कश्मीर में भीषण गर्मी के कारण स्कूल बंद सोचिए हमने प्रकृति के साथ क्या किया

kashmir Heatwave: देश की जन्नत कश्मीर को हमने क्या बना डाला. प्रकृति से लगातार खिलवाड़ के कारण आज जहां देश के अन्य राज्यों में मूसलाधार बारिश हो रही है, वहीं कश्मीर में लू के थपेड़े चल रहे हैं. कश्मीर भीषण गर्मी की चपेट में है और घाटी में कई जगहों पर तापमान जुलाई महीने के 25 साल के रिकॉर्ड को तोड़ चुका है.

कश्मीर में भीषण गर्मी के कारण स्कूल बंद सोचिए हमने प्रकृति के साथ क्या किया
हाइलाइट्स कश्मीर भीषण गर्मी की चपेट में है. गर्मी के सारे रिकॉर्ड टूट गए हैं. स्कूल को बंद करने का आदेश दिया गया है. Kashmir Heatwave: देश की जन्नत को आखिर किसकी नजर लगी है. एक तरफ जहां देश भर के अन्य राज्यों में मॉनसून अपने चरम पर है. चारों तरफ मूसलाधार बारिश हो रही है. वहीं कश्मीर में लू के थपेड़े चल रहे हैं. वह भी ऐसा वैसा नहीं, गर्मी ने जुलाई महीने के 25 साल के रिकॉर्ड को ध्वस्त कर दिया है. दरअसल कश्मीर भीषण गर्मी की चपेट में है और घाटी के कई स्थानों पर रविवार को 25 सालों में जुलाई का सबसे अधिक तापमान दर्ज किया गया है. अब सवाल यह है क्या हमने प्रकृति के साथ कितना खिलवाड़ किया है कि जुलाई में कश्मीर में इतनी प्रचंड गर्मी पड़ रही है. प्रचंड गर्मी से हालत इतने खराब हैं कि इसका असर बच्चों पर ना पड़े इसके लिए स्कूलों को बंद करने का आदेश जारी किया गया है. कश्मीर स्कूल विभाग ने भीषण गर्मी के कारण 20 से 30 जुलाई तक स्कूल बंद करने का आदेश दिया है. मौसम विभाग के अनुसार, श्रीनगर शहर में रविवार को अधिकतम तापमान 36.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. यह 9 जुलाई 1999 के बाद सबसे गर्म जुलाई का दिन था, जब पारा 37 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया था. पढ़ें- Mausam Update: दिल्लीवालों फिर सताएगा उमस? तो इन राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट, क्या है यूपी-बिहार के मौसम का हाल? कई सालों के टूटे रिकॉर्ड श्रीनगर में जुलाई का सबसे गर्म दिन 10 जुलाई 1946 को दर्ज किया गया था, जब पारा 38.3 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था. दक्षिण कश्मीर के काजीगुंड और कोकरनाग कस्बों में भी रविवार को जुलाई का सबसे गर्म दिन दर्ज किया गया. काजीगुंड में अधिकतम तापमान 35.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो 11 जुलाई 1988 को दर्ज किए गए 34.5 डिग्री सेल्सियस के पिछले उच्चतम तापमान से अधिक है. बारिश की उम्मीद कोकरनाग में पारा 34.1 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जबकि इस साल 3 जुलाई को 33.3 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया था. दक्षिण कश्मीर के इस शहर में पारा इससे पहले केवल एक बार 8 जुलाई 1993 को 33 डिग्री तक पहुंचा था. मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में कश्मीर घाटी के अलग-अलग स्थानों पर बारिश होने का अनुमान जताया है, जिससे तापमान में गिरावट आने की उम्मीद है. Tags: Extreme weather, Heat Wave, Jammu kashmir, Kashmir newsFIRST PUBLISHED : July 29, 2024, 06:17 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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