जब रामपुर के राजकुमार का दिल अंग्रेज एक्ट्रेस पर आयाशादी करने पर सबकुछ गंवाया
जब रामपुर के राजकुमार का दिल अंग्रेज एक्ट्रेस पर आयाशादी करने पर सबकुछ गंवाया
Rampur Prince : ये लव स्टोरी रामपुर रियासत के ऐसे राजकुमार की थी, जिसको 11 वर्ष की उम्र में लंदन पढ़ने भेज दिया गया. फिर लंदन में उसको एक थिएटर एक्ट्रेस से प्यार हो गया. लेकिन ये प्यार उसको बहुत भारी पड़ा, रियासत ने पल्ला झाड़ लिया. ना पैसा मिला और ना कोई मदद.
हाइलाइट्स रामपुर के नवाब हामिद अली खान के छोटे भाई थे नासिर अली खान नासिर अली खान को ऊंची तालीम के लिए इंग्लैंड भेजा गया आकर्षक नासिर का दिल कैसे थिएटर हीरोइन पर आ गया
ये कहानी रामपुर रियासत के राजकुमार की, जो पढ़ने के लिए लंदन गए थे. शानदार तरीके से रहते थे. एक अमीर अंग्रेज व्यापारी की बेटी से अपनी शादी तक कर ली लेकिन फिर ना जाने कैसे उनका दिल एक थिएटर हीरोइन पर आ गया. लेकिन इसके बाद उनकी जिंदगी पटरी से उतरती चली गई, क्योंकि ये शादी रामपुर रियासत को मंजूर नहीं थी.
उस खूबसूरत अंग्रेज एक्ट्रैस का नाम डॉली पार्नेल था. वह सामान्य पृष्ठभूमि से अभिनय के क्षेत्र में आई थी. अपने काम में गजब माहिर थी. उसके शो को देखने के लिए टिकट फुल रहते थे. वह ऐसी लंदन में नामी एक्ट्रैस के तौर पर शोहरत पा रही थी.
रामपुर के राजकुमार नासिर अली खान ने उसको पहली बार 1907 में देखा, जब वह लंदन के ग्लोब थिएटर में आयोजित एक संगीतमय कॉमेडी ‘माई डार्लिंग’ में अभिनय कर रही थी. नासिर ने उसके ड्रेसिंग रूम में फूल भेजे. रात के डिनर के लिए आमंत्रित किया. नासिर आकर्षक था. व्यवहार बेदाग.
यूरोपीय महिलाओं पर फिदा रहते थे भारतीय राजा और नवाब
कोर्ली यंगर ने अपनी किताब विकेड वूमन ऑफ द राज में इस किस्से को पूरा बयां किया है. जिसमें ये जिक्र है कि किस तरह ब्रिटिश राज में यूरोपीय महिलाएं भारतीय राजाओं और नवाबों के करीब आईं. उनकी बीवियां बनीं और फिर उनका जीवन कैसा गुजरा. हालांकि ब्रिटिश राज इस तरह के रिश्तों को कतई पसंद नहीं करता था.
इंग्लैंड में तब क्या थी भारतीय राजाओं की इमेज
डॉली के प्रशंसक उसके साथ बहुत बेहतर तरीके से पेश आते थे. भारतीय राजकुमार भी एक्ट्रैस के साथ इतनी नफासत से पेश आया, कि डॉली को वह अच्छा लगा. उन दिनों लंदन में भारतीय राजाओं और नवाबों की बहुत धूम थी. ये माना जाता था कि वो बहुत शानदार जिंदगी जीते हैं. उनके पास बहुत पैसा है. उनकी लाइफ स्टाइल खासी लग्जरी होती है.
एक्ट्रैस डॉली राजकुमार को पसंद करने लगी
एक्ट्रैस डॉली को भी अगर रामपुर रियासत के इस राजकुमार बारे में भी अगर ये लगा था कि वो अमीर परिवार होगा. उसके पास धन दौलत की कमी नहीं होगी, तो इसमें कुछ गलत भी नहीं था. लिहाजा वो राजकुमार नासिर को और तवज्जो देने लगी. उसके साथ समय बिताने लगी. रिश्ता खिलने लगा, दोनों एक दूसरे को पसंद करने लगे. थिएटर एक्ट्रैस डॉली परनेल अपनी बेटी के साथ. डॉली ने रामपुर के राजकुमार नासिर के साथ शादी की. फिर इसे आखिर तक निभाया भी. हालांकि इस परिवार ने बाद में साधारण जीवन ही जिया. (फाइल फोटो)
उत्तर भारत की धनी रियासत थी रामपुर
अब उत्तर भारत की रामपुर रियासत के बारे में जान लेते हैं, जिसे अंग्रेजों के जमाने में देश की सबसे समृद्ध रियासतों में गिना जाता था. 900वर्ग मील की रामपुर रियासत पर शिया मुसलमानों का शासन था, जिन्हें अंग्रेजों द्वारा 15 तोपों की सलामी दी जाती थी. नासिर रामपुर के नवाब हामिद अली खान के भाई थे. हामिद को उत्तरी भारत के शियाओं का नेता माना जाता था, वह विद्वान शासक थे. उनके पास अरबी, फ़ारसी और उर्दू पांडुलिपियों की दुनिया की बेहतरीन लाइब्रेरी थी.
अच्छा खाना नवाब की कमजोरी थी
रामपुर रियासत के नवाब के बारे में मशहूर था कि वो खाने का बहुत शौकीन था. उसके पास 90-100 रसोइये थे, जिनमें से हर रसोइया केवल एक ही चीज़ में माहिर था. वह बैलेंस लेकिन अच्छा खाना खाता था. उसके सामने रोज शाम 07.30 बजे एक नई या स्वादिष्ट डिश पेश की जाती थी.
वह दिन का अधिकांश समय बाथरूम में बिताने, विशेष रूप से अपने प्रमुख द्वारा डिज़ाइन की गई टॉयलेट सीट से न्याय और सलाह देने की अपनी आदत के लिए भी जाना जाता था.
11 वर्ष का होते ही नवाब ने छोटे भाई को इंग्लैंड भेज दिया
जब नासिर 1984 में ग्यारह वर्ष का था तब हामिद ने उसकी पढ़ाई-लिखाई के लिए उसको इंग्लैंड भेज दिया. हामिद अपने भाई की ओर से इसलिए भी चिंतित था कि अगर वो भारत में रहा और यहां बड़ा हुआ तो राज्य में असंतुष्टों के साथ साज़िश रच सकता है. तब वह उसके लिए ख़तरा साबित हो सकता है.
नासिर की शादी एक अमीर अंग्रेज युवती से तय हो गई
नासिर लंबा, सांवला और हृष्ट-पुष्ट था. ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में उसके कई दोस्त थे. कई महिला दोस्त भी. उसके शिक्षक मासफ़ील्ड ने नासिर का जिक्र एक शानदार शख्स के तौर पर किया. 1905 में नासिर की मुलाकात लंदन में बॉन्ड स्ट्रीट के एक अमीर ब्रिक-ए-ब्रेक और आर्टवेयर डीलर की बेटी एथेल हॉडकिंस से हुई. उसे प्यार हो गया. इस जोड़े की सगाई हो गई. एथेल के पिता ने शादी के लिए सहमति दे दी. तब एथेल की विरासत की कीमत सौ हजार पाउंड आंकी गई. उसने इस शर्त पर नासिर से बेटी की शादी तय की कि वह लंदन में रहेगा और रामपुर के सिंहासन पर अपना दावा छोड़ देगा. नासिर को ये मंजूर था.
नासिर और डॉली की शादी हो गई
पर ये सगाई तब टूट गई जब नासिर की जिंदगी में डॉली आ गई. नासिर एकदम पूरी तरह से उस पर मुग्ध था. दिलोजान से प्यार करने लगा था. 24 नवंबर 1909 को दोपहर 12.30 बजे लंदन के मैरीलेबोन रोड स्थित रजिस्ट्रार कार्यालय में डॉली और नासिर की शादी हुई.
रामपुर रियासत की मर्जी के बगैर हुई शादी
ये भारत में किसी शाही शादी की धूमधाम अलग एक शांत शादी थी. रामपुर रियासत इस शादी के खिलाफ थी. नासिर ने अपने विवाह साथी के चुनाव में अक्षम्य काम किया था. रूढ़िवादी मुस्लिम होने के कारण, रामपुर के शिया राजपरिवार में केवल समान कुलीन वर्ग के शियाओं में ही शादी की अनुमति थी. डॉली न केवल ईसाई थी बल्कि एक्ट्रैस भी थी, जो रामपुर रियासत के लिए बिल्कुल ही गलत बात थी. हालांकि बाद में डॉली ने ये साबित करने की कोशिश की कि थिएटर से उसका जुड़ाव काफी कम था.
नासिर के पास ज्यादा संपत्ति नहीं थी
एक धनी राज्य के राजकुमार के रूप में नासिर शानदार लाइफ स्टाइल का आदी था लेकिन रामपुर में उनकी संपत्ति मामूली थी. कुल मिलाकर तीन बगीचे, तीन घर, ग्यारह दुकानें और बरवाला गांव का एक हिस्सा. दंपत्ति की संयुक्त आय उनकी भव्य यूरोपीय जीवनशैली को बनाए रखने के लिए पर्याप्त नहीं थी. लेकिन नासिर कोई काम भी नहीं करना चाहता था. उनका पालन-पोषण एक आरामपसंद जेंटलमैन के रूप में किया गया था. 1912 तक उनकी एक बेटी भी हो गई, जिसका भरण-पोषण करना था.
अब रामपुर का नया नवाब भी हो गया खिलाफ
नासिर ने अपने भाई से पैसों की गुहार लगाई. अपनी मृत्यु से ठीक पहले, हामिद अली खान ने भतीजे सैयद रज़ा अली खान को उत्तराधिकारी नामित किया. नासिर ने अन्याय के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई लेकिन वह कुछ नहीं कर सका. सैयद का भी मानना था कि अगर नासिर भारत लौटा तो वह उसके खिलाफ साजिश रचेगा, इसलिए डॉली और नासिर के लिए रामपुर में रहना असंभव था. उनसे साफ कह दिया गया कि वो वापस ना लौटें.
एक नए पैसे की मदद नहीं मिली
बुरे हाल से गुजर रहे नासिर ने सैयद से वित्तीय सहायता मांगी. सैयद ने चाचा की मदद करने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई. वह शातिर भी था और कमजोरियों से भरपूर. वेश्याएं और लड़के नवाब की कमजोरी थे. अगर उसके युवा पुरुष प्रेमी उसे अपमानित करने का ज़रा सा भी काम करते थे तो वह उन्हें जेल में डाल देता था.
जब रामपुर के नए नवाब का दिल एक विवाहित महिला पर आया
किताब कहती है, एक बार उसका दिल प्रजा की एक सुंदर विवाहित महिला पर आ गया. सैयद ने उसके पति से बीवी को तलाक देकर उसे सौंपने के लिए कहा. उसने इनकार कर दिया. दंपति रामपुर से भाग गए लेकिन नवाब के गुर्गों ने उन्हें पकड़ लिया. रामपुर जेल में डाल दिया. सैयद के पास उसकी हर इच्छा पूरी करने के लिए नौकर थे. उसके पास ऐसे दरबारी भी थे जिनका अकेला काम उसके मुंह से सिगरेट निकालना था. यदि कोई नौकर या सलाहकार उससे नाखुश होता तो वो क्लोरोफॉर्म देकर मार डाला जाता था.
नासिर की जिंदगी फिर गरीबी में गुजरी
नासिर, डॉली और उनकी बेटी ने अपनी जिंदगी को अमीरी से अलग सामान्य तरीके से गुजारने की कोशिश की. पहले तो परिवार लंदन के किसी इलाके में रहता रहा और फिर साउथ फ्रांस चला गया. वहां उनका जीवन बहुत साधारण तरीके से गुजरा.
Tags: Love Stories, Love Story, Rampur newsFIRST PUBLISHED : July 29, 2024, 20:58 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed