पहले पेजर अटैक फिर नसरल्लाह की हत्या आर्मी चीफ ने इजरायल की क्यों पीठ थपथपाई

भारतीय थल सेनाध्यक्ष उपेंद्र द्विवेदी ने इजरायल के युद्ध प्लानिंग के बारे में बात करते हुए कहा कि लड़ाई उस  दिन शुरू नहीं होती है जब आप लड़ना शुरू करते हैं. उस दिन जंग शुरू होती है जब आप प्लानिंग शुरू करते हैं. जंग की तैयारी के लिए यह काफी महत्वपूर्ण है. अब इस तकनीक का इस्तेमाल हर देश कर रहे हैं.

पहले पेजर अटैक फिर नसरल्लाह की हत्या आर्मी चीफ ने इजरायल की क्यों पीठ थपथपाई
करीब एक साल पहले 7 अक्टूबर को जब हमास ने इजराइल पर हमला किया था. तब से इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद पर सवाल उठने लगे थे. दुनिया की सबसे खतरनाक खुफिया एजेंसी मानी जाने वाली मोसाद की साख पर सवाल उठने थे. लेकिन, इसके बाद जो हुआ सबको चौंका दिया. पहले हमास के मुखिया इस्माइल हानिया को तेहरान में मार गिराया. और अब फिर पेजर अटैक के जरिए 3000 से ज्यादा हिजबुल्लाह आतंकियों को एक साथ निशाना बनाया. भारतीय थल सेनाध्यक्ष उपेंद्र द्विवेदी ने हाल ही मीडिया को संबोधित करते हुए इजरायल के इस कदम को मास्टरस्ट्रोक करार दिया है. इजरायल ने बेरुत में घुसकर हिजबुल्लाह के चीफ नसरल्लाह और उसके 20 अन्य कमांडरों को एक साथ मार गिराया. इजरायल ने इस ऑपरेशन में ट्रायंगुलेशन तकनीक का इस्तेमाल किया, जो किसी ने सोचा भी नहीं था. इस तकनीक के बारे में बात करते हुए भारतीय सेना के थलसेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने कहा कि ऐसा ना तो कभी सुना गया और ना ही देखा गया. थलसेना प्रमुख ने बताया कि हिजबुल्लाह पर अटैक के लिए पहले पेजर का इस्तेमाल हुआ, फिर मोबाइल में शिफ्ट हुए. इजरायली सेना इससे भी आगे बढ़ती हुई सोनिक बूम का इस्तेमाल किया. एयरक्राफ्ट को इस तरह से मूव किया गया कि सोनिक बूम साउंड क्रिएट हो और वह भी अलग-अलग समय पर. यह जिस समय हो रहा था, नसरल्लाह लाइव स्पीच दे रहा था. ट्रायंगुलेशन मेथड के जरिए यह फोकस किया गया कि वह किस बिल्डिंग में है. थलसेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने लेबनान पर इज़राइली हमले के सवाल पर जवाब देते हुए कहा कि इस बार इज़राइल ने कुछ अलग ही किया है. इजरायल ने पहले हमास को पूरी तरह से खत्म किया और फिर हिजबुल्लाह की तरफ रुख किया. पेजर वाली घटना की बात करें तो यह एक ताइवान कंपनी ने हंगरी की कंपनी को सप्लाई किया और फिर उन्होंने इसे आगे बढ़ाया. यह एक मास्टर स्ट्रोक था और इसके लिए सालों की तैयारी की गई थी. उपेंद्र द्विवेदी ने आगे कहा कि लड़ाई उस  दिन शुरू नहीं होती है जब आप लड़ना शुरू करते हैं. उस दिन जंग शुरू होती है जब आप प्लानिंग शुरू करते हैं. जंग की तैयारी के लिए यह काफी महत्वपूर्ण है. अब इस तकनीक का इस्तेमाल हर देश कर रहे हैं. Tags: Indian army, IsraelFIRST PUBLISHED : October 1, 2024, 14:01 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed