जैसे-जैसे हम डिजिटल होते जा रहे हैं, जिंदगी आसान होती जा रही है, उतनी ही मुसीबतें भी बढ़ रही हैं. इसका सबसे बड़ा उदाहरण है डिजिटल फ्रॉड. साइबर क्राइम की दुनिया का बेताज बादशाह जामताड़ा अब देश के हर जिले में बनता जा रहा है. डिजिटल अरेस्ट के मामले बढ़ते जा रहे हैं. उधर, साइबर क्राइम से बचने के लिए पुलिस सहित तमाम सरकारी और गैर सरकारी महकमे लोगों को समय-समय पर अलर्ट करते रहते हैं. इसके बाद भी साइबर क्राइम की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं.
लेकिन मुंबई पुलिस की पहल से इस मामले में बड़ी कामयाबी मिली है. ऑनलाइन धोखाधड़ी के बारे में पुलिस को सचेत करने के लिए लोगों के लिए शुरू की गई ‘1930’ साइबर हेल्पलाइन ने बैंकों से तुरंत संपर्क कर मुंबई में पिछले सात महीनों में 100 करोड़ रुपये के फर्जीवाड़े को होने से रोका है.
मुंबई पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, 100 करोड़ रुपये धोखेबाजों के हाथों में जाने से रोके गए और ऐसा शेयर कारोबार, निवेश, कूरियर कॉल, डिजिटल गिरफ्तारी की धमकी, ऑनलाइन कार्यों आदि से जुड़े ऑनलाइन धोखाधड़ी के 35,918 मामलों में कार्रवाई से संभव हो सका.
हेल्पलाइन पर शिकायत मिलने के बाद तीन शिफ्ट में काम करने वाले तीन अधिकारी और 50 सिपाही तुरंत बैंकों और उसके नोडल कर्मियों से संपर्क करते हैं ताकि पैसे को आगे हस्तांतरित होने से रोका जा सके. आरोपियों के खाते भी फ्रीज कर दिए गए हैं.
पुलिस ने कहा कि लोगों को साइबर धोखाधड़ी का शिकार होने से बचने के लिए पुलिस के दिशानिर्देशों का पालन करना चाहिए और ऐसा होने पर तुरंत ‘1930’ हेल्पलाइन पर संपर्क करना चाहिए.
Tags: Cyber Crime, Mumbai News, Mumbai police, Online fraudFIRST PUBLISHED : August 3, 2024, 22:54 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed