कम लागत में कैसे करें आम की खेती फर्रुखाबाद के किसान से समझें

Mango ki kheti: किसान बताते हैं कि आम की उन्नत किस्म की पौधों को लाकर ऐसी भूमि पर रोपा जाता है. जहां पर हर समय नमी बनी रहे. इसके बाद जब पौधा बड़ा होने लगता है, तो एक साल में ही फलों का आना शुरू हो जाता है. ऐसे समय पर किसान बताते हैं कि आम के पौधों में सिंचाई करते रहिए और थोड़े ही समय में पौधों में फल निकलने लगते हैं.

कम लागत में कैसे करें आम की खेती फर्रुखाबाद के किसान से समझें
सत्यम कटियार/फर्रुखाबाद: स्वाद और रस से भरपूर आम तो आप सभी ने खाया होगा. लेकिन, आम कैसे उगाया जाता है और एक छोटे से फूल से आम बनने तक किसान कितना संघर्ष करके इसे बाजार तक पहुंचाते हैं. अगर आप भी आम की बागवानी करना चाहते हैं. तो हम आपको बताएंगे फर्रुखाबाद के प्रगतिशील किसानों की ऐसी तरकीब, जिसके कारण आप कम लागत में बंपर कमाई कर सकते हैं. रामदास किसान बताते हैं कि आम की उन्नत किस्म की पौधों को लाकर ऐसी भूमि पर रोपा जाता है. जहां पर हर समय नमी बनी रहे. इसके बाद जब पौधा बड़ा होने लगता है, तो एक साल में ही फलों का आना शुरू हो जाता है. ऐसे समय पर किसान बताते हैं कि आम के पौधों में सिंचाई करते रहिए और थोड़े ही समय में पौधों में फल निकलने लगते हैं. जब पेड़ बड़ा होने लगता है तो इसकी जड़ पर जैविक उर्वरक डाली जाती है.जिससे कम समय में ही बंपर पैदावार होती है. फर्रुखाबाद के कायमगंज और कमालगंज क्षेत्र में आपको 10 से 20 रुपए प्रति पौधा  आसानी से मिल जाएगा. इसे बारिश के इस मौसम में लगाकर आप भी बागवानी कर सकते हैं. टिकरी आम की खेती इस बार फसल भले ही कमजोर रही पर शुरुआती भाव बागवानों को भा रहे हैं. वहीं व्यापारियों ने बागवानों से टिकरी आम की खरीद 25 रुपये किलो के हिसाब से की है. फर्रुखाबाद के याकुतगंज के निवासी रामदास जो की पिछले दस वर्षो से आम की बागवानी करते आ रहे हैं. कई जिलों और राज्यों में सप्लाई इस समय फर्रुखाबादी टिकरी आम की मिठास वाराणसी, प्रयागराज के लोगों को भी मोह रही. अब तक पांच पिकअप, बम्बइया आम दूसरे शहरों में भेजा जा चुका है. बनारस, प्रयागराज, सुल्तानपुर के साथ ही राजस्थान के कोटा व जयपुर भी आम भेजा गया. इस समय तैयार आम को अन्य राज्यों में 25 किलो की प्लास्टिक क्रेट में भरकर भेजा जा रहा है. इस प्रकार बाग से आम तोड़ने के बाद कच्चे आम को पांच दिन पकने में लगेंगे. तब तक यह आम इन राज्यों तक आसानी से पहुंच जाएगा. Tags: Agriculture, Farrukhabad news, Latest news hindi, Local18FIRST PUBLISHED : August 4, 2024, 16:05 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed