पेच फंसा फिर दिल्ली आएंगे महायुती के नेता आखिर क्या है देरी की वजह

Maharashtra New CN News: महाराष्ट्र में सरकार बनाने के सारे पेच अभी खत्म नहीं हुए हैं. वैसे भाजपा को सीएम पद देने पर सहमति बन गई है लेकिन मंत्रालयों के बंटवारे और अन्य मसलों पर अब भी पेच फंसा हुआ है.

पेच फंसा फिर दिल्ली आएंगे महायुती के नेता आखिर क्या है देरी की वजह
Maharashtra New CN News: महाराष्ट्र में नई सरकार के गठन में आखिर क्यों देरी हो रही है. चुनाव नतीजे आए हुए छह दिन बीत चुके हैं लेकिन अभी तक सरकार की रूपरेखा तय नहीं हो पाई है. यहां तक कि प्रचंड बहुमत मिलने के बावजूद महायुती ने अभी तक विधायक दल के नेता का चुनाव नहीं किया है. दूसरी तरह महाराष्ट्र के साथ ही झारखंड विधानसभा चुनाव के नतीजे आए थे. वहां इंडिया गठबंधन को जीत मिली थी. गुरुवार को वहां झामुमो के नेता हेमंत सोरेन ने अपनी सरकार बना ली. महायुती की ओर से सरकार बनाने में सबसे बड़ी दिक्कत सीएम पद को लेकर था. लेकिन, गुरुवार रात में इस मसले को सुलझा लिया गया. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ एकनाथ शिंदे, देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार की मीटिंग में यह तय हो गया कि सीएम पद भाजपा को मिलेगा. इसके बाद सूत्रों का कहना है कि सीएम की इस रेस में देवेंद्र फडणवीस सबसे आगे हैं. गुरुवार रात एकनाथ शिंदे की मौजूदगी में अमित शाह ने देवेंद्र फडणवीस के हाथों में गुलदस्ता थमाकर इसका संकेत भी दे दिया था. विधायक दल की बैठक में देरी क्यों महायुती में भापजा को सीएम पद मिलने के बाद अब सवाल यह है कि आखिर विधायक दल के नेता का चुनाव क्यों नहीं हो रहा है. इस बारे में भाजपा की ओर से कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है. न ही किसी ऑब्जर्वर की घोषणा की गई है. सूत्रों का कहना है कि इस महीने शनिवार और रविवार दो दिन अमावस्या है. अमावस्या को आमतौर पर कोई शुभ कार्य नहीं होता है. ऐसे में 30 और एक तारीख को विधायक दल की बैठक नहीं पाएगी. एक तारीख को दोपहर तक अवावस्या है. अगर दोपहर बाद विधायक दल की बैठक होती है तो हो सकता है कि दो दिसंबर को शपथ ग्रहण समारोह हो जाए. लेकिन, इसकी संभावना कम दिख रही है. विभागों के बंटवारे पर रार सीएम की कुर्सी का मसला सुलझने के बाद महायुती में अभी तक विभागों के बंटवारे का मसला नहीं सुलझा है. भाजपा सीएम पद के साथ कम से कम 20 मंत्री चाहती है वहीं एकनाथ शिंदे डिप्टी सीएम के साथ-साथ गृह और शहरी विकास मंत्रालय चाहते हैं. वह 10 से 12 मंत्री पद पर अड़े हुए हैं. अजित पवार की एनसीपी भी कड़ा बार्गेनिंग कर रही है. अजित पवार खुद डिप्टी सीएम की कुर्सी और अपना पसंदीदा वित्त मंत्रालय चाहते हैं. इसके साथ ही वह 8 से 10 मंत्री पद चाहते हैं. दिल्ली में फिर बैठक अमावस्या का प्रभाव खत्म होने के बाद महायुती के नेता फिर दिल्ली आएंगे. इसकी पूरी संभावना है कि उनकी गृह मंत्री अमित शाह के साथ फिर बैठक हो. सूत्रों के मुताबिक एकनाथ शिंदे खुद डिप्टी सीएम नहीं बनना चाहते हैं. वह सरकार में अहम विभाग चाहते हैं. Tags: Ajit Pawar, Devendra Fadnavis, Eknath Shinde, Maharashtra ElectionsFIRST PUBLISHED : November 29, 2024, 14:33 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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