कांग्रेस ने सूची जारी करने से पहले फिट किए मोहरे 50 बड़े नेताओं की फौज उतारी

Rajasthan Upchunav : राजस्थान कांग्रेस उपचुनावों के लिए अपनी मजबूत रणनीति बनाने में जुटी है. कांग्रेस ने सातों सीटों पर जीत दर्ज कराने के लिए ऐडी चोटी का जोर लगा दिया है. टिकट वितरण से पहले कांग्रेस ने सभी सातों सीटों पर वरिष्ठ नेताओं की लंबी चौड़ी फौज फील्ड में तैनात कर दी है.

कांग्रेस ने सूची जारी करने से पहले फिट किए मोहरे 50 बड़े नेताओं की फौज उतारी
जयपुर. राजस्थान में कांग्रेस उपचुनाव की तैयरियों में जोर शोर से जुटी है. दिल्ली से लेकर जयपुर और सातों विधानसभा क्षेत्रों में बैठकों के दौर चल रहे हैं. हालांकि अभी तक पार्टी की ओर से प्रत्याशियों के नामों का ऐलान नहीं किया गया है लेकिन शेष सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है. कांग्रेस ने सभी सातों सीट पर जीत का परचम लहराने के कवायद के तहत करीब 50 बड़े नेताओं की लंबी चौड़ी फौज तैनात की है. हर सीट पर बड़ी जिम्मेदारियों का बंटवारा कर दिया गया है. सभी नेता मजबूत रणनीति बनाकर बीजेपी को घेरने की कोशिश करेंगे. कांग्रेस ने उपचुनाव के लिए पीसीसी हेडक्वार्टर कमेटी में 4 लोगों को , मीडिया कमेटी में 6 लोगों को और वॉर रूम कमेटी में 7 लोगों को जिम्मेदारी दी है. राजस्थान की सभी सातों सीटों पर 13 नवंबर को उपचुनाव के लिए मतदान होना है. वोटों की गिनती 23 नवंबर को होगी. कांग्रेस ने प्रदेश में 14 संगठन प्रभारी, 28 चुनाव प्रभारी और 7 सीनियर पर्यवेक्षक लगाए हैं. इनमें विधायकों और संगठन के पदाधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई है. कांग्रेस की ओर से चुनाव के मद्देनजर गठित की गई तीन कमेटियों में 16 नेताओं को शामिल किया गया है. दौसा विधानसभा सीट दौसा विधानसभा सीट पर विधायक रफीक खान और डूंगरराम गेदर समेत पार्टी नेता द्रौपदी कोहली तथा महेंद्र गहलोत को चुनाव प्रभारी बनाया गया है. जबकि रमेश खंडेलवाल और पुष्पेष भारद्वाज को संगठन प्रभारी बनाया गया है. दौसा सीट पर मुरारीलाल मीणा के सांसद बनने के बाद उपचुनाव हो रहा है. झुंझुनूं विधानसभा सीट झुंझुनूं विधानसभा सीट पर विधायक हाकम अली, अमित चाचान और अनिल शर्मा समेत पार्टी नेता हेमसिंह शेखावत को चुनाव प्रभारी बनाया गया है. संगठन प्रभारी के रूप में यहां नसीम अख्तर और रामसिंह कस्वां को जिम्मा दिया गया है. झुंझुनूं में कांग्रेस विधायक बृजेंद्र ओला के सांसद बनने के बाद उपचुनाव हो रहा है. देवली उनियारा विधानसभा सचिन पायलट की गढ़ कही जाने वाली टोंक जिले की देवली उनियारा सीट पर सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल, कांग्रेस नेता करण सिंह उच्चियारड़ा, महिला नेता राखी गौतम और पूर्व अध्यक्ष किशनलाल को चुनाव प्रभारी की भूमिका दी गई है. संगठन प्रभारी के रूप में यहां रामविलास चौधरी और प्रशांत शर्मा को नियुक्त किया गया है. यह सीट विधायक हरीश मीणा के सांसद बन जाने से खाली हुई है। खींवसर विधानसभा सीट विधायक हनुमान बेनीवाल के सांसद बन जाने से खाली हुई नागौर की खींवसर सीट पर विधायक पूसाराम गोदारा समेत पार्टी नेता जगदीश जांगिड़, अभिषेक चौधरी तथा गजेंद्र सांखला को इलेक्शन इन-चार्ज बनाया गया है. यहां संगठन प्रभारी के रूप में रामविलास चौधरी और मनोज मेघवाल को तैनात किया गया है. सलूंबर विधानसभा सीट सलुंबर सीट पर पूर्व मंत्री अर्जुन बामनिया और पूर्व विधायक रामलाल मीणा समेत पार्टी नेता प्रमोद सिसोदिया तथा प्रेम कुमार पाटीदार को कांग्रेस ने चुनाव प्रभारी बनाया है. वहां संगठन प्रभारी की जिम्मेदारी रतन देवासी और राजेंद्र को दी गई है. उपचुनाव वाली सातों सीटों में सलूंबर ही एक मात्र सीट है जहां भाजपा के अमृतलाल विधायक थे. उनके आकस्मिक निधन से यह सीट खाली हो गई थी. रामगढ़ विधानसभा सीट रामगढ़ सीट पर विधायक रोहित बोहरा, विकास चौधरी और रूपिंद्र सिंह कुन्नर तथा पार्टी नेता धर्मेंद्र राठौड़ को चुनाव प्रभारी की जिम्मेदारी दी गई है. जबकि रमेश खंडेलवाल और यशवंत गुर्जर को संगठन प्रभारी बनाया गया है. यह सीट कांग्रेस विधायक जुबेर खान का बीमारी के कारण निधन हो जाने के कारण खाली हुई थी. चौरासी विधानसभा सीट भारत आदिवासी पार्टी से विधायक से सांसद बने राजकुमार रौत वाली चौरासी सीट पर कांग्रेस ने पूर्व मंत्री मांगीलाल गरासिया, पूर्व विधायक पुष्कर लाल डांगी, विधायक चेतन पटेल और पार्टी नेता जगदीश श्रीमाली को चुनाव प्रभारी बनाया है. जबकि संगठन प्रभारी की भूमिका यहां गोपाल कृष्ण शर्मा और हंनगामी लाल मेवाड़ा निभाते नजर आएंगे. Tags: Jaipur news, Rajasthan Congress, Rajasthan news, Rajasthan PoliticsFIRST PUBLISHED : October 21, 2024, 12:36 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed