दिवाली के अगले दिन होगा आंशिक सूर्य ग्रहण दिल्ली-मुंबई में 1 घंटे से ज्यादा रहेगी अवधि

Jaipur News: भारत में दिवाली के अगले दिन सूर्यास्त के पहले अपराह्न में ग्रहण आरम्भ होगा तथा इसे अधिकांश स्थानों से देखा जा सकेगा. हालांकि ग्रहण अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह तथा उत्तर-पूर्व भारत के कुछ स्थानों (आइजॉल, डिब्रूगढ़, इम्फाल, इटानगर, कोहिमा, सिबसागर,सिलचर, तामलोंग इत्यादि) से दृश्य नहीं होगा. भारत में इसका प्रभाव आंशिक रहेगा. यह पाकिस्तान, अफगानिस्तान, यूरोप, पश्चिमी एशिया और अफ्रीका के कुछ देशों में ज्यादा समय तक दिखाई देगा.

दिवाली के अगले दिन होगा आंशिक सूर्य ग्रहण दिल्ली-मुंबई में 1 घंटे से ज्यादा रहेगी अवधि
हाइलाइट्ससूर्य ग्रहण को थोड़ी देर के लिए भी नंगी आंखों से नहीं देखा जाना चाहिएभारत में सभी जगह अगले महीने की आठ तारीख को दिखाई देगा पूर्ण चंद्र ग्रहण जयपुर. हर साल कार्तिक मास की अमावस्या को दिवाली का त्योहार मनाया जाता है. इस साल दिवाली के अगले दिन यानी 25 अक्टूबर को साल का दूसरा और संभवत: आखिरी आंशिक सूर्यग्रहण लगेगा. यह भारत में कुछ स्थानों को छोड़कर अधिकांश जगह देखा जा सकेगा. इस सूर्य ग्रहण का अंत भारत में नहीं होगा. ग्रहण का अंत भारत में दृश्य नहीं होगा, क्योंकि वह सूर्यास्त के उपरांत भी जारी रहेगा. इसे नंगी आंखों के देखना नुकसानदेह हो सकता है. भारत में उत्तर-पश्चिमी हिस्सों में अधिकतम ग्रहण के समय सूर्य पर चंद्रमा द्वारा आच्छादन लगभग 40 से 50 प्रतिशत के बीच होगा. देश के अन्य हिस्सों में आच्छादन का प्रतिशत उपरोक्त मान से कम होगा. दिल्ली और मुम्बई में अधिकतम ग्रहण के समय चंद्रमा द्वारा सूर्य के आच्छादन का प्रतिशत क्रमशः 44 प्रतिशत एवं 24 प्रतिशत के लगभग होगा. ग्रहण की अवधि प्रारम्भ से लेकर सूर्यास्त के समय तक दिल्ली और मुम्बई में क्रमश: 1 घंटे 13 मिनट और 1 घंटे 19 मिनट की होगी. इसी प्रकार चेन्नई और कोलकाता में ग्रहण की अवधि प्रारम्भ से लेकर सूर्यास्त के समय तक क्रमश: 31 मिनट तथा 12 मिनट की होगी. नंगी आंखों से सूर्य ग्रहण देखना नुकसानदेह अमावस्या को सूर्य ग्रहण तब घटित होता है जबकि चंद्रमा, पृथ्वी और सूर्य के बीच आ जाता है और वे तीनों एक सीध में स्थित हो जाते हैं. आंशिक सूर्य ग्रहण तब घटित होता है जब चन्द्र चक्रिका सूर्य चक्रिका को आंशिक रूप से ही ढक पाती है. सूर्य ग्रहण को थोड़ी देर के लिए भी नंगी आंखों से नहीं देखा जाना चाहिए. चंद्रमा, सूर्य के अधिकतम हिस्सों को ढक दे तब भी इसे नंगी आंखों से न देखें, क्योंकि यह आंखों को स्थाई नुकसान पहुंचा सकता है, जिससे अंधापन तक हो सकता है. यह ग्रहण कई देशों में दिखेगा. ग्रहण यूरोप, मध्य पूर्व अफ्रीका के उत्तर-पूर्वी हिस्सों, पश्चमी एशिया, उत्तर अटलांटिक महासागर तथा उत्तर हिंद महासागर के क्षेत्रों में दिखाई देगा. नवंबर में भारत में दिखेगा चंद्र ग्रहण सूर्य ग्रहण को देखने की सबसे सही तकनीक है ऐलुमिनी माइलर. काले पॉलिमर 14 नं. शेड के झलाईदार कांच का उपयोग करके अथवा टेलेस्कोप के माध्यम से श्वेत पट पर सूर्य की छाया का प्रक्षेपण कर इसे देखा जा सकता है. जहां तक चंद्र ग्रहण की बात है तो यह ही भारत में दिखाई देगा. दरअसल, जो अगला ग्रहण भारत में दिखाई देगा, वह पूर्ण चंद्र ग्रहण ही होगा. यह अगले महीने की आठ तारीख को होगा. यह चंद्रोदय के समय भारत के सभी स्थानों से दिखाई देगा. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी| Tags: Diwali festival, Jaipur news, Lunar eclipse, Rajasthan news in hindi, Solar eclipseFIRST PUBLISHED : October 23, 2022, 18:18 IST