USA जाने को चुना लंबा रास्ता चीन में पकड़ी गई बर्बादी की मोहर हुआ ऐसा हश्र
USA जाने को चुना लंबा रास्ता चीन में पकड़ी गई बर्बादी की मोहर हुआ ऐसा हश्र
12 कक्षा पास कुलदीप के सामने अमेरिका जाने के लिए कोई सीधा रास्ता नहीं था. अमेरिका जाने की चाहत पूरी करने के लिए कुलदीप ने 47 लाख रुपए में एक डील की. इस डील का अंजाम यह हुआ कि वह अमेरिका पहुंचने की जगह सलाखों के पीछे पहुंच गया. क्या है पूरा मामला, जानने के लिए पढ़ें आगे...
Airport News: पटियाला के घग्गा गांव में रहने वाला कुलदीप भी अपने गांव के दूसरे नौजवानों की तरह विदेश जाकर अपना किस्मत बदलना चाहता था. अमेरिका जाने की अपनी इस चाहत का जिक्र अपने दोस्त से कर दिया. कुलदीप की चाहत जानने के बाद उसके दोस्त ने बताया कि वह एक ऐसे शख्स को जानता है, जो उसे अमेरिका भेजने में मदद कर सकता है. अपने दोस्त के कहने पर कुलदीप अक्षय नामक एक ट्रैवल एजेंट के पास पहुंच गया.
चूंकि कुलदीप सिर्फ 12वीं पास था और उसके पास ऐसी कोई योग्यता नहीं थी, जिसकी मदद से वह विदेश जा सके. लिहाजा, अक्षय ने उसे दुबई, चीन, सुरीनाम और ग्वाटेमाला के रास्ते अमेरिका भेजने का आश्वसन दे दिया. इस काम के एवज में अक्षय ने 47 लाख रुपए की मांग की. बातचीत के बाद अक्षय और कुलदीप के बीच यह तय हुआ कि वह अमेरिका पहुंचने के बाद 47 लाख रुपए का भुगतान करेगा. कुलदीप की इस बात पर अक्षय ने भी हांमी भर दी. यह भी पढ़ें: सर! मेरे बेटे को बचा लो… बांग्लादेशी दंगाई उसे मार देंगे… और बीएसएफ ने लिया ऐसा एक्शन, खुली रह गई सबकी आंखे… बांग्लादेश में इंटरनेट और मोबाइल सेवा ठप्प होने के बाद उन अभिभावकों की चिंता बढ़ गई है जो बांग्लादेश में फंसे हुए हैं. ऐसे ही एक परिवार ने बीएसएफ से ब्रह्मभरिया मेडिकल कॉलेज में फंसे अपने बेटे को रेस्क्यू करने का अनुरोध किया था. जिसके बाद, बीएसएफ ने बीजीबी की मदद से 36 मेडिकल स्टूडेंट्स को सकुशल रेस्क्यू किया है. विस्तृत खबर के लिए क्लिक करें.
ट्रैवल हिस्ट्री बनाने के लिए पासपोर्ट पर लगाई फेक स्टैंप
कुछ दिनों बाद, अक्षय ने कुलदीप को बताया कि उसकी ट्रैवल हिस्ट्री न होने की वजह से वीजा मिलने में दिक्कत आ रही है. लिहाजा, उसे उसके पासपोर्ट पर फेक ट्रैवल हिस्ट्री क्रिएट करनी होगी. कुलदीप के हांमी भरने के बाद अक्षय ने उसके पासपोर्ट पर दिल्ली इमिग्रेशन की फर्जी स्टैंप लगा दी. इसके कुछ दिनों बात, अक्षय ने कुलदीप को दुबई, चीन, सुरीनाम, ग्वाटेमाला के वीजा के साथ उसका पासपोर्ट और टिकट सौंप दिए.
कुलदीप तय तारीख पर दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से दुबई के लिए रवाना हो गया. इसके बाद, कुलदीप दुबई से चीन पहुंचने में भी सफल हो गया. चीनी एयरपोर्ट पर पासपोर्ट और वीजा की जांच करते हुए इमिग्रेशन अधिकारी ने कुलदीप से कुछ सवाल पूछ दिए. जिसका संतोषजनक जवाब वह नहीं दे पाया. संहेद होने पर चीनी इमिग्रेशन अधिकारियों ने कुलदीप को आईजीआई एयरपोर्ट के लिए डिपोर्ट कर दिया. यह भी पढ़ें: एक एक्शन ने 5 राज्यों में मचाई ‘खलबली’, विदेश में पनाह ले रहे लोग, तैयार हुआ नया ‘अरेस्ट’ प्लान.. आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस के एक प्लान से पंजाब, गुजरात, हरियाणा, महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल में एजेंटों के बीच भगदड़ का आलम है. पुलिस की गिरफ्त से बचने के लिए कई एजेंट ने विदेश में पनाह ले ली है. इन एजेंट्स को गिरफ्तार करने के लिए अब एक नया प्लान तैयार किया गया है. क्या है पूरा मामला जानने के लिए क्लिक करें.
चीन से डिपोर्ट होने के बाद आईजीआई एयरपोर्ट पर हुआ अरेस्ट
वहीं दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचने के बाद ब्यूरो ऑफ इमिग्रेशन के अधिकारियों की नजर पासपोर्ट पर लगी फर्जी इमिग्रेशन पर पड़ गई. जिसके बाद, उसे हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की गई. पूछताछ के दौरान, कुलदीप ने अक्षय से मिलने से लेकर चीन पहुंचने तक पूरी कहानी बयां कर दी. इस खुलासे के बाद इमिग्रेशन अधिकरियों ने कुलदीप को आईजीआई एयरपोर्ट थाना पुलिस के हवाले कर दिया.
वहीं, आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस ने कुलदीप के कबूलनामे के आधार पर उसके खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है. वहीं, इस बाबत आईजीआई एयरपोर्ट की डीसीपी उषा रंगनानी ने सलाह दी है कि विदेश जाने के लिए अधिकृत एजेंसियों से संपर्क करें. सस्ती दरों पर विदेश भेजने का वादा करने वाले धोखेबाज एजेंटों को लेकर खास सावधानी बरतें.
Tags: Airport Diaries, Airport Security, Aviation News, Crime News, Delhi airport, Delhi police, IGI airportFIRST PUBLISHED : July 22, 2024, 14:30 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed