराध इकाई की एसआईटी की पूरी टीम इस पूछताछ में शामिल रहेगी. बता दें, ये वही 9 परीक्षार्थी हैं जिनका रोल नंबर सॉल्वर गैंग के गिरफ्तार मेंबर्स के पास से मिला है.
नीट पेपर लीक कांड की घटना के बाद देश भर में इसकी चर्चा हो रही है. दूसरी ओर यह जानकारी सामने आई है कि मूल प्रश्न पत्र की प्रति उपलब्ध न होने की वजह से नीट पेपर लीक मामले की जांच में बाधा आ रही है. जानकारी के अनुसार, नीट के मूल प्रश्न प्राप्त करने के लिए आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) को अब तक तीन रिमाइंडर भेजे है. लेकिन, एनटीए ने इसके बावजूद प्रश्न पत्र की प्रति उपलब्ध इओयू को उपलब्ध नहीं कराई गई है जिससे जांच प्रभावित हो रही है. इस मामले की जांच कर रही इओयू के अधिकारी भी इसे लेकर हैरान हैं. सॉल्वर गैंग को क्यों पड़ती है बिहारी छात्रों की जरूरत?
जानकारी के अनुसार और जांच प्रक्रिया में सहयोग नही किए जाने के बाद नए सिरे से पेपर लीक के मामले को खंगाला जा रहा है. गुरुवार को ही अधिकारियों ने रिमांडर भेजे जाने की बात कही थी. लेकिन अबतक प्रश्न पत्र की प्रति नहीं मिल पाना कई सवाल खड़े कर रहा है. जब भी कहीं पेपर लीक होता है तो कहीं ना कहीं से उसके तार बिहार आकर जरूर जुड़ते हैं. सवाल यही उठता है कि आखिर सॉल्वर गैंग को बिहारी छात्रों की जरूरत ही क्यों पड़ती है. इसका सीधा सा जवाब सिर्फ एक शब्द में है और वह है टैलेंट यानी प्रतिभा. आप किसी भी परीक्षा को देख ले उसमें बिहारी प्रतिभाओं ने हमेशा अपना लोहा बनवाया है. लेकिन कई बार यह टैलेंट पटना की सड़कों पर चाय बेचते, मुजफ्फरपुर की सड़कों पर लिट्टी बेचते नजर आता है. कई बार प्रतिभाशाली छात्र कट ऑफ न आ पाने की वजह से उस मुकाम को हासिल नहीं कर पाते जिसका वह सपना देखते हैं. क्यों फंस जाते हैं बिहार के छात्र?
एक वरिष्ठ पत्रकार के मुताबिक अगर सॉल्वर गैंग के चंगुल में फंसे सॉल्वर छात्रों को देखा जाए. तो उन में ज्यादातर अन रिजर्व कैटेगरी के छात्र होते हैं. यह वह छात्र होते हैं जिनमें प्रतिभा तो होती है लेकिन हाई कट ऑफ के चलते वह प्रतियोगी परीक्षाओं में पीछे रह जाते हैं. ऐसे छात्रों पर सॉल्वर गैंग की गिद्ध दृष्टि पड़ ही जाती है. आर्थिक तंगी झेल रहे छात्र भी मोटी रकम के झांसे में आकर सॉल्वर गैंग के हाथों का मोहरा बन जाते हैं. क्या कहते हैं शिक्षक?
पटना के विख्यात गुरु रहमान की माने तो कुछ कोचिंग संस्थानों की भी भूमिका इसमें संदिग्ध होती है. इन संस्थाओं के टैलेंटेड छात्रों का भी सॉल्वर गैंग इस्तेमाल करता है. यह खुलासा कई बार हुआ है की सॉल्वर गैंग के नेटवर्क में रहे छात्र मुश्किल से मुश्किल क्वेश्चन पेपर को 15 से 20 मिनट में ही सॉल्व कर देते हैं. ऐसे छात्रों को आरोपी जरूर कहा जा सकता है लेकिन दोषी नहीं क्योंकि कहीं ना कहीं वह सिस्टम के मारे हुए भी होते हैं.
Tags: Bihar News, Neet exam, Paper Leak, PATNA NEWSFIRST PUBLISHED : June 17, 2024, 11:35 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed