इस स्कीम के तहत सरकार दे रही 18 हजार रुपये की Subsidy होगी मोटी कमाई
इस स्कीम के तहत सरकार दे रही 18 हजार रुपये की Subsidy होगी मोटी कमाई
Subsidy on animal husbandry: गुजरात सरकार द्वारा किसानों के लिए विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही हैं, जिसमें चारा कटर खरीद पर 18,000 रुपये की सब्सिडी दी जाती है. इसका उद्देश्य चारा बर्बादी रोकना और पशुपालकों को सुविधा प्रदान करना है.
गुजरात: राज्य सरकार द्वारा किसानों के लिए विभिन्न योजनाएं लागू की गई हैं. इनमें बागवानी फसल से लेकर पशु खरीद, खेती के औजारों की खरीद आदि में सहायता दी जाती है. कई किसान इन योजनाओं का लाभ उठा रहे हैं. गुजरात में किसान खेती के साथ-साथ पशुपालन भी कर रहे हैं और अच्छी आमदनी कमा रहे हैं. पशुपालन एक ऐसा व्यवसाय है, जो समय मांगता है. खासतौर पर घास-चारे की व्यवस्था में मेहनत करनी पड़ती है और कई बार पशु चारा बर्बाद भी करते हैं. पशुपालक चारा कटर का उपयोग कर कटिंग करके पशुओं को चारा देते हैं, और राज्य सरकार इसके लिए सब्सिडी भी देती है.
चारा कटर से हो रही है सुविधा
कई बार पशुपालकों को पशुओं को चारा देने में दिक्कत होती है. बिना कटा हुआ चारा सीधे खिलाने पर भी अधिक बर्बादी होती है. लेकिन, चारा कटर के उपयोग से चारा देने में सुविधा होती है और बर्बादी भी कम होती है. इस योजना के तहत चारा कटर खरीदने पर किसानों को 18,000 रुपये की सब्सिडी मिलती है, जो सीधे बैंक खाते में जमा होती है.
खेती और पशुपालन का संबंध
खेती और पशुपालन आपस में जुड़े व्यवसाय हैं. कई किसान खेती के साथ-साथ पशुपालन का भी व्यवसाय करते हैं. चारा के रूप में ज्वार, बाजरा, मक्का जैसी फसलों का उपयोग होता है और पशुओं को खिलाया जाता है. हालांकि, इन्हें काटने में समय लगता है. ऐसे में पशुपालक इलेक्ट्रिक चारा कटर का उपयोग कर घास-चारे की कटाई करते हैं, जिससे समय की बचत होती है और कम मेहनत लगती है.
चारा कटर सहायता योजना का लाभ
महुवा पशु चिकित्सालय के चिकित्साधिकारी डॉ. के. सी. बलदाणिया ने बताया कि पशुपालकों के लिए कई योजनाएं लागू की गई हैं, जिनका वे लाभ उठा रहे हैं. इनमें चारा कटर सहायता योजना भी शामिल है. इस योजना का लाभ पाने के लिए पशुपालक को i-khedut पोर्टल पर आवेदन करना होता है. आवेदन के बाद ड्रॉ निकाला जाता है और जिन लाभार्थियों को चारा कटर मंजूर होता है, वे इसका लाभ उठा सकते हैं.
चारा कटर खरीद के लिए सब्सिडी
चारा कटर मंजूरी का आदेश मिलने के बाद पशुपालक को इसे खरीदना होता है. इस योजना के तहत 18,000 रुपये की सब्सिडी मिलती है. कुल 25,000 से 40,000 या 50,000 रुपये का चारा कटर खरीदा जा सकता है. इसके लिए ओरिजिनल बिल पशु चिकित्सालय में जमा करना होता है. बिल जमा करने के बाद सब्सिडी की राशि पशुपालक के बैंक खाते में जमा हो जाती है.
Tags: Animal husbandry, Gujarat, Local18, Special ProjectFIRST PUBLISHED : October 30, 2024, 11:11 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed