फैक्ट्रियां ही फैक्ट्रियां जानें चिराग पासवान का बिहार को लेकर कर नया प्लान

भारत सरकार के खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय आने वाले दिनों में बिहार में कई फूड प्रोसेसिंग यूनिट लगाने की तैयारी में लग गई है. खासकर हाजीपुर का केला, मुजफ्फरपुर की लीची, मधुबनी का मखाना , खगड़िया में मक्का और आलू उद्योग से जुड़े किसानों को इससे बहुत बड़ा फायदा मिल सकता है.

फैक्ट्रियां ही फैक्ट्रियां जानें चिराग पासवान का बिहार को लेकर कर नया प्लान
नई दिल्ली. खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय का प्रभार संभालने के बाद एलजेपी (पासवान) के सांसद चिराग पासवान एक्शन मोड में नजर आ रहे हैं. खासकर बिहार को ध्यान में रखकर चिराग पासवान आने वाले दिनों में कई बड़े निर्णय ले सकते हैं. पार्टी के सांसदों की मानें तो केला, आम, लीची, मक्का, मखाना और आलू उद्योग से जुड़े लोगों को इससे बहुत फायदा मिलने जा रहा है. इन सांसदों की मानें तो आने वाले दिनों में बिहार में कई फूड प्रोसेसिंग यूनिट लगाने का रोडमैप तैयार किया जा रहा है. चिराग पासवान भी बोल चुके हैं कि इस मंत्रालय में बहुत सारी संभावनाएं हैं और आने वाले दिनों में बिहार में फैक्ट्रियों का जाल बिछा दूंगा. चिराग पासवान कहते हैं, ‘आने वाले दिनों में फूड प्रोसेसिंग की भूमिका अहम होने वाली है. मैं अधिकारियों के साथ बैठक कर रोडमैप तैयार कर रहा हूं. खासकर मेगा फूड पार्क्स, कोल्ड चेन, एफपी एंड प्रीरिजर्वेन कैपिसिटीज, बैकवर्ड एंड एफडबल्यूडी लिंकेज, एचआऱ एंड इंस्टीच्यूशन, एग्रो प्रोसेसिंग कलस्टर, फूड सेफ्टी एडं क्वालिटी एस्सुरेंस और ऑपरेशन ग्रीन्स जैसे मंत्रालय की पहले की योजनाओं को आम जनता तक ले जाने का प्रयास करूंगा. जरूरत पड़ी तो कुछ नई स्कीम की भी शुरुआत की जाएगी. .‘हनुमान’ ही नहीं नीतीश के ‘ललन’ पर भी भारी पड़े जीतन राम मांझी… जीत लिया PM मोदी का दिल और मोह लिया मन बता दें कि मोदी मंत्रिमंडल में बिहार के 8 सांसदों को मंत्री बनाया गया है, जिसमें तीन मंत्रालय ऐसे हैं जो सीधे तौर पर खेती-किसानी से जुड़े हुए हैं. खासकर खाद्य प्रसंस्करण, पशुपालन, मत्स्य, डेयरी और सूक्ष्म व छोटे उद्योग का क्षेत्र महत्वपूर्ण है. चिराग पासवान, राजीव रंजन सिंह और जीतन राम मंझी को बिहार कोटे से कैबिनेट मंत्री बनाया गया है. ऐसे में इन मंत्रालयों के द्वारा आने वाले दिनों में बिहार के लोगों को रोजगार के नए-नए अवसर मिल सकते हैं. खगड़िया के सांसद राजेश वर्मा कहते हैं, ‘बिहार में किसानों को कृषि उत्पादों की अच्छी कीमत नहीं मिलना बड़ी समस्या रही है. इसका सबसे बड़ा कारण है कि यहां पर खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों की भारी कमी. अब हमारे नेता चिराग पासवान को यह मंत्रालय मिला है और उनका प्रयास है कि आने वाले दिनों में आम, लीची, मक्का और आलू प्रसंस्करण उद्योग से जुड़ी फैक्ट्रियां लगाकर बिहार के सभी जिलों में लोगों को रोजगार देना.’ पिता रामविलास या चाचा पारस… चिराग को किनका वाला मंत्रालय मिला? समर्थक बोले- यह कसक रह गई अधूरी बता दें कि बिहार के मुंगेर के सांसद राजीव रंजन सिह उर्फ ललन सिंह को पंचायती राज तथा मत्स्य, पशुपालन व डेयरी मंत्रालय की जिम्मेदारी मिली है. बता दें कि मत्स्य व डेयरी ऐसा क्षेत्र है, जो बिहार के हर गांव से जुड़ा है. राज्य में डेयरी उद्योग के लगने से पशुपालक किसानों को भी लाभ मिलेगा. वहीं, गया के सांसद जीतन राम मांझी को सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय की जिम्मेदारी मिली है. ऐसे में बिहार में सूक्ष्म और लघु उद्योग की भी बड़ी संभावनाएं आने वाले दिनों में आनी वाली है. Tags: Bihar News, Chirag Paswan, Industrial units, Modi governmentFIRST PUBLISHED : June 12, 2024, 13:48 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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