दक्षिणी ओडिशा के 9 जिलों में बहुत भारी बारिश की चेतावनी भूस्खलन के कारण 10 घर ध्वस्त जन-जीवन प्रभावित
दक्षिणी ओडिशा के 9 जिलों में बहुत भारी बारिश की चेतावनी भूस्खलन के कारण 10 घर ध्वस्त जन-जीवन प्रभावित
Odisha News: मौसम विभाग ने दक्षिणी ओडिशा के 9 जिलों में भारी बारिश की भविष्यवाणी की है, जिससे पहाड़ी क्षेत्रों में और भूस्खलन हो सकता है, जिसके चलते सड़कों और कृषि क्षेत्रों में पानी भर सकता है.
भुवनेश्वर. गजपति जिले में भूस्खलन के कारण कम से कम 10 घर क्षतिग्रस्त हो गए. मलकानगिरी और कालाहांडी जिलों में रात भर बारिश के कारण प्रमुख सड़कें जलमग्न और क्षतिग्रस्त हो गईं. आईएमडी (IMD) ने अगले 48 घंटे में दक्षिणी ओडिशा के 9 जिलों में भारी बारिश का अनुमान लगाया है. इसके अलावा, पिछले 48 घंटे में ओडिशा के कई इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश हुई है, जिससे कई जगहों पर जलभराव हो गया. मौसम कार्यालय ने बताया कि सोमवार को ओडिशा में कम दबाव प्रणाली (लोपर) बनने के कारण भारी बारिश हुई.
मौसम विभाग ने बताया कि हमने दक्षिणी ओडिशा के 9 जिलों में भारी से बहुत भारी वर्षा की भविष्यवाणी की है, जिससे पहाड़ी क्षेत्रों में और भूस्खलन हो सकता है और सड़कों और कृषि क्षेत्रों में पानी भर सकता है. मौसम विभाग के वैज्ञानिक यू एस दास ने बताया कि नौ जिलों के लिए ऑरेंज चेतावनी जारी की गई है. बुधवार के लिए जिन जिलों को ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया था, वे इस प्रकार हैं – कोरापुट, मलकानगिरी, नबरंगपुर, नुआपाड़ा, कालाहांडी, कंधमाल, बोलांगीर, गंजम और नयागढ़.
इसी तरह, रायगडा, गजपति, खुर्दा, पुरी, कटक, जगतसिंहपुर, बौध, सोनपुर, बरगढ़, अंगुल, ढेंकानाल और क्योंझर जिलों में एक या दो स्थानों पर येलो चेतावनी जारी की गयी है. इन स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है. इसके अलावा, आईएमडी ने अपने एक बुलेटिन में कहा कि ओडिशा के कई जिलों में अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश या गरज के साथ वर्षा होने की संभावना है. गजपति जिले से जारी एक रिपोर्ट में बताया गया है कि गजपति जिले के नुआगड़ा ब्लॉक के नुआपाली गांव में भूस्खलन के कारण कम से कम 10 घर ध्वस्त हुए हैं. जिला स्तर के एक अधिकारी ने बताया कि किसी भी प्रकार के जान-माल का नुकसान नहीं हुआ है, क्योंकि लोग भूस्खलन को देखकर तुरंत अपने घरों से निकल गए थे, सिर्फ संपत्ति का नुकसान हुआ था.
आंध्र प्रदेश और छत्तीसगढ़ से सटे मलकानगिरी जिले के मोटू इलाके में भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. आपदा प्रबंधन अधिकारी ने बताया कि मलकानगिरी में बारिश की पानी सड़कों पर छह से आठ फ़ीट की ऊंचाई तक बहने से मलकानगिरी का तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और छत्तीसगढ़ के बीच सड़क संचार बाधित हो गया है. कालाहांडी जिले की प्रमुख सड़कें भी जलमग्न हो गई हैं.
मौसम विभाग ने मछुआरों को सलाह दी है, कि वे शनिवार तक ओडिशा के पश्चिम, मध्य और उत्तरी तट तथा पश्चिम बंगाल के तट से लगे समुद्र में न जाएं. मौसम कार्यालय ने बुधवार को बताया कि कालाहांडी जिले के लांजीगढ़ में पिछले 24 घंटे में सुबह 8.30 बजे तक 171.6 मिमी बारिश और रायगढ़ के अंबाडोला में 155 मिमी बारिश हुई.
इस बीच, विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) ने सभी जिला कलेक्टरों को पत्र लिखकर कहा कि ऑरेंज एवं येलो अलर्ट वाले जिलों को विशेष रूप से पहाड़ी इलाकों में जलभराव, भूस्खलन की किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहना चाहिए. एसआरसी ने आगे कहा कि कलेक्टरों को निचले इलाकों में जलजमाव पर सतर्क रहना चाहिए और शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में जहां कहीं भी आवश्यक हो, पानी निकालने का कार्य करना चाहिए.
विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) ने सभी जिला कलेक्टरों से कहा है कि मछुआरों को दी गई सलाह को सख्ती से लागू किया जाए और राज्य के आपातकालीन केंद्र को 24 घंटे खुला रखा जाए. एसआरसी ने पत्र में उल्लेख किया है कि भारी बारिश के कारण हुए नुकसान की रिपोर्ट सरकार को दी जानी चाहिए.
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Tags: Flood, Flood in Coastal Areas, Monsoon, OdishaFIRST PUBLISHED : July 13, 2022, 12:03 IST