क्या है सुंदर गुटका जिससे शपथ ली ब्रिटेन में सिख सांसद ने क्या है डेड सीट
क्या है सुंदर गुटका जिससे शपथ ली ब्रिटेन में सिख सांसद ने क्या है डेड सीट
ब्रिटेन में चुने गए भारतीय मूल के सांसदों ने शपथ ले ली. किसी ने गीता को हाथ में लेकर शपथ ली तो किसी ने बाइबल ली लेकिन वो सुंदर गुटका क्या है, जिसे हाथ में लेकर एक सिख सांसद ने शपथ ली.
हाइलाइट्स ब्रिटेन के सांसद अपने धर्म की पवित्र किताब हाथ में लेकर शपथ ले सकते हैं ऐसी 15 किताबें हैं, जिन्हें लेकर आमतौर पर सांसद शपथ लेते हैं बहुत से सांसद बगैर ईश्वर का नाम लिए भी शपथ लेते हैं
ब्रिटेन की संसद के लिए हुए हालिया चुनावों में 29 भारतीय मूल के लोग चुने गए हैं. इसमें प्रीति पटेल समेत 05 ने बाइबल हाथ में लेकर शपथ ली तो पूर्व प्रधानमंत्री ऋषि सुनक तीन ने भगवत गीता को शपथ लेते हुए हाथों में रखा लेकिन सिख सांसद ने इस मौके पर सुंदर गुटका पर हाथ रखते हुए शपथ ली. क्या आप जानते हैं कि ये सुंदर गुटका क्या है और इंग्लैंड में शपथ के दौरान कितने तरह के धर्मग्रंथों को हाथों में ले सकते हैं.
हम आपको बताते हैं कि ये सुंदर गुटका क्या है और क्यों इसे सिख धर्म में पवित्र माना जाता है. जिस तरह भारतीयों के गीता और रामायण पवित्र ग्रंथ हैं, ईसाइयों के लिए वो जगह बाइबल की है, उसी तरह सिख धर्म में ये स्थान सुंदर गुटका का है.
सुंदर गुटका सिख प्रार्थनाओं का एक संग्रह है, जिसे गुरबानी के नाम से भी जाना जाता है, जिसे दस सिख गुरुओं ने लिखा है. कहा जाता है कि इन प्रार्थनाओं में ईश्वर द्वारा गुरुओं और अन्य पवित्र व्यक्तियों के माध्यम से प्रकट किए गए दिव्य मार्गदर्शन और निर्देश शामिल हैं. माना जाता है कि वे जीवन का सही मार्ग दिखाती हैं. जीवन का अर्थ खोजने वालों को दिशा देती हैं. ब्रिटेन में चुने गए नए सांसद 15 धार्मिक किताबों को हाथ में लेकर शपथ ले सकते हैं.
सुंदर गुटका एक छोटी सी पुस्तक ( गुटका ) है जिसमें श्री गुरु ग्रंथ साहिब और अन्य स्रोतों से विभिन्न आवश्यक छंद (बानी) या शबद (पवित्र छंद) शामिल हैं, जिनका उपयोग गुरु के शब्दों (गुरबानी) के दैनिक पाठ को करने के लिए किया जाता है. श्री गुरु ग्रंथ साहिब की कविता को सिख परंपरा में सर्वोच्च सम्मान के योग्य माना जाता है.कई प्रकाशक सुंदर गुटका छापते हैं.
अब ये भी जानते हैं कि ब्रिटेन में हाउस ऑफ कामंस और हाउस ऑफ लॉर्ड्स के लोगो किस तरह शपथ लेते हैं. वो किस तरह के धार्मिक ग्रंथ को साथ में रख सकते हैं. वैसे कुछ नए सांसद बगैर भगवान का नाम लिए और धार्मिक ग्रंथ हाथ में लिये बगैर भी शपथ लेते हैं. ब्रिटेन में शपथ में सबसे जरूरी बात राजा के प्रति निष्ठा रखना है.
कैसे होती है ब्रिटेन में सांसद की शपथ
हाउस ऑफ कॉमन्स और हाउस ऑफ लॉर्ड्स के सदस्य क्राउन के प्रति निष्ठा की शपथ लेते हैं. इसे शपथ ग्रहण कहा जाता है. सदस्य या तो धार्मिक पाठ का उपयोग करके शपथ ले सकते हैं या गैर-धार्मिक तौर पर भी. वे संसद में अपनी सीट लेने से पहले ऐसा करते हैं. राजशाही के प्रति निष्ठा की शपथ लेना आम बात है. ये राज्य के प्रति वफादारी की घोषणा के समान है.
शपथ नहीं लेने पर लगता है जुर्माना और सीट मान ली जाती है डेड
सांसद शपथ लेने या शपथ लेने तक अपनी सीट नहीं ले सकते, बहस में नहीं बोल सकते, वोट नहीं दे सकते या वेतन नहीं ले सकते. अगर वे ऐसा करने की कोशिश करते हैं तो उन पर 500 पाउंड का जुर्माना भी लगाया जा सकता है. उनकी सीट को “मृत समझकर” खाली घोषित किया जा सकता है.
शपथ के शब्द
सांसद पवित्र ग्रंथ को अपने ऊपर उठाए हुए हाथ में लेकर शपथ लेते हैं और शपथ के शब्द कहते हैं:
मैं सर्वशक्तिमान ईश्वर की शपथ लेता हूँ कि मैं कानून के अनुसार महामहिम राजा चार्ल्स, उनके उत्तराधिकारियों और उत्तराधिकारियों के प्रति वफादार रहूंगा और सच्ची निष्ठा रखूंगा. इसलिए हे ईश्वर मेरी मदद करें.
वो 15 धर्म ग्रंथ कौन से हैं
हाउस आफ कामंस में शपथ के लिए 15 धर्म ग्रंथ या धार्मिक किताबों की मंजूरी दी गई है. ये हिंदू, बौद्ध, इस्लाम, यहूदी, पारसी, क्रिश्चियन, सिख समेत कई धर्मों से संबंधित हैं.
क्या है हाउस ऑफ कामंस
हाउस ऑफ कामंस यूनाइटेड किंगडम की संसद का निचला सदन है. हाउस ऑफ कॉमन्स एक निर्वाचित निकाय है जिसमें 650 सदस्य होते हैं जिन्हें संसद सदस्य (एमपी) के रूप में जाना जाता है.
इंग्लैंड के हाउस ऑफ कॉमन्स का विकास 13वीं और 14वीं शताब्दी में शुरू हुआ. 1707 में स्कॉटलैंड के साथ राजनीतिक संघ के बाद यह ग्रेट ब्रिटेन का हाउस ऑफ कामंस बन गया. 1801 से ग्रेट ब्रिटेन और आयरलैंड के राजनीतिक संघ के बाद यह आयरलैंड का हाउस ऑफ कामंस भी बन गया. 1922 में, आयरिश फ्री स्टेट की स्वतंत्रता के बाद यह निकाय ग्रेट ब्रिटेन और उत्तरी आयरलैंड के यूनाइटेड किंगडम का हाउस ऑफ कामंस बन गया. यानि कुल मिलाकर ब्रिटेन का हाउस ऑफ कामंस एक देश नहीं बल्कि चार देशों के संघ की संसद का निचला सदन बन गया.
Tags: Britain News, India britainFIRST PUBLISHED : July 11, 2024, 14:55 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed