बिहार: लंबी नाक और अजीब थूथन वाले जीव को देख हैरान हैं वैज्ञानिक और रिसर्चर

Amazing News: बिहार के वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में बेल सांप की एक नई प्रजाति की खोज हुई है जिसे देखकर वैज्ञानिक भी हैरान हैं. इसकी अजीप तरह की थूथन है और नाक भी लंबी है. डीएनए रिपोर्ट में इसको लेकर जो खुलासे हुए इसने वैज्ञानिकों को भी आश्चर्य में डाल दिया है.

बिहार: लंबी नाक और अजीब थूथन वाले जीव को देख हैरान हैं वैज्ञानिक और रिसर्चर
हाइलाइट्स बिहार के वीटीआर में लंबी नाक वाले सांप की नई प्रजाति की खोज. सांप की नई प्रजाति अहेतुल्ला लॉन्गिरोस्ट्रिस देख वैज्ञानिक भी हैरान. बगहा. बिहार का वाल्मीकि टाइगर रिजर्व जैव विविधता के मामले में रोज नई उपलब्धियां को अपने नाम कर रहा है. कई दुर्लभ जीव हाल के दिनों में वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में देखे गए हैं जिनपर शोध चल रहा है. इस अभ्यारण्य में लंबी नाक वाले बेल सांप (अहेतुल्ला लॉन्गिरोस्ट्रिस) की एक नई प्रजाति की खोज हुई है जिसे देखकर वैज्ञानिक भी हैरान हैं. लंबी नाक वाले इस सांप की खोज वाल्मीकि रिजर्व में काम कर रहे सौरभ वर्मा और सोहम पट्टेकर नाम के दो वैज्ञानिकों ने की है. गोनौली के इलाके में वर्ष 2021 में एक मरे लंबे थूथन वाले बेल सांप चमकीले हरे या नारंगी भूरे रंग का पाया गया. फील्ड बायोलॉजिस्ट के अनुसार, लंबी थूथन वाले बेल सांप (अहेतुल्ला लॉन्गिरोस्ट्रिस) के दो नमूने सैकड़ों किलोमीटर की दूरी पर बिहार के साथ मेघालय में खोजे गए हैं. डीएनए परीक्षण, अनुवर्ती सर्वेक्षण (Follow-up survey) और गहन विश्लेषण से पता चला कि दोनों वैज्ञानिकों ने अनजाने में बेल सांप की एक नई प्रजाति की खोज की है. अध्ययन में कहा गया है कि लंबी थूथन वाले बेल सांपों की लंबाई 4 फीट है. रिहायशी इलाकों में रहता है यह सांप इस शोध में जीशान मिर्जा, सोहम पट्टेकर, सौरभ वर्मा, ब्रायन स्टुअर्ट, जयादित्य पुरकायस्थ, प्रत्युष महापात्रा और हर्षिल पटेल शामिल थे. अध्ययन में कहा गया है, 16 दिसंबर 2021 को भारत के बिहार राज्य के पश्चिम चम्पारण जिले के गोनौली गांव की सीमा पर वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के बाहरी इलाके में एक मृत बेल सांप पाया गया. मौत का कारण पता नहीं चल सका क्योंकि जानवर पर कोई बाहरी चोट नहीं थी. ये सांप जंगलों के साथ-साथ रिहायशी इलाकों में भी रहते हैं. 4 फीट तक हो सकती है अहेतुल्ला लॉन्गिरोस्ट्रिस सांप की लंबाई. सांप को लेकर क्या कहते हैं एक्सपर्ट? वाल्मीकि रिजर्व के फील्ड बायोलॉजिस्ट सौरभ वर्मा के मुताबिक, लंबे नाक वाले बेल सांप(अहेतुल्ला लॉन्गिरोस्ट्रिस) की नई प्रजाति वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के जंगल में हाल के दिनों में पाए गए हैं. इस सांप का लक्षण होता है कि यह अधिकांश पेड़ों पर रहते हैं. इसके पेट का कलर ऑरेंज या भूरा होता है. अधिकांशत: यह  सांप हरा या ब्राउन कलर पाए जाते हैं. वन्य जीव वैज्ञानिकों ने पूर्वोत्तर भारत से लंबी-थूथन वाले बेल सांप की नई प्रजाति का पता लगाया है. सांप की प्रजाति का अध्यन जारी न्यूज 18 से बातचीत में सौरव वर्मा ने बताया कि वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में हाल के दिनों में मिले इस सांप की प्रजाति मेघालय में भी मिली है. डीएनए रिपोर्ट में इसकी जानकारी मिलने के बाद इस पर अध्ययन चल रहा है. वहीं, वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के निदेशक डॉ नेशामणि के ने बताया कि जंगल और आस-पास के गांवों में बेल सांप (अहेतुल्ला लॉन्गिरोस्ट्रिस) मिले हैं. वीटीआर में भी लंबी थूथन वाले बेल सांप की सूचना मिली है. उन्होंने कहा कि डीएनए नमूनों ने इसकी उपस्थिति की पुष्टि की है. Tags: Amazing facts, Amazing news, Bihar News, Bizarre news, Champaran news, Valmiki Tiger ReserveFIRST PUBLISHED : September 12, 2024, 13:07 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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