काली या पीली कौन सी किशमिश है सुपरफूड जहर को निकाल फेंकती है बाहर

Black Raisin vs Yellow Raisin: आजकल बाजार में काली, पीली, हरी, और लाल कई तरह की किशमिश मौजूद हैं. लेकिन क्‍या आपको मालूम है कि इनमें क्‍या अंतर है? कौन सी किशमिश एनर्जी का पॉवरहाउस है और ज्‍यादा फायदेमंद है?

काली या पीली कौन सी किशमिश है सुपरफूड जहर को निकाल फेंकती है बाहर
Kali kishmish ya Pili Kishmish: किशमिश का नाम आते ही हरे-पीले रंग की या सुनहरी किशमिश ही आंखों के सामने आती हैं, हालांकि पिछले कुछ सालों से काली किशमिश या लाल किशमिश का भी चलन तेजी से बढ़ा है. कभी ऑर्गनिक किशमिश के रूप में बाजार में आना शुरू हुई काली किशमिश आज ज्‍यादातर लोगों की रसोई में मिल जाती है. बहुत सारे लोग अब हरी, पीली या सुनहरी किशमिश को छोड़कर सिर्फ काली किशमिश का ही इस्‍तेमाल करने लगे हैं, लेकिन क्‍या आपको पता है कि दोनों में क्‍या अंतर है? इन दोनों किशमिश में से कौन सुपरफूड है? और हमें कौन सी किशमिश खानी चाहिए? आइए आयुर्वेदाचार्य गौरव शर्मा से जानते हैं इनके फायदों के बारे में.. आपको बता दें कि काली और पीली किशमिश, दोनों ही पोषक तत्वों से भरपूर होती हैं और सेहत के लिए विशेष फायदेमंद हैं, हालांकि इनके न्‍यूट्रीशंस में काफी अंतर भी है. ये भी पढ़ें  खाना कम खाने से वाकई बढ़ती है उम्र, क्या कहती है साइंस? काली किशमिश काली किशमिश काले रंग की मीठी होती है. यह काले अंगूर, मस्‍कट या कोरिंथ जैसे अंगूरों से बनती है. इसमें छोटा सा बीज भी होता है. इसे आम तौर पर प्राकृतिक रूप से धूप में सुखाकर बनाया जाता है. आयुर्वेद में काली किशमिश को सुपरफूड कहा जाता है. ऐसा इसलिए है कि इसमें पाए जाने वाले पोषण तत्‍व अन्‍य किशमिश के मुकाबले ज्‍यादा होते हैं. इसमें फाइबर, प्रोटीन, पोटेशियम, आयरन, कॉपर, और विटामिन-बी6 जैसे पोषक तत्व होते हैं. साथ ही विटामिन सी और चीनी भी कम होती है. पीली या सुनहरी किशमिश पीली या सुनहरी किशमिश हरे अंगूरों से बनती है. इसका स्‍वाद थोड़ा खट्टा मीठा होता है. इसे सल्‍फर डाई ऑक्‍साइड से प्रोसेस करके तैयार किया जाता है. इसमें फाइबर, आयरन, एंटीऑक्‍सीडेंट्स, विटामिन ए, सी, ई, के, कैल्शियम और फाइटोकेमिकल्‍स भरपूर मात्रा में होते हैं. इसमें शुगर थोड़ी ज्‍यादा होती है. काली या पीली कौन सी किशमिश ज्‍यादा फायदेमंद वैसे तो दोनों ही किशमिश सेहत के लिए फायदेमंद होती हैं लेकिन अगर आप रोजाना पीली या सुनहरी किशमिश के बजाय काली किशमिश का सेवन करते हैं तो आपको ज्‍यादा फायदा मिल सकता है. काली किशमिश ब्‍लड प्रेशर को भी नियंत्रित करने का काम करती है. यह शरीर के विभिन्‍न अंगों में मौजूद टॉक्सिंस की सफाई करती है. आंतों में फंसे हुए जहर को साफ कर देती है. हालांकि बच्‍चों को सुनहरी किशमिश खिलाना ज्‍यादा अच्‍छा है. ये दोनों ही किशमिश इम्‍यून सिस्‍टम को मजबूत करती हैं, खून बढ़ाती हैं, शरीर में पोषण तत्‍वों की कमी को पूरा करती हैं. इसलिए अपनी सुविधानुसार आप दोनों का इस्‍तेमाल कर सकते हैं. इन किशमिशों को अगर आप रात में पानी में भिगोकर सुबह खाते हैं तो इनमें मौजूद गुण और भी ज्‍यादा फायदा पहुंचाते हैं. ये भी पढ़ें  बच्‍चे की बढ़ेगी एकाग्रता, आपका ब्‍लड प्रेशर होगा कंट्रोल, दोनों सुबह 10 मिनट बैठकर करें ये काम Tags: Ayurveda Doctors, Dry Fruits, Health News, Nutritional securityFIRST PUBLISHED : September 25, 2024, 20:48 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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