बॉस हो तो ऐसा 75 साल की मजदूर मह‍िला का सपना क‍िया पूरा

Coimbatore News:कैटर‍िंग में काम करने वाले सभी कर्मचार‍ियों का कहना है क‍ि उनके मालिक लक्ष्मी राजन के बेटे प्रकाश राज जब भी उनके साथ ऑफ‍िस आते थे. तब हम सब छह साल के प्रकाश राज से एक ही सवालकरते थे क‍ि तुम्‍हारा सपना क्‍या है? तुम बड़े होकर हम सभी के लिए क्या करने जा रहे हो? तब प्रकाश राज कहता था क‍ि एक दिन मैं आप सभी को प्लेन में ले जाऊंगा. उन्होंने कहा कि अब वह इसे पूरा कर दिया है.

बॉस हो तो ऐसा 75 साल की मजदूर मह‍िला का सपना क‍िया पूरा
कोयंबटूर. 75 साल की सरोज‍िनी ज‍िन्‍होंने कभी सोचा नहीं था क‍ि उनके मरने से पहले उनका प्‍लेन पर चढ़ने का सपना कभी पूरा होगा भी की नहीं. पर कहते हैं न भगवान के घर देर है पर अंधेर नहीं. शायद ये ही वजह है क‍ि सरोजिनी का सपना उनके बॉस ने पूरा कर द‍िया है. ये वो सपना है ज‍िसे पूरा करने का वादा छह साल की उम्र में उनके कैटर‍िंग के माल‍िक के बेटे ने क‍िया था. आज प्र‍िया फूड कैटर‍िंग के माल‍िक की तारीफ हर कोई कर रहा है. लक्ष्मी राजन के बेटे प्रकाश राज हैं और कोयंबटूर के पेरूर इलाके में इनका ‘प्रिया फूड कैटरिंग’ के नाम से ब‍िजनेस है. इनके यहां बच्‍चे और बुढ़े म‍िलाकर 26 लोग काम करते हैं. इन 26 लोगों की खुशी का कोई ठि‍काना नहीं है क्‍योंक‍ि इन्‍हें अपने माल‍िक प्रकाश राज की वजह से प्‍लेन में चढ़ने का मौका म‍िला है. इन सभी लोगों ने कोचीन से सेलम के ल‍िए उड़ान भरी और अलाप्पुझा की एक द‍िन घूमाफ‍िर कर फ‍िर प्‍लेन से उड़ान भरकर सभी अपने घर पहुंच गए. 6 की उम्र में क‍िया था वादा कैटर‍िंग में काम करने वाले सभी कर्मचार‍ियों का कहना है क‍ि उनके मालिक लक्ष्मी राजन के बेटे प्रकाश राज जब भी उनके साथ ऑफ‍िस आते थे. तब हम सब छह साल के प्रकाश राज से एक ही सवाल करते थे क‍ि तुम्‍हारा सपना क्‍या है? तुम बड़े होकर हम सभी के लिए क्या करने जा रहे हो? तब प्रकाश राज कहता था क‍ि एक दिन मैं आप सभी को प्लेन में ले जाऊंगा. उन्होंने कहा कि अब वह इसे पूरा कर दिया है. 75 साल की मह‍िला ने बताई अपनी खुशी कर्मचार‍ियों का कहना है क‍ि छह साल की उम्र में उन्होंने जो कहा था वो पूरा क‍िया. दूसरों के सपनों को याद रखा और उसे सच कर द‍िखाया. लगभग 35 साल बाद उन्होंने छोटे से लेकर बुजुर्ग हर क‍िसी के प्‍लेन में बैठने के सपनों को पूरा किया है, जिसमें सरोजिनी नाम की 75 वर्षीय महिला भी शामिल है, जो प्रकाश राज के पिता के समय में एक मजदूर के रूप में काम करती थी. सरोजिनी का कहना है क‍ि जो हम जो सोचते हैं या जो हम दिन-प्रतिदिन सपने देखते हैं उसे पूरा करने में सक्षम नहीं हैं. वह अपने पिता के समय से काम कर रहे कर्मचार‍ियों के सपने को पूरा करता है और अपने पिता को इसमें गौरवान्वित और खुश करता है. सच में यह सबकी प्रशंसा का पात्र है. प्रकाश राज ने प्‍लेन में उड़ान भरने के ऐसे सपने को साकार किया है और कर्मचार‍ियों – माल‍िक दोनों के बीच प्यार को मजबूत किया है. अगर हम अपने साथ वालों की अच्छी देखभाल करते हैं जैसा कि कहावत है कि जो ऊपर है वह ऊपर है हम हमारा ख्याल रखेंगे. Tags: Kerala NewsFIRST PUBLISHED : September 23, 2024, 18:34 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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