OPINION: देश के यातायात को गति देंगे मोदी सरकार के ये नए एक्सप्रेसवे
OPINION: देश के यातायात को गति देंगे मोदी सरकार के ये नए एक्सप्रेसवे
Expressways of India: देश में सड़कों का ऐसा जाल बिछाया जा रहा है, जिससे ना सिर्फ लोगों की आवाजाही में आसानी हो, बल्कि व्यापार करना भी सुगम हो जाए. इसी मकसद से मोदी सरकार में नए एक्सप्रेसवे का निर्माण तेजी से किया जा रहा है.
अमेरिका को लेकर एक बार कहा गया था कि ऐसा नहीं अमेरिका विकसित देश है इसीलिए वहां की सड़के अच्छी हैं, बल्कि अमेरिका की सड़क अच्छी है इसीलिए वह विकसित राष्ट्र है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने को लेकर लगातार जुटे हुए हैं और इसी कड़ी में वह देश में सड़कों का जाल बढ़ा रहे हैं. ताकि कनेक्टिविटी बेहतर हो और इसके माध्यम से देश के विकास की राह बेहतर तरीके से आगे बढ़े. इन एक्सप्रेसवे का देश में हो रहा है निर्माण:
गंगा एक्सप्रेसवे
उत्तर प्रदेश का सबसे लंबा और बड़ा माने जाने वाला गंगा एक्सप्रेसवे (Ganga Expressway) इसी साल यानी दिसंबर 2024 में अपने निर्माण की बुनियाद को पूरी कर लेगा. निर्माण कंपनी का लक्ष्य है कि इसे साल 2025 में प्रयागराज में आयोजित होने वाले महाकुंभ मेले से पहले आम लोगों के लिए खोल दिया जाए. 594 किमी. लंबा यह एक्सप्रेसवे पूर्वी और पश्चिमी उत्तर प्रदेश को एक सूत्र में बांधकर सफर को सुगम बनाएगा. इसके शुरू होने से मेरठ से प्रयागराज महज 8 घंटे में पहुंचा जा सकता है.
लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे
लखनऊ और कानपुर को आपस में कनेक्ट करने के लिए कानपुर-लखनऊ एक्सप्रेसवे (Kanpur-Lucknow Expressway) बनाया जा रहा है. 63 किमी. लंबा यह एक्सेस कंट्रोल ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे दोनों शहरों के बीच 3 से 4 घंटे लगने वाले यात्रा के समय को घटाकर 35 से 45 मिनट के बीच कर देगा.
नोएडा-गाजियाबाद-कानपुर एक्सप्रेसवे
एनसीआर के नोएडा शहर को कानपुर से जोड़ने के लिए नोएडा-कानपुर एक्सप्रेसवे विकसित किया जा रहा है. 380 किलोमीटर लंबाई वाला गाजियाबाद-कानपुर एक्सप्रेसवे गौतमबुद्ध नगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, कासगंज, फर्रुखाबाद, कन्नौज, कानपुर और उन्नाव आदि शहरों को जोड़ेगा. इसके निर्माण पर लगभग 15 हजार करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं. इस कॉरिडोर के बनने के बाद गाजियाबाद से कानपुर की दूरी केवल 5 घंटे 40 मिनट में तय हो जाएगी. अभी दोनों शहरों के बीच यात्रा करने में 8 घंटे से अधिक का लंबा समय लगता है.
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे
पूर्वी यूपी यानी गोरखपुर से लखनऊ को जोड़ने के लिए गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे अहम भूमिका निभाएगा. 91 किमी. लंबा तक फैला यह 4 लेन एक्सप्रेसवे गोरखपुर और आजमगढ़ को जोड़ेगा. इसके अलावा यह पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से भी जुड़ेगा, जिससे लखनऊ और गोरखपुर के बीत अधिक सुविधाजनक मार्ग और कम समय में यात्रा पूरी हो सकेगी. इसका कार्य लगभग पूरा है. कयास लगाए जा रहे हैं कि इसी महीने इसे आम जनता को सौंप दिया जाएगा.
बक्सर-भागलपुर एक्सप्रेसवे
हाल ही में पेश हुए केंद्रीय बजट वित्त वर्ष 2024-25 में बिहार के बक्सर-भागलपुर एक्सप्रेसवे को मंजूरी मिली है. यह नया एक्सप्रेसवे न केवल बक्सर और भागलपुर के बीच यात्रा के समय को चार घंटे तक कम करेगा, बल्कि पटना-लखनऊ के बीच 5 से 6 घंटे और भागलपुर-लखनऊ के मध्य 8 से 9 घंटे तक यात्रा के समय को कम करेगा. बक्सर-भागलपुर एक्सप्रेसवे के निर्माण से 12 जिलों के लोगों को बड़ी राहत मिलेगी. उसमें बक्सर, भोजपुर, रोहतास, अरवल, औरंगाबाद, गया, जहानाबाद, नवादा, जमुई, शेखपुरा, बांका और भागलपुर शामिल हैं. इसके साथ ही साथ गोरखपुर सिल्लीगुड़ी एक्सप्रेसवे, आगरा ग्वालियर एक्सप्रेसवे, चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे आदि का भी निर्माण देश में किया जा रहा है.
बीजेपी के युवा नेता मनोज यादव का कहना है कि इन एक्सप्रेसवे की मदद से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश में विकास को घर-घर पहुंचाना चाहते हैं. मनोज यादव का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समावेशी विकास चाहते हैं और इसलिए वे विकास की कड़ी में सभी को जोड़ना चाहते हैं और विकास का फायदा सभी को पहुंचाना चाहते हैं. वे दावा करते हैं कि एक्सप्रेसवे के निर्माण को इसी संदर्भ में देखा जाना चाहिए.
Tags: Ganga Expressway, Narendra modi, Noida ExpresswayFIRST PUBLISHED : September 2, 2024, 19:23 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed