प्रेमी से लड़ जाती पर दुनिया नहीं छोड़ती सृष्टि!टेकऑफ से पहले ही क्रैश क्यों

नॉजवेज न खाने के दौरान हुई कथित चिकचिक से दुखी एक युवा महिला कामर्शियल पायलट का आत्महत्या की खबर मन को झकझोर देती है.खुशियों से भरी जिसकी जिंदगी की प्लेन बादलों से ऊपर जानी थी.उसने टेक ऑफ करने से पहले ही जिंदगी के मौत की गहराइयों में धकेल दिया.

प्रेमी से लड़ जाती पर दुनिया नहीं छोड़ती सृष्टि!टेकऑफ से पहले ही क्रैश क्यों
चिकन छोड़ने के लिए दुनिया नहीं छोड़नी थी सृष्टि! तुम जिस दौर में बेहतरीन जिंदगी जी सकती थी उसमें ये दोनो बातें बहुत दुखद है. जिंदगी की सारी खुशियां बाहे फैलाए तुम्हें मिल रही थी.आगे आकाश असीम था.खुशियों की जहाज लेकर तुम्हे तो बादलों के पार जाना था. लेकिन तुमने टेक ऑफ करने से पहले ही जिंदगी के जहाज को क्रश करा दिया. वो भी सपनों को असीम उड़ान देने वाले शहर मुंबई में! सृष्टि कॉमर्शियल पायलट थी.मंगलवार की रात उसने मुंबई के मरोल इलाके में आत्महत्या कर ली. बॉय फ्रेंड चिकन खाने से मना कर रहा था वैसे अब ये भी कहा जा रहा है कि आदित्य सृष्टि को परेशान भी कर रहा था. पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया है और इसकी जांच करेगी. वो कानून का मामला है. लेकिन ये सब सुन कर लगता है कि क्या अभी भी 19वीं सदी की सोच दिमागों पर हुकूमत कर रही है. आदित्य के नाम में पंडित लगा है. आदित्य दिल्ली का रहने वाला बताया जा रहा है. हो सकता है उसके परिवार में चिकन या नॉनवेज खाना बहुत खराब माना जाता रहा हो. लेकिन सृष्टि उसके परिवार से तो थी नहीं. मत मानती ‘उसकी’ बात! मत मानती आदित्य की बात. उससे अलग हो लेती. जो तुम्हें तुम्हारे मन की नहीं करने देता, उसका साथ छोड़ देती. लेकिन दुनिया तो न छोड़ती. उसे प्रेमी कहा भी नही जा सकता, जो प्रेम में शर्ते लगाता हो. अभी तो तुम्हें दुनिया देखनी थी. दुनिया तुमने नहीं देखा. लेकिन जिन्होंने देखी है वे जानते हैं रिश्तों में किचकिच होती है. किसी को कुछ पसंद नहीं आता तो किसी को कुछ. लेकिन इसके लिए अपनी जान नहीं देते. तुमने तो आसमान में जहाज उड़ाना सीखा था. सैकड़ो टन बोझ वाले जहाज को संतुलन के साथ उड़ाने का काम करना था. आखिरकार मन का छोटा सा बोझ न संभाल सकी. इस दौर में भी दकियानूसी खयाल! जितने भी भारतीय ज्ञानी हुए हैं वे मानते हैं कि धर्म कोई ऐसी कमजोर चीज नहीं है, जो नॉनवेज खाने से खतरे में पड़ जाय. पहले जरूर ऐसा माना जाता था. वो समय छुआ-छूत जैसी कुप्रथाओं भी था. जेन एक्स और जेन जेड इस तरह की कुरीतियों से निकला हुआ दिखता है. कम से कम महानगरों के लिए तो ये कहा ही जा सकता है. खाना -पीना आदत की बात है. इसमें धर्मिक मान्यता मानने वाले गेरुआ पहन कर अलग तरह का काम कर रहे हैं. लेकिन बात अगर धर्म की किताबों की जाय उसमें ये कहीं नहीं मिलता कि वेज नॉनवेज खाना कोई अपराध हो. पुराने समय के साहित्य को भी देखा जा सका है. उसमें सभी अपनी सुरुचि के हिसाब से बहुत सारी चीजें खाने की बातें है. यूपी की रहने वाली सृष्टि कॉमर्शियल पायलट थी. आदित्य भी उसी दिशा में बढ़ रहा था. पायलट के तौर पर न जाने किस ऊचाई तक उन्हें जाना था. बताया ये भी जा रहा है कि एक शाम कुछ दूसरे दोस्तों के साथ दोनों खाना खाने रेस्टोरेंट में गए थे. वहां नॉनवेज (चिकन वगैरह) खाने वाले का सृष्टि ने साथ दिया. इस बात को लेकर आदित्य ने उसे भला बुरा कहा. इसका बोझ हवाई जहाज को आसमान तक ले जाने वाली सृष्टि को भारी पड़ गया. उसने मंगलवार की रात फांसी लगा कर अपना जीवन खत्म कर लिया. Tags: Maharastra news, Mumbai crimeFIRST PUBLISHED : November 28, 2024, 13:50 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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