महाराष्ट्र संकटः SC में हाईवोल्टेज सुनवाई राउत को ED का नोटिस बागी मंत्रियों पर गाज जानें 10 बड़े अपडेट
महाराष्ट्र संकटः SC में हाईवोल्टेज सुनवाई राउत को ED का नोटिस बागी मंत्रियों पर गाज जानें 10 बड़े अपडेट
Maharashtra political crisis: महाराष्ट्र की सत्ताधारी शिवसेना में सियासी घमासान के बीच सोमवार को मुंबई से लेकर गुवाहाटी और दिल्ली तक महत्वपूर्ण घटनाक्रम हुए. सुप्रीम कोर्ट ने हाई वोल्टेज सुनवाई के बाद डिप्टी स्पीकर, केंद्र आदि पक्षकारों को नोटिस जारी करके जवाब मांगा है.
मुंबईः महाराष्ट्र में शिवसेना के अंदर घमासान के बीच सियासी पारा चढ़ा हुआ है. मुंबई से लेकर गुवाहाटी और दिल्ली तक में पल-पल पर घटनाक्रम बदल रहे हैं. सुप्रीम कोर्ट में हाई वोल्टेज सुनवाई हुई. सुप्रीम कोर्ट ने दलीलें सुनने के बाद महाराष्ट्र डिप्टी स्पीकर, विधानसभा के सेक्रेटरी, केंद्र सरकार और अन्य पक्षों को नोटिस जारी किए. शिवसेना के नेता अजय चौधरी, सुनील प्रभु को भी नोटिस जारी किए और जवाब देने को कहा. इसी के साथ कोर्ट ने सुनवाई 11 जुलाई तक के लिए टाल दी. आइए डालते हैं महाराष्ट्र की सियासत में आज हुए 10 बड़े घटनाक्रमों पर एक नजर-
सुप्रीम कोर्ट में हाई वोल्टेज सुनवाई
सुप्रीम कोर्ट में एकनाथ शिंदे और बागी विधायकों की तरफ से दो याचिकाएं दाखिल की गईं. इसमें मुख्य रूप से डिप्टी स्पीकर द्वारा एकनाथ शिंदे और 15 अन्य विधायकों को जारी अयोग्यता के नोटिस पर रोक लगाने, डिप्टी स्पीकर को हटाए जाने के आवेदन पर फैसला होने तक उन्हें अयोग्यता के नोटिस पर कार्यवाही न करने का निर्देश देने, विधानसभा में शिंदे को हटाकर अजय चौधरी को शिवसेना विधायक दल के नेता बनाने का फैसला खारिज करने की मांग की गई. याचिका में बागी विधायकों के परिवारों को सुरक्षा देने के लिए केंद्र और महाराष्ट्र के डीजीपी को निर्देश देने की भी मांग की गई है.
कोर्ट ने पूछा, डिप्टी स्पीकर खुद जज कैसे बने?
सुनवाई के दौरान शिंदे कैंप ने कोर्ट में दावा किया कि उनके साथ 39 विधायक हैं, ऐसे में महाराष्ट्र सरकार अल्पमत में है. बागी विधायकों ने डिप्टी स्पीकर नरहरि जिरवाल की भूमिका पर भी सवाल उठाए और कहा कि उन्हें हटाने का प्रस्ताव पेंडिंग है, ऐसे में वह विधायकों की अयोग्यता पर फैसला कैसे कर सकते हैं. इस पर डिप्टी स्पीकर के वकील ने कहा कि प्रस्ताव खारिज कर दिया गया है. इस पर कोर्ट ने पूछा कि अपने खिलाफ आए प्रस्ताव में डिप्टी स्पीकर खुद जज कैसे बन गए?
सीएम उद्धव ने बागी मंत्रियों के विभाग छीने
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बागी मंत्रियों पर सोमवार को बड़ी कार्रवाई की. उन्होंने एकनाथ शिंदे समेत समेत 9 बागी मंत्रियों से उनके विभाग छीन लिए. इन विभागों का प्रभार दूसरे मंत्रियों को दे दिया गया है. एकनाथ शिंदे का शहरी विकास विभाग सुभाष देसाई को दिया गया है. गुलाबराव पाटिल का विभाग अनिल परब संभालेंगे. इसके अलावा उदय सामंत, संदीपन भुमरे और दादा भुसे के विभागों को आदित्य ठाकरे के हवाले कर दिया गया है. सीएम कार्यालय का कहना है कि जनहित के मुद्दों की उपेक्षा न हो, इसके लिए ये विभाग दूसरे मंत्रियों को सौंपे गए हैं.
शिंदे ने की राज ठाकरे से बात, विलय की तैयारी?
महाराष्ट्र की सियासी जंग में अब एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे की भी एंट्री हो गई है. उद्धव ठाकरे के चचेरे भाई राज ठाकरे से बागी एकनाथ शिंदे ने फोन पर दो बार बात की. रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस दौरान महाराष्ट्र की हालिया राजनीतिक स्थिति के बारे में चर्चा हुई. शिंदे ने राज ठाकरे की सेहत का हालचाल भी पूछा. राज ठाकरे इस महीने की शुरुआत में कमर की सर्जरी हुई है. इस फोन कॉल के बाद राज ठाकरे के आवास पर बैठक हुई, जिसमें पार्टी के सभी वरिष्ठ नेता मौजूद हैं. मीडिया में ऐसी अटकलें हैं कि बागी विधायक एमएनएस जॉइन कर सकते हैं.
ईडी के नोटिस पर राउत बोले, आओ अरेस्ट करो
महाराष्ट्र के सियासी घमासान में सोमवार को उस वक्त नया मोड़ आया, जब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पात्रा चॉल लैंड स्कैम मामले में शिवसेना के सांसद और प्रवक्ता संजय राउत को 28 जून को तलब कर लिया. इसके जवाब में संजय राउत ने ट्वीट करके कहा, मुझे पता चला है कि ईडी ने समन भेजा है. अच्छा है. महाराष्ट्र में बड़े राजनीतिक घटनाक्रम चल रहे हैं. हम बाला साहेब के शिवसैनिक बड़ी लड़ाई लड़ रहे हैं. यह सब मुझे रोकने की बड़ी साजिश है. मेरा सिर भी कट जाए, तो भी मैं गुवाहाटी का रास्ता नहीं लूंगा. आओ मुझे गिरफ्तार करो. बाद में, राउत ने कहा कि आप चाहे मुझे कितनी भी तकलीफ दीजिए, मैं गुवाहाटी नहीं जाऊंगा. मैं बालासाहेब की शिवसेना के साथ खड़ा रहूंगा और उनकी साख बचाने के लिए अंतिम सांस तक लड़ता रहूंगा. कल मेरी कई सभाएं हैं तो मैं उसके बाद ईडी से समय ले लूंगा लेकिन मैं ईडी कार्यालय जरूर जाऊंगा.
बॉम्बे हाईकोर्ट में भी याचिका दाखिल
महाराष्ट्र के मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिकाएं दायर किए जाने के बीच बॉम्बे हाईकोर्ट में भी एक जनहित याचिका दायर की गई है. इस याचिका में एकनाथ शिंदे, शिवसेना के बागी विधायकों और मंत्रियों को तुरंत राज्य में लौटने और कर्तव्यों का निर्वहन करने का निर्देश देने की मांग की गई है. याचिका में कर्तव्यों के पालन में चूक के लिए बागी विधायकों के खिलाफ कार्रवाई की भी मांग भी की गई है. हालांकि बॉम्बे हाईकोर्ट ने इस याचिका पर तुरंत सुनवाई से इनकार कर दिया.
नेताओं के बेटों ने चलाए जुबानी तीर
महाराष्ट्र के घमासान में अब नेताओं के बेटे भी खुलकर सामने आ गए हैं. एक तरफ उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे पिछले कुछ दिनों से लगातार तीखे बयान दे रहे थे, वहीं सोमवार को इस लड़ाई में एकनाथ शिंदे के बेटे श्रीकांत शिंदे भी उतर आए. उन्होंने संजय राउत की मुंबई आने की धमकियों पर कहा है कि वो ये धमकियां किसी और दें, यहां इन धमकियों का कोई असर नहीं होने वाला है. हम धमकियों से नहीं डरते हैं. आने वाले समय में जनता संजय राउत को जवाब दे देगी. सरकार तो अल्पमत में है ही.
शिंदे समर्थकों का ठाणे में शक्ति प्रदर्शन
पिछले कुछ दिनों से शिवसेना के कार्यकर्ता बागी विधायकों के खिलाफ सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. बागी विधायक तानाजी सावंत और एकनाथ शिंदे के बेटे श्रीकांत शिंदे के कार्यालयों में तोड़फोड़ भी की गई थी. शिवसेना के कई नेता लगातार चुनौती भरे बयान दे रहे थे. इसके जवाब में सोमवार को एकनाथ शिंदे के समर्थकों ने ठाणे में शक्ति प्रदर्शन किया. ठाणे में शिंदे के आवास के बाहर भारी संख्या में उनके समर्थक जुटे. बागी विधायकों को खतरे को देखते हुए केंद्र सरकार ने उन्हें ‘Y+’ सिक्योरिटी देने का फैसला किया था.
‘ज़िंदा लाश’ वाले बयान पर राउत ने दी सफाई
शिवसेना नेता संजय राउत के ‘ज़िंदा लाश’ वाले बयान पर बवाल के बीच सोमवार को उन्होंने सफाई दी. राउत ने कहा कि मैंने (बागी विधायक) गुलाबराव पाटिल के भाषण का एक वीडियो ट्वीट किया, जिसमें वह उन लोगों के बारे में बात कर रहे हैं, जो अपने पिता को बदल लेते हैं. मेरा ट्वीट गुवाहाटी में बैठे लोगों के लिए है. पाटिल ने कहा था कि लोग खाते-पीते हैं और पार्टी के साथ मौज-मस्ती करते हैं, फिर अपने पिता को बदल लेते हैं, लेकिन हम उनके जैसे नहीं हैं. राउत ने कहा कि जो लोग 40-40 साल तक पार्टी में रहने के बाद भाग जाते हैं, उनका ज़मीर मर गया है, तो उसके बाद बचता ही क्या है? ज़िंदा लाश. यह राममनोहर लोहिया साहब के शब्द हैं. मैंने किसी की भावना को ठेस नहीं पहुंचाई, मैंने सिर्फ सच कहा.
केंद्रीय मंत्री बोले, बीजेपी 2-3 दिन ही विपक्ष में
महाराष्ट्र में उथल-पुथल के बीच केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता रावसाहेब दानवे का बड़ा बयान सामने आया. उन्होंने कहा कि सरकार आती-जाती है, उल्टा विपक्ष में रहना अच्छा है लेकिन यह भी खत्म होने जा रहा है, क्योंकि महाराष्ट्र में अब सिर्फ 2-3 दिनों के लिए ही हम विरोधी पार्टी रहने वाले हैं. बता दें कि शिवसेना में छिड़ी बगावत को लेकर बीजेपी ने पिछले दिनों दावा किया था कि उसने सरकार बनाने का कोई प्रस्ताव नहीं दिया है.
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Tags: Maharashtra, Shivsena, Supreme Court, Uddhav thackerayFIRST PUBLISHED : June 27, 2022, 15:52 IST