CBSE 12वीं में 984% अंक पहली बार में NEET क्रैकऐसे डॉक्टर बनने का आया ख्याल
CBSE 12वीं में 984% अंक पहली बार में NEET क्रैकऐसे डॉक्टर बनने का आया ख्याल
NEET Success Story: कभी-कभी आपदा इंसान को इतना झकझोर देती है कि उससे प्रेरित होकर इंसान उबरने की कोशिश करता है. ऐसे ही कहानी छत्तीसगढ़ की एक लड़की है, जो कोविड में मेडिकल प्रोफेशनल को देखकर डॉक्टर बनने की ठान ली और नीट यूजी को पहले ही प्रयास में क्रैक कर लिया.
NEET Success Story: कोविड महामारी ने जहां दुनिया को झकझोर कर रख दिया है, वहीं इस महामारी की वजह से युवा पीढ़ी मेडिकल प्रोफेशन के लिए प्रेरित भी हुए हैं. कुछ ऐसी ही कहानी छत्तीसगढ़ की श्रुति अग्रवाल (Shruti Agrawal) की है. वह उन मेडिकल प्रोफेशनल्स को देखकर बहुत प्रोत्साहित हुई, जो उस कठिन समय में देश के साथ खड़े रहे. समाज के लिए काम करने के लिए श्रुति ने एमबीबीएस करने का फैसला किया. इसके लिए उन्होंने नीट यूजी की परीक्षा में 572वीं रैंक हासिल की हैं.
NEET में प्राप्त किए 720 में से 701 अंक
श्रुति ने पहले ही प्रयास में NEET UG 2024 को सफलतापूर्वक पास किया. उनकी सफलता में स्कूली शिक्षा और NEET की तैयारी को एक साथ संतुलित करने का बड़ा योगदान रहा. श्रुति का मानना है कि स्कूली पढ़ाई और मेडिकल एंट्रेंस की तैयारी का साथ-साथ अध्ययन करने से विषयों को लंबे समय तक याद रखने में मदद मिलती है. उन्होंने 720 में से 701 अंक हासिल किए, जो उनके कठिन परिश्रम को दर्शाता है.
नीट यूजी में हासिल की 572वीं रैंक
NEET यूजी 2024 की परीक्षा में 572वीं रैंक हासिल की, जो उनके समर्पण और संयम का प्रतीक है. इसके अलावा उन्होंने सीबीएसई कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षा में भी 98.4% अंक प्राप्त किए हैं. श्रुति ने तैयारी के दौरान हर विषय पर नोट्स बनाए, जो उनके लिए विषयों को बेहतर तरीके से याद रखने का एक प्रभावी तरीका बना. उनके इन नोट्स में सभी महत्वपूर्ण बिंदु, प्रश्न और अन्य आवश्यक जानकारी शामिल होती थी, जो उनकी कमजोरियों को पहचानने और उनमें सुधार करने में मदद करती थी.
NCERT किताबों पर किया फोकस
अपनी तैयारी में श्रुति (Shruti Agrawal) ने मुख्य रूप से NCERT की किताबों और अपने कोचिंग इंस्टीट्यूट की सामग्री पर भरोसा किया. स्कूल से दोपहर करीब 1:30 बजे वापस आने के बाद वह कुछ समय आराम करतीं, फिर शाम को कोचिंग के लिए तैयार होतीं. उनके कोचिंग सेशन रात 8:30 बजे शुरू होते थे, और वे दिन में सीखे हुए पाठ को दोहराने और होमवर्क पूरा करने का भी प्रयास करती थीं. परीक्षा के एक दिन पहले घबराहट महसूस करने के बावजूद, उनके माता-पिता, शिक्षक और मेंटर्स ने उन्हें शांत रहने और आत्मविश्वास बनाए रखने में मदद की.
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Tags: Cbse board, Cbse news, NEET, Neet exam, Success StoryFIRST PUBLISHED : October 31, 2024, 13:09 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed