UP उपचुनाव में राहुल जिम्मेदारी से बाहर क्यों हर पार्टी की प्लानिंग जानें
UP उपचुनाव में राहुल जिम्मेदारी से बाहर क्यों हर पार्टी की प्लानिंग जानें
UP Upchunav 2024 : यूपी में 10 सीटों पर होने वाला उपचुनाव बहुत मायने रखता है. सभी दल इन चुनावों में किसी भी हाल में ज्यादा से ज्यादा सीटें हासिल करना चाहते हैं और कदम उठाने में जुटे हैं...
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में 10 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी तीनों ने पर्यवेक्षक नियुक्त कर दिए हैं. भाजपा पहले ही अपने मंत्रियों को उपचुनाव की जिम्मेदारी दे चुकी है. पहली बार बसपा उपचुनाव लड़ रही है. दूसरी तरफ सपा ने 10 में से 6 सीटों पर प्रभारियों की घोषणा की है. चार सीटों पर घोषणा होनी बाकी है. क्या ये सीटें कांग्रेस के कोटे में जा सकती हैं. इस सवाल का जवाब मिलना अभी बाकी है. उधर कांग्रेस ने भी सभी 10 सीटों पर पर्यवेक्षक नियुक्त कर दिए हैं. पर सीटों के बंटवारे को लेकर अभी दोनों पार्टियों ने कोई घोषणा नहीं की है.
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव को अंबेडकर नगर की कटहरी विधानसभा का प्रभारी बनाया गया है, जबकि अयोध्या की मिल्कीपुर सीट के लिए अवधेश प्रसाद और लाल बिहारी यादव को प्रभारी बनाया गया है. मिर्जापुर की मझवां विधानसभा के लिए सांसद वीरेंद्र सिंह, मैनपुरी की करहल विधानसभा के लिए चंद्रदेव यादव, फूलपुर के लिए इंद्रजीत सरोज और सीसामऊ के लिए राजेंद्र कुमार को प्रभारी बनाया गया है. समाजवादी पार्टी की ओर से जारी इस सूची से यह साफ हो गया है कि समाजवादी 10 में से 6 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी. जिन 10 विधानसभा सीटों पर मतदान होगा, उनमें से पांच समाजवादी पार्टी, तीन भाजपा और एक-एक राष्ट्रीय लोकदल और निषाद पार्टी ने जीती हैं, दोनों ही एनडीए के सहयोगी हैं.
कांग्रेस पार्टी ने अब सभी दस सीटों पर पर्यवेक्षकों की नियुक्ति कर दी है. इनमें छह कांग्रेस के सांसद है और बाकी सीटों पर पूर्व मंत्री और पूर्व विधायकों को जिम्मेदारी दी गई है. यूपी उपचुनाव के लिए कांग्रेस ने राहुल गांधी को छोड़कर बाकी सभी पांच सांसदों को अलग-अलग सीटों की जिम्मेदारी दी है. उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से जारी लिस्ट के मुताबिक, अमेठी लोकसभा सीट से सांसद किशोरीलाल शर्मा को कानपुर की सीसामऊ सीट का प्रभारी बनाया गया है, जबकि मीरापुर सीट की जिम्मेदारी सहारनपुर से सांसद इमरान मसूद को दी गई है. इनके अलावा सीतापुर सीट से सांसद राकेश राठौर को कुंदरकी सीट का पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है. गाजियाबाद सीट पर्यवेक्षक बाराबंकी सीट से सांसद तनुज पुनिया होंगे. मझवां सीट का पर्यवेक्षक विधायक वीरेंद्र चौधरी, फूलपुर सीट के पर्यवेक्षक प्रयागराज से सांसद उज्जवल रमन सिंह बनाए हैं. कटेहरी सीट की ज़िम्मेदारी बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए पूर्व मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी को दी गई है. अयोध्या की मिल्कीपुर विधानसभा सीट के लिए पूर्व विधायक अखिलेश प्रताप सिंह को प्रभारी बनाया गया है. खैर सीट के लिए पूर्व विधायक राजकुमार रावत और करहल सीट के लिए पूर्व लोकसभा प्रत्याशी रामनाथ सिकरवार को प्रभारी नियुक्त किया गया है.
यूपी में 10 विधानसभा सीटों के लिए होने वाले उपचुनाव को लेकर बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने भी बड़ा एलान किया है. मायावती ने कहा है कि बीएसपी सभी 10 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी. माsयावती ने कटेहरी विधानसभा उपचुनाव के लिए अमित वर्मा उर्फ जितेंद्र भैया को बसपा प्रभारी बनाया है. मायावती ने हाल ही में हुई बैठक में फूलपुर और और मंझवा से पार्टी उम्मीदवार का एलान भी कर दिया है.
तो वहीं इस पूरे मामले पर बीजेपी विपक्ष पर तंज कस रही है. बीजेपी प्रवक्ता आनंद दुबे ने कहा कि जनता ने कांग्रेस और सपा का झूठ और झूठे वादे देख लिए हैं. इनका अराजक चेहरा जनता के सामने आ चुका है. इस चुनाव में जनता इनको वापस घर भेजने वाली है.
गौरतलब है कि सपा के लिए यूपी में 10 सीटों पर होने वाला उपचुनाव बहुत मायने रखता है. अखिलेश यादव और उनकी पार्टी यह साबित करना चाहते हैं कि लोकसभा चुनावों 37 सीटें जीतना, कोई तुक्का नहीं था. सपा के लिए 2027 के लिहाज से उपचुनाव महत्वपूर्ण है. हालाकि कांग्रेस सपा गठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर किस तरह योजना बनेगी और कौनसी सीटें किसके खाते में जाएंगी यह भी चुनाव का रुख तय करेगा.
Tags: Akhilesh yadav, BJP, Congress, UP ElectionFIRST PUBLISHED : August 13, 2024, 18:23 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed