चौथा अटेंप्ट चौथी रैंक UPSC रिजल्ट में बेटे का नाम देख चौंके माता-पिता
चौथा अटेंप्ट चौथी रैंक UPSC रिजल्ट में बेटे का नाम देख चौंके माता-पिता
PK Sidharth Ramkumar UPSC Success Story: हर साल 10 से 15 लाख अभ्यर्थी यूपीएससी परीक्षा देते हैं. उनमें से करीब 1000 युवा सिविल सर्विस में करियर बना पाते हैं. केरल के पीके सिद्धार्थ रामकुमार ने 4 बार यूपीएससी परीक्षा दी थी. उनका सरकारी रिजल्ट देखकर उनके माता-पिता भी चौंक गए थे.
नई दिल्ली (PK Sidharth Ramkumar UPSC Success Story). देश की टॉप सरकारी नौकरी हासिल करने के लिए यूपीएससी परीक्षा पास करना जरूरी है. जहां कुछ उम्मीदवार कई अटेंप्ट के बाद भी आईएएस, आईपीएस अफसर बनने का सपना पूरा नहीं कर पाते हैं, वहीं केरल के पीके सिद्धार्थ रामकुमार ने इसमें 2 बार सफल होने का रिकॉर्ड बनाया (UPSC Mains Result). उन्होंने यूपीएससी परीक्षा का चौथा अटेंप्ट आईपीएस ट्रेनिंग के साथ दिया था.
कुछ लोग रैंक और सर्विस में इंप्रूवमेंट के लिए सरकारी नौकरी मिल जाने के बावजूद फिर से यूपीएससी परीक्षा देते हैं. पीके सिद्धार्थ रामकुमार ने भी यही किया था. 2022 में यूपीएससी परीक्षा पास कर उन्हें आईपीएस ट्रेनिंग के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया था (PK Sidharth Ramkumar IPS). आईपीएस ट्रेनिंग हासिल करते हुए उन्होंने 2023 में फिर से यूपीएससी परीक्षा दी. इस बार उनकी रैंक काफी बेहतर थी और उन्हें आईएएस अलॉट किया जा सकता था. लेकिन उन्होंने आईपीएस को ही प्राथमिकता दी.
IPS Success Story: केरल यूनिवर्सिटी से किया ग्रेजुएशन
पीके सिद्धार्थ रामकुमार ने अगस्त 2019 में केरल यूनिवर्सिटी से आर्किटेक्चर में ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की थी. ग्रेजुएशन के लास्ट ईयर में उन्होंने यूपीएससी परीक्षा का पहला अटेंप्ट दिया था. लेकिन तब वह यूपीएससी प्रीलिम्स परीक्षा तक पास नहीं कर पाए थे. हालांकि इस असफलता से वह घबराए नहीं थे और न ही हार मानी थी. सरकारी नौकरी का उनका लक्ष्य स्पष्ट था. इसलिए वह मेहनत करते रहे और उन्होंने अगले साल फिर से यूपीएससी परीक्षा दी.
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Sarkari Result: दूसरे अटेंप्ट में मिली सरकारी नौकरी
पीके सिद्धार्थ रामकुमार ने 2021 में यूपीएससी परीक्षा पास कर ली थी. तब उनकी रैंक पीछे होने की वजह से उन्हें भारतीय दूरसंचार सेवा में नौकरी मिली थी. वह सिविल सेवा की टॉप नौकरी चाहते थे. इसलिए उन्होंने 2022 में फिर से सिविल सर्विस परीक्षा दी. इसमें 121वीं रैंक के साथ उन्हें आईपीएस यानी भारतीय पुलिस सेवा के लिए चुन लिया गया था. इसके तुरंत बाद उन्होंने हैदराबाद में स्थित आईपीएस एकेडमी में ट्रेनिंग शुरू कर दी थी.
Motivational Story: इसके बाद भी नहीं थमे कदम
पीके सिद्धार्थ रामकुमार के पिता रिटायर्ड स्कूल प्रिंसिपल हैं, मां होममेकर और उनके बड़े भाई केरल हाईकोर्ट में वकील के तौर पर प्रैक्टिस कर रहे हैं. पीके सिद्धार्थ रामकुमार ने परिवार को बिना बताए यूपीएससी परीक्षा का एक और अटेंप्ट दिया था. यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2023 के नतीजे देखकर उनके परिवार में सभी चौंक गए थे. इस अटेंप्ट में पीके सिद्धार्थ रामकुमार ने चौथी रैंक के साथ केरल में टॉप किया था. उनके परिजनों को टीवी के जरिए सरकारी रिजल्ट की जानकारी मिली थी.
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Tags: IPS Officer, Motivational Story, Success Story, Upsc resultFIRST PUBLISHED : December 10, 2024, 15:24 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed