1 गलती और बर्बाद हो जाएगी जिंदगी ऐसे पहचानें यूनिवर्सिटी असली है या फर्जी

Fake University: भारत में हायर एजुकेशन के बहुत विकल्प हैं. कई बार स्टूडेंट्स के लिए बेस्ट यूनिवर्सिटी या कॉलेज सेलेक्ट कर पाना मुश्किल हो जाता है. किसी भी यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेने से पहले उसकी मान्यता जरूर चेक करनी चाहिए. गलती से भी फेक यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेकर आपकी जिंदगी बर्बाद हो सकती है.

1 गलती और बर्बाद हो जाएगी जिंदगी ऐसे पहचानें यूनिवर्सिटी असली है या फर्जी
नई दिल्ली (Fake University List). 12वीं के बाद हायर एजुकेशन के लिए बेस्ट यूनिवर्सिटी में एडमिशन हासिल कर पाना आसान नहीं है. स्कूल हो या कॉलेज, यूनिवर्सिटी या अन्य शिक्षण संस्थान, कहीं पर भी एडमिशन लेने से पहले उसकी मान्यता जरूर चेक कर लें. हर साल यूजीसी की तरफ से फेक यूनिवर्सिटी लिस्ट जारी की जाती है. यूजीसी की ऑफिशियल वेबसाइट www.ugc.ac.in पर फेक यूनिवर्सिटी लिस्ट देखकर ही कहीं एडमिशन लेने का प्लान बनाएं. देश में यूनिवर्सिटी की भरमार है. इनमें से कई बिल्कुल फर्जी हैं. इनका एडमिशन प्रोसेस इतना असली होता है कि इनके फर्जी होने का अंदाजा ही नहीं लग पाता है. असली यूनिवर्सिटी की तरह यहां क्लासेस लगती हैं, प्रोजेक्ट्स बनवाए जाते हैं, प्रैक्टिकल्स होते हैं लेकिन इनकी कहीं कोई मान्यता नहीं होती है. इनमें एडमिशन लेकर करियर बर्बाद हो सकता है. फेक यूनिवर्सिटी की मान्यता न होने की वजह से बाद में अच्छी कंपनी में नौकरी ढूंढना या मास्टर्स कर पाना मुश्किल हो जाता है. 1- कैसे पहचानें यूनिवर्सिटी असली है या नकली? किसी भी शिक्षण संस्थान में एडमिशन लेने से पहले यूजीसी की वेबसाइट www.ugc.ac.in पर उसकी मान्यता चेक कर लें. यूजीसी की वेबसाइट पर फर्जी यूनिवर्सिटी और इंस्टीट्यूट्स की पूरी लिस्ट है (UGC Approved University List). इसी तरह से फर्जी कॉलेज के बारे में पता लगाने के लिए उसका एफिलिएशन चेक करना बेहतर रहता है. कॉलेज जिस सरकारी यूनिवर्सिटी से एफिलिएशन का दावा कर रहा हो, उसकी वेबसाइट पर एफिलेटेड कॉलेजेस की लिस्ट देख लें. यह भी पढ़ें- सुबह 4 घंटे और रात में 2 घंटे, जेईई परीक्षा के लिए ऐसे बनाएं दिनभर का शेड्यूल 2- क्या आपके संस्थान को लाइसेंस मिला है? किसी भी यूनिवर्सिटी को यूजीसी की मान्यता लेने के लिए सरकार से लाइसेंस लेना पड़ता है. सरकारी लाइसेंस के बिना उन्हें क्लासेस का संचालन करने या डिग्री देने की अनुमति नहीं दी जाती है. इसलिए कहीं एडमिशन लेने से पहले चेक कर लें कि उस यूनिवर्सिटी को सरकार से लाइसेंस मिला है या नहीं. अगर लाइसेंस नहीं हो तो समझ जाएं कि वहां से मिलने वाले डिग्री या डिप्लोमा की भी कोई वैल्यू नहीं है. आप इसकी सही डिटेल्स कॉलेज जाकर पता कर सकते हैं. 3- वेबसाइट पर क्या चेक करें? आप जहां एडमिशन लेने की योजना बना रहे हैं, वहां की ऑफिशियल वेबसाइट चेक कर लें. इससे आपको संस्थान का पूरा इतिहास पता चल जाएगा- कॉलेज कब से चल रहा है, परीक्षाएं कब और कैसे होती हैं, फीस कितनी है आदि. उनका कॉन्टैक्ट नंबर और एड्रेस जरूरी चेक करें. अगर वेबसाइट पर इस तरह की डिटेल्स न मिलें तो समझ जाएं कि वह फर्जी हो सकती है. कॉलेज यूजीसी, एमएचआरडी, एआईसीटीई या एमसीआई में से किसी से मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से एफिलिएटेड होना चाहिए. यह भी पढ़ें- अमेरिका से करें 5 शॉर्ट टर्म कोर्स, नौकरी की लगेगी लाइन, लाखों में होगी सैलरी 4- यूनिवर्सिटी/ कॉलेज की रैंकिंग क्या है? एक्रेडिटेशन और एफिलिएशन चेक करने के बाद कॉलेज की रैंकिंग भी जरूर देख लें. IIRF, NIRF के अलावा भी कई ऐसी संस्थाएं हैं, जो हर साल विभिन्न पैमानों पर यूनिवर्सिटी/ कॉलेज/ इंस्टीट्यूट को रैंकिंग देती हैं. इससे वहां की पढ़ाई, सुविधाओं और प्लेसमेंट की वैल्यू पता चल जाती है. आप चाहें तो वहां के एक्स स्टूडेंट्स से भी बात कर सकते हैं. इससे कॉलेज के इंटरनल कॉन्फ्लिक्ट या अन्य समस्याओं की जानकारी मिल जाती है. 5- क्या यूनिवर्सिटी का सोशल मीडिया अकाउंट है? बच्चे हों या बड़े, इन दिनों हर कोई सोशल मीडिया पर एक्टिव है. हर तरह के शिक्षण संस्थान सोशल मीडिया पर अपना अकाउंट जरूर बनाते हैं (Social Media Marketing). वहां उनके संस्थान से जुड़ी हर छोटी-बड़ी बात की जानकारी आसानी से चेक कर सकते हैं. सोशल मीडिया अकाउंट देखते समय यह भी चेक करें कि फॉलोअर्स असली हैं या नकली. इससे आपको कॉलेज में होने वाली एक्टिविटीज के बारे में भी पता चल जाएगा. Tags: Career Guidance, Career Tips, Ugc, University educationFIRST PUBLISHED : December 1, 2024, 12:00 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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