मैनेजर तो खिलाड़ी निकला! रोज आकर कुर्सी पर बैठ जाता था गुपचुप किया खेल
मैनेजर तो खिलाड़ी निकला! रोज आकर कुर्सी पर बैठ जाता था गुपचुप किया खेल
जिस बैंक मैनेजर पर दुनिया भर के लोगों की जीवनभर की कमाई की सुरक्षा करने की जिम्मेदारी होती है. वही बैंक मैनेजर इस मामले में मास्टरमाइंड निकला. उसने गुपचुप तरीके से डेटा चोरी से जुड़े 12.51 करोड़ रुपये के फर्जी वाड़े की योजना बनाई.
नई दिल्ली. बेंगलुरु में एक ऐसा मामला सामने आया, जिसने बैंकिंग सिस्टम की विश्वसनीयता पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं. दरअसल, एक बैंक मैनेजर रोज सुबह टाइम पर ऑफिस आता था और टाइम से ही वापस लौट जाता था. सभी स्टाफ से उसकी अच्छा मेल-जोल था. ऐसे में कभी किसी को शक भी नहीं हुआ कि यह बैंक मैनेजर अंदर ही अंदर क्या खेल खेल रहा है. फिर एक दिन बैंक में ही करंट अकाउंट होल्ड करने वाली कंपनी ड्रीम प्लग पे टेक सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड (सीआरईडी) के निदेशक दौड़े-दौड़े बैंक पहुंचे. उन्होंने कंपनी के बैंक अकाउंट से 12.51 करोड़ निकाले जाने की सूचना दी. पुलिस ने जांच की तो इस घटना का पता चला.
दरअसल, जांच के दौरान पता चला कि एक्सेस बैंक के मैनेजर ने बैंक के पास उपलब्ध कंपनी का संवेदनशील डेटा चुराया. फिर उसकी मदद से कंपनी के बैंक खाते से 12.51 करोड़ रुपये की हेराफेरी कर डाली. इस काम के लिए इस मैनेजर ने कुछ 17 खातों का इस्तेमाल किया. पुलिस ने इस वारदात में लिप्त मैनेजर सहित कुल चार लोगों को अरेस्ट कर लिया है. पुलिस के अनुसार कंपनी के डायरेक्टर ने आरोप लगाया कि कंपनी के नोडल और चालू बैंक खाते बेंगलुरु में एक्सिस बैंक की इंदिरानगर शाखा में है. कुछ अज्ञात लोगों ने कंपनी से जुड़े ईमेल एड्रेस और कांटेक्ट नंबर तक अपना एक्सेस बना लिया. जिसकी मदद से कंपनी का संवेदनशील डेटा चुरा लिया गया.
17 खातों से किया फ्रॉड
पुलिस जांच में पता चला कि आरोपियों ने कंपनी का डेटा चुराया. कंपनी का सीआईबी यानी कॉर्पोरेट एंड इंवेस्टमेंट बैंकिंग फॉर्म फॉर्म जाली बनाए गए. जिसकी मदद से गुजरात और राजस्थान के 17 अलग-अलग बैंक खातों में 12.51 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए. इस पूरे प्रोसेस में डुप्लिकेट साइन और मुहर का इस्तेमाल किया गया. पुलिस आयुक्त बी दयानंद ने कहा कि निजी कंपनी के एक्सिस बैंक खाते से जुड़े फोन नंबर और ईमेल आईडी का इस्तेमाल करके आरोपियों ने कॉर्पोरेट इंटरनेट बैंकिंग फॉर्म और सील का फर्जीवाड़ा किया था. जिसके बाद फर्जीवाड़े से जुड़े विभिन्न खातों में 12.51 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए.
पुलिस ने क्या किया?
बेंगलुरु ईस्ट सीईएन पुलिस ने मामले की जांच की और गुजरात में एक्सिस बैंक के मैनेजर सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया. उन्होंने बताया कि 17 खातों में ट्रांसफर किए गए 55 लाख रुपये फ्रीज कर दिए गए हैं और आरोपियों के पास से करीब एक करोड़ 28 लाख रुपये बरामद कर लिए गए हैं. अभी भी वारदात में शामिल कई आरोपी फरार हैं और पुलिस उनकी पहचान करने की कोशिश कर रही है.
Tags: Bangalore news, Bank fraud, Crime NewsFIRST PUBLISHED : December 29, 2024, 10:24 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed