महाराष्ट्र: गढ़चिरौली के इस गांव में कभी था माओवादियों का आतंक अब रोजाना राष्ट्रगान गाते हैं लोग
महाराष्ट्र: गढ़चिरौली के इस गांव में कभी था माओवादियों का आतंक अब रोजाना राष्ट्रगान गाते हैं लोग
Maoist affected village in Maharashtra: यहां हर दिन दुकानों और अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के मालिकों, छोटे व्यापारियों और पुलिसकर्मियों सहित गांव के निवासी सुबह आठ बजकर 45 मिनट पर इकट्ठा होते हैं और राष्ट्रगान गाते हैं. जब राष्ट्रगान शुरू होता है तो लोग जहां भी होते हैं राष्ट्रगान को सुनकर अपने वाहनों को रोकते हैं और इसके गायन में शामिल होते हैं. यहां तक कि गांव में चलने वाली राज्य परिवहन की दो बसें भी रुक जाती हैं और उसके कर्मचारी और यात्री राष्ट्रगान गाने में शामिल हो जाते हैं.
हाइलाइट्सपुलिस अधिकारी रोजाना दो लाउडस्पीकरों के साथ मूलचेरा और विवेकानंदपुर के चक्कर लगाते हैंपहले होती थी पुलिस और माओवादियों के बीच मुठभेड़, अब राष्ट्रभक्ति की बयारजब राष्ट्रगान शुरू होता है तो लोग जहां भी होते हैं राष्ट्रगान को सुनकर अपने वाहनों को रोक देते हैं
मुंबई. माओवाद प्रभावित गांव के रूप में बनी अपनी पहचान को मिटाने के लिए स्थानीय लोगों ने अनूठी पहल शुरू की है. इसके तहत महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले के मुलचेरा के निवासी राष्ट्रगान गाकर अपने दिन की शुरुआत करते हैं. गढ़चिरौली के पुलिस अधीक्षक (एसपी) अंकित गोयल ने न्यूज एजेंसी से कहा, ‘यह एक अच्छी पहल है. ग्रामीणों को हर रोज सामूहिक रूप से राष्ट्रगान गाकर देशभक्ति की भावना का अनुभव होता है.’
महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई से 900 किलोमीटर दूर स्थित मुलचेरा की आबादी करीब 2500 है. गांव में आदिवासियों और पश्चिम बंगाल के लोगों की मिश्रित आबादी है. एक अन्य पुलिस अधिकारी ने बताया कि तेलंगाना के नलगोंडा गांव और महाराष्ट्र के सांगली जिले के भीलवाड़ी गांव के बाद मुलचेरा यह परंपरा शुरू करने वाला देश का तीसरा गांव है. यहां हर दिन दुकानों और अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के मालिकों, छोटे व्यापारियों और पुलिस कर्मियों सहित गांव के निवासी सुबह आठ बजकर 45 मिनट पर इकट्ठा होते हैं और राष्ट्रगान गाते हैं. जब राष्ट्रगान शुरू होता है तो लोग जहां भी होते हैं राष्ट्रगान को सुनकर अपने वाहनों को रोकते हैं और इसके गायन में शामिल होते हैं. यहां तक कि गांव में चलने वाली राज्य परिवहन की दो बसें भी रुक जाती हैं और उसके कर्मचारी और यात्री राष्ट्रगान गाने में शामिल हो जाते हैं.
रोज सुबह 8:45 बजे राष्ट्रगान गाते हैं लोग
पड़ोसी गांव विवेकानंदपुर ने भी यह प्रथा शुरू की है. इसके निवासी प्रतिदिन सुबह आठ बजकर 45 मिनट पर राष्ट्रगान गाते हैं. पुलिस अधिकारी रोजाना दो लाउडस्पीकरों के साथ मूलचेरा और विवेकानंदपुर के चक्कर लगाते हैं और एक मिनट के लिए देशभक्ति का गीत बजाते हैं. इससे संकेत मिलता है कि राष्ट्रगान शुरू होने वाला है. पुलिस अधिकारी ने कहा कि इससे लोगों में नई ऊर्जा आई है और देशभक्ति की भावना बढ़ी है. उन्होंने कहा कि सांप्रदायिक विवादों की संख्या में कमी आई है, क्योंकि राष्ट्रगान के गायन से भाईचारे की भावना बढ़ी है.
गांव में राष्ट्रगान के गायन की परंपरा शुरू करने वाले सहायक पुलिस निरीक्षक ‘एपीआई’ अशोक भापकर ने कहा कि मुलचेरा के पड़ोसी गांव लोहारा, जो मूलचेरा पुलिस थाना के अधिकार क्षेत्र में आता है. गढ़चिरौली में पुलिस और माओवादियों के बीच मुठभेड़ का पहला स्थल था.
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Tags: Maharashtra News, Maoist, Mumbai NewsFIRST PUBLISHED : September 18, 2022, 18:05 IST