हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल बने डॉक्टर बाबू खान कांवड़ियों की कर रहे सेवा

Sawan 2024: सावन माह का पवित्र महीना चल रहा है. ऐसे में चारों तरफ शिवभक्त कांवड़ यात्रा लेकर जलाभिषेक कर रहे हैं. ऐसे में बागपत के एक मुस्लिम डॉक्टर हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल कायम कर रहे हैं.

हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल बने डॉक्टर बाबू खान कांवड़ियों की कर रहे सेवा
बागपत: श्रावण मास का पावन माह चल रहा है. ऐसे में हर व्यक्ति शिव भक्तों की सेवा में लगकर पुण्य कमा रहा है. ऐसे में बागपत के डॉक्टर बाबू खान हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल कायम कर रहे हैं और पिछले 24 सालों से शिविर में शामिल होकर शिवभक्तों की सेवा करते हैं. पेशे से हैं चिकित्सक बता दें कि बागपत के रहने वाले बाबू मलिक पेशे से डॉक्टर हैं, जो अपना क्लीनिक चलाते हैं और अब वह अपने 10 सदस्यीय टीम के साथ शिविर में शिव भक्तों की सेवा में लगे हुए हैं. जानें कांवड़ यात्रा को लेकर क्या कहा फिजिशियन डॉक्टर बाबू मलिक का कहना है कि मानवता से बड़ा कोई धर्म और जाति नहीं होती है. मानवता हर व्यक्ति का पहला कर्म होना चाहिए. बाबू मलिक ने बताया कि वह पिछले 24 सालों से शिविर में शामिल होकर शिव भक्तों की सेवा कर रहे हैं और वह शिव डाक कांवड़ सेवा समिति के सदस्य हैं और अपनी 10 सदस्य टीम के साथ नैथला मोड पर शिविर में शिव भक्तों की सेवा में लगे हैं. 24 साल से कर रहे हैं शिवभक्तों की सेवा बाबू खान का कहना है कि वह मजहब जाति नहीं देखते हैं. उनका उद्देश्य है मानवता की सेवा. आज से 24 साल पूर्व वह अपने एक दोस्त के साथ कांवड़ शिविर में पहुंचे थे. तभी से उन्होंने मन बनाया कि वह अब शिव भक्तों की हर साल शिविर लगाकर सेवा करेंगे. तभी से यह करते आ रहे हैं. नेम प्लेट लगाने का किया समर्थन उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्रत्येक व्यक्ति को नेम प्लेट लगाने का आदेश को उन्होंने सही बताते हुए कहा कि अपनी पहचान छुपाने से कुछ नहीं होता है. हर व्यक्ति को नेम प्लेट लगानी चाहिए, यह तो एक अच्छी चीज है. Tags: Baghpat news, Kanwar yatra, Local18FIRST PUBLISHED : July 30, 2024, 17:11 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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