कभी नहीं देखा होगा धान का बैंगनी पौधा आइए जानते हैंं इस प्रजाति के बारे में

Purple Paddy Crop, Sultanpur: बैंगनी रंग के इस अद्भुत धान को ब्लैक राइस गोल्ड के नाम से जाना जाता है. इसकी प्रजाति भी इसी नाम से मशहूर है. इसकी पैदावार लगभग 70 क्विंटल प्रति हेक्टेयर होती है, और इसे विशेष तकनीकी विधि से उगाया जाता है.

कभी नहीं देखा होगा धान का बैंगनी पौधा आइए जानते हैंं इस प्रजाति के बारे में
विशाल तिवारी, सुल्तानपुर: अधिकांश लोगों ने धान के पौधे हरे रंग के देखे हैं, और पकने पर पीले रंग के. लेकिन क्या आपने कभी बैंगनी रंग का धान देखा है..? अगर नहीं, तो आज हम आपको उत्तर प्रदेश की एक ऐसी जगह के बारे में बताएंगे, जहां बैंगनी रंग के धान का पौधा उगाया जाता है. सुल्तानपुर शहर से 7 किमी दूर स्थित आरडीह गांव के एक किसान ने इस अनोखी प्रजाति की खेती की है. फसल के तैयार होने में लगता है 120 दिन कृषि रत्न से सम्मानित और स्टेट लेवल पेस्ट सर्विलांस एंड एडवाइजरी यूनिट, लखनऊ के सदस्य किसान राम कीरत मिश्रा ने बताया कि इस धान को तैयार करने में 120 दिन लगते हैं. इसमें रोपाई से पहले धान की नर्सरी में बिताया गया समय भी शामिल है. कौन सी है यह धान की प्रजाति? बैंगनी रंग के इस अद्भुत धान को ब्लैक राइस गोल्ड के नाम से जाना जाता है. इसकी प्रजाति भी इसी नाम से मशहूर है. इसकी पैदावार लगभग 70 क्विंटल प्रति हेक्टेयर होती है, और इसे विशेष तकनीकी विधि से उगाया जाता है. फसल तैयार करने की विधि ब्लैक राइस गोल्ड प्रजाति की खेती आधुनिक और अनुसंधानित विधियों से की जाती है. रोपाई के दौरान डीएपी का छिड़काव किया जाता है, जबकि रोपाई के 10 दिन बाद जिंक और यूरिया का मिश्रण, और धान की बाली निकलने से पहले पोटाश और यूरिया का छिड़काव किया जाता है. इसके साथ ही धान के पौधों को उचित दूरी पर रोपा जाता है ताकि पैदावार बेहतर हो सके. Tags: Local18, Paddy crop, Sultanpur news, Uttarpradesh newsFIRST PUBLISHED : September 23, 2024, 10:43 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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