घाघरा और शारदा के कटान ने लोगों की बढाई परेशानी नदी में समाता जा रहा है घर
घाघरा और शारदा के कटान ने लोगों की बढाई परेशानी नदी में समाता जा रहा है घर
पहाड़ों पर हो रही लगातार भारी बारिश के बीच लखीमपुर खीरी के तराई इलाके में रहने वाले लोगों की मुश्किलें कम नहीं हो रही है. शारदा और घाघरा नदी का कटान तेज हो गया है. ग्रामीण अपने आशियाने को खुद से उजाड़ने को मजूबूर हो रहे हैं. कटान के चलते लोगों का आशियाना नदी में समाते जा रहा है. खुले आसमान के नीचे लोग रहने को विवश हो गए हैं.
लखीमपुर खीरी. यूपी के लखीमपुर जिले में शारदा और घाघरा नदी का कटान तेज हो गया है. दोनों नदी के किनारे बसे ग्रामीण इलाके के लोग दहशत में जीने को मजबूर हो गए है. जिन हाथों से ग्रामीणों ने अपना आशियाना बनाया था, उसको नष्ट करने को विवश है. साथ ही यहां से पयालन भी करना शुरू कर दिया है.
तराई क्षेत्र में भी कटान से बढ़ी लोगों की परेशानी
लखीमपुर जिले के तराई क्षेत्र में रहने वाले लोगों को शारदा नदी के कटान के चलते अधिक परेशानी झेलनी पड़ रही है. वहीं कटान को रोकने के लिए प्रशासन तेजी से गांव में काम कर रहा है. वहीं दूसरी ओर घाघरा नदी का भी कटान कर रही है. काटन रोकने में बाढ़ खंड लगातार प्रयास कर रहा है. परंतु, सफलता नहीं मिल पा रही है. वहीं धौरहरा क्षेत्र के माथुरपुर गांव में घाघरा नदी के कटान की वजह से 14 परिवारों ने घर तोड़कर सड़क पर डेरा डाल लिया है. ये लोग खुले आसमान के नीचे रात गुजारने को मजबूर हैं.
नदी में समाता जा रहा है लोगों का आशियाना
धौरहरा तहसील के माथुरपुर, सुजानपुर और कुर्तैहिया गांवों को बचाने के लिए बना बांध टूट जाने के बाद घाघरा नदी ने माथुरपुर को अपनी जद में ले लिया है. गांव के रहने वाले ग्रामीण कटान के डर से जिन हाथों से घर को बनाया था, उसको उजाड़ने के लिए पूरी तरह से मजबूर है. हीं दूसरी ओर तहसील क्षेत्र निघासन के ग्रंट नंबर 12 गांव में तेजी से कटान हो रहा है. गांव के रहने वाले ग्रामीण पलायन करने को मजबूर हो गए हैं. ग्रंट नंबर 12 गांव में लगातार नदी में मकान समाता जा रहा है. वहीं प्रशासन कटान रोकने में प्रयास कर रहा है. बता दें कि जनपद खीरी की पांच तहसील बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में है. इस समय सबसे ज्यादा कटान निघासन व धौरहरा तहसील क्षेत्र में हो रहा है.
Tags: Lakhimpur Kheri News, Local18, UP floods, UP newsFIRST PUBLISHED : September 3, 2024, 13:25 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed