नेपाल बॉर्डर पर पसरा सन्नाटा मात्र 60-70 गाड़ियों की हो रही एंट्री भारी दहशत

भैरहवा भंसार कार्यालय के प्रमुख नारद गौतम के अनुसार, जहां पहले प्रतिदिन औसतन 350 भारतीय पर्यटक वाहन सोनौली सीमा के रास्ते नेपाल जाते थे, अब यह संख्या घटकर केवल 60 से 70 वाहनों तक रह गई है.

नेपाल बॉर्डर पर पसरा सन्नाटा मात्र 60-70 गाड़ियों की हो रही एंट्री भारी दहशत
गोरखपुर: नेपाल में हाल ही में हुए भूस्खलन और सड़क हादसों ने पर्यटन पर गहरा असर डाला है. खासतौर पर उत्तर प्रदेश और आसपास के राज्यों से आने वाले पर्यटक अब नेपाल जाने से हिचक रहे हैं. कई पर्यटक तो बॉर्डर से ही वापस लौट रहे हैं. इस कारण नेपाल में पर्यटकों की संख्या में भारी गिरावट देखी जा रही है, जिससे वहां के होटल और टूर-ट्रैवल्स उद्योग को काफी नुकसान हो रहा है. भैरहवा भंसार कार्यालय के प्रमुख नारद गौतम के अनुसार, जहां पहले प्रतिदिन औसतन 350 भारतीय पर्यटक वाहन सोनौली सीमा के रास्ते नेपाल जाते थे, अब यह संख्या घटकर केवल 60 से 70 वाहनों तक रह गई है. विशेष रूप से पोखरा और काठमांडू के होटलों की बुकिंग में लगातार कमी आ रही है. महाराष्ट्र, राजस्थान, और उत्तर प्रदेश से आए 90 से अधिक पर्यटक समूहों ने अपनी बुकिंग रद्द कर नेपाल छोड़ दिया है. हादसों से बढ़ी चिंता 22 अगस्त को पोखरा से काठमांडू जा रही एक भारतीय पर्यटक बस के नदी में गिरने से 27 भारतीय पर्यटकों की मृत्यु हो गई थी. इसके बाद, 25 अगस्त को नेपाल की दो यात्री बसों के पलटने से 23 नेपाली यात्री घायल हो गए. उसी दिन देर रात, एक भारतीय कार खाई में गिरने से एक भारतीय नागरिक की जान चली गई. नेपाल के विभिन्न प्रमुख मार्गों जैसे बुटवल-पाल्पा, नारायणघाट-मुग्लिन, मुग्लिन-पोखरा, और मुग्लिन-काठमांडू पर जारी निर्माण कार्य के कारण सड़कों की स्थिति खराब हो गई है. धीमी निर्माण गति और मानकों के पालन में कमी के चलते 20 से अधिक निर्माण कंपनियों को काली सूची में डाल दिया गया है. टूर-एंड-ट्रैवल्स कारोबार प्रभावित नेपाल के टूर-एंड-ट्रैवल्स व्यवसायी अमन के अनुसार, पहाड़ी क्षेत्रों में बढ़ते हादसों के कारण लगभग 70 प्रतिशत भारतीय पर्यटकों ने अपनी यात्रा बुकिंग रद्द कर दी है. होटल व्यवसायी सुमित ने बताया कि पोखरा के 90 प्रतिशत होटलों की बुकिंग रद्द हो चुकी हैं, जिससे नेपाल का पर्यटन उद्योग बुरी तरह प्रभावित हो रहा है. नेपाल के पर्यटन व्यवसायियों का मानना है कि पर्यटकों का विश्वास बहाल करने के लिए नेपाल सरकार को तुरंत ठोस कदम उठाने होंगे, ताकि सड़कों की स्थिति सुधर सके और हादसों पर अंकुश लगाया जा सके. Tags: India nepal, Local18, Nepal BorderFIRST PUBLISHED : August 29, 2024, 10:45 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed