भीतर के अमृत को प्राप्त करना ही महाकुंभ

महाकुंभ में साधक अपने भीतर के अमृत को प्राप्त करते हैं. प्रयागराज में गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम में डुबकी लगाकर आंतरिक शांति का अनुभव होता है. भक्ति और ध्यान से चेतना शुद्ध होती है.

भीतर के अमृत को प्राप्त करना ही महाकुंभ