मानसून में कैसी होगी बारिश इस झाड़ी से मिलता है संकेत
मानसून में कैसी होगी बारिश इस झाड़ी से मिलता है संकेत
मौजूदा समय में तो आधुनिक मशीनों के मदद से मौसम विभाग यह पता लगा लेता है की बारिश कब होगी. लेकिन, उस समय क्या होता था जब ऐसी मशीनों का आविष्कार नहीं हुआ था. उस समय लोग कैसे पता लगाते थे कि बारिश कब होगी.
झांसी. बुंदेलखंड की भीषण गर्मी से लोग महीनों तक परेशान रहते हैं. इसके बाद लोग बारिश के मौसम का इंतजार करते हैं. आम आदमी से लेकर किसान तक बारिश की पहली बूंद की राह देखते हैं. मौजूदा समय में तो आधुनिक मशीनों के मदद से मौसम विभाग यह पता लगा लेता है की बारिश कब होगी. लेकिन, उस समय क्या होता था जब ऐसी मशीनों का आविष्कार नहीं हुआ था. उस समय लोग कैसे पता लगाते थे कि बारिश कब होगी.
बुंदेलखंड में किसान बेहद दिलचस्प तरीकों से बारिश का अंदाजा लगाते थे. किसान राम प्रसाद बताते हैं कि उनके पूर्वज कहते थे कि अगर पछुआ चली तो बारिश अच्छी नहीं होगी. लेकिन, अगर पुरवा चली तो अच्छी बारिश की उम्मीद होती थी. इसके साथ ही कांछ की झाड़ियां भी बारिश के होने का इशारा देती थीं. अगर भादो के आधे महीने में कांछ की झाड़ी उग गई तो लोग कहते थे कि बारिश पर असर पड़ेगा. इसका मतलब बारिश कम होगी. लेकिन, अगर झाड़ियां नहीं उगी तो अच्छी बारिश हो सकती है.
लाल चींटी से मिलता है ये संकेत
किसान राम प्रसाद बताते हैं कि बुंदेलखंड में लोग लाल चींटी को भी देखकर बारिश का अंदाजा लगाते थे. अगर आषाढ़ के मौसम में खेत में लाल चींटी एक लाइन में निकलती हुई दिखाई दें तो इससे किसान यह अंदाजा लगा लेते थे की बारिश अच्छी होगी. अगर चींटी नहीं निकली तो बारिश कम होती थी. इस प्रकार के कई और तरीके भी थे जिससे किसान बारिश का अंदाजा लगाते थे.
Tags: Jhansi news, Local18, Uttar Pradesh News Hindi, Weather UpdateFIRST PUBLISHED : June 25, 2024, 08:29 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed