बेहद कारगर है सिंचाई की यह विधि समय और पैसे दोनों की होती है बचत

बहराइच के किसान ड्रिप इरिगेशन विधि का इस्तेमाल कर फसलों में होने वाले खर्चे को आधा बचा लेते है. वहीं खेतों में ज्यादा मेहनत भी नहीं करनी पड़ती है. किसान सुनील सिंह मुख्य रूप से गन्ने की खेती करते है और उपज से भी संतुष्ट है. इनका कहना है अगर खेती को ढंग से किया जाए तो कभी नुकसान नहीं हो सकता है. 

बेहद कारगर है सिंचाई की यह विधि समय और पैसे दोनों की होती है बचत
बहराइच. ड्रिप इरिगेशन सिस्टम किसानों के लिए खेती में बेहद लाभकारी सिद्ध हो रहा है. जमीन में घटते पानी के जलस्तर को बचाने में भी यह मददगार है और समय से पौधे की जड़ को पानी भी मिल रहा है.  ड्रिप इरिगेशन सिंचाई की एक विशेष विधि है, जिसमें पानी और खाद की बचत होती है. इस विधि में पानी को पौधों की जड़ों तक बूंद-बूंद कर पानी टपकाया जाता है. इस कार्य के लिए वाल्व, पाइप, नलियों तथा एमिटर का नेटवर्क लगाना पड़ता है. इसे ‘टपक सिंचाई’ या ‘बूंद-बूंद सिंचाई भी कहते हैं. ड्रिप इरिगेशन से किसानों को हो रहा है फायदा बहराइच के तेडवा बसंतपुर के रहने वाले किसान ड्रिप इरिगेशन से काफी संतुष्ट है. इस विधि से खाद, पानी, पैसे तीनों की बचत होती है, क्योंकि खाद और पानी सीधे फसलों की जड़ में जाता है. इससे फसलों की उपज में भी वृद्धि होती है. खेतो में पानी भी नहीं भरता है. इससे एक बड़ा फायदा यह है कि खरपतवार की उपज भी ना के बराबर होता है. ऐसे काम करता है ड्रिप एरिगेशन सिस्टम ड्रिप इरिगेशन में एक ड्रिप की लाईन पूरे खेत में बिछाई जाती है. इन ड्रिप में नियत जगह पर छोटे-छोटे छेद होते हैं. इसको फसलों की जड़ों के पास सेट कर दिया जाता है और ड्रिप प्रेशर मशीन में सेट कर दिया जाता है. साथ ही इंजन चला कर छोड़ दिया जाता है. इसके बाद बूंद-बूंद पानी फसल की जड़ों तक पहुंचता रहता है. यही प्रक्रिया खाद के साथ भी अपनाई जाती है. पहले खाद का घोल बना लिया जाता है और ड्रिपिंग द्वारा जड़ों तक पहुंचाया जाता है. बहराइच के रहने वाले किसान इस विधि का इस्तेमाल कर फसलों में होने वाले खर्चे को आधा बचा लेते है. वहीं खेतों में ज्यादा मेहनत भी नहीं करनी पड़ती है. सुनील सिंह मुख्य रूप से गन्ने की खेती करते है और उपज से भी संतुष्ट है. इनका कहना है अगर खेती को ढंग से किया जाए तो खेती कभी नुकसान नहीं हो सकता है. Tags: Agriculture, Bahraich news, Local18, Uttarpradesh newsFIRST PUBLISHED : August 13, 2024, 19:10 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed