डॉग्स और कैट्स की भी किडनियां हो रही है खराब जयपुर में करवा सकते हैं डायलिसिस

Pets Lover News : पैट्स लवर के लिए बड़ी खबर सामने आई है. डॉग्स और कैट्स में किडनी फेलियर होने पर घबराने की जरुरत नहीं है. जयपुर में अब इनके डायलिसिस की सुविधा शुरू हो गई है. जानें डॉग्स और कैट्स में किडनी फेलियर क्यों होता है और इसके लक्षण क्या हैं?

डॉग्स और कैट्स की भी किडनियां हो रही है खराब जयपुर में करवा सकते हैं डायलिसिस
जयपुर. इंसानों के साथ डॉग्स और कैट्स में भी किडनी से संबंधित बीमारियां तेजी से बढ़ रही है. उनके लिए भी एक समय के बाद डायलिसिस ही आखिरी विकल्प होता है. राजस्थान की राजधानी जयपुर में पहली बार डॉग्स और कैट्स के लिए सरकारी स्तर पर हीमोडायलिसिस की सुविधा शुरू की गई है. यहां हर सप्ताह करीब 3 से चार डॉग्स का डायलिसिस किया जा रहा है. इस संस्थान में पैट्स का डायलिसिस निशुल्क किया जाता है. बदलती जीवन शैली और अनियमित खान-पान के चलते इंसानों में बढ़ती बीमारियों के बारे में आपने सुना ही होगा. लेकिन क्या आपको मालूम है इन कारणों से इंसान ही नहीं बल्कि जानवर भी गंभीर बीमारियों के चपेट में आ रहे हैं. खास बात यह है कि घरों में पाले जाने वाले डॉग्स और कैट्स में किडनी से संबंधित बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं. एक समय के बाद इनके लिए भी डायलिसिस ही आखिरी विकल्प होता है. जयपुर के अस्‍पतालों के बारे में जानने के लिए यहां क्लिक करें… एक्युट और क्रोनिक किडनी फेलियर जैसी समस्याएं तेजी से फैल रही है डॉग्स और कैट्स को घरों में पालने का कल्चर काफी पुराना है. लेकिन जैसे-जैसे शहरीकरण हो रहा है वैसे वैसे इन पैट्स को लेकर समस्याएं भी बढ़ती जा रही है. आलम यह है कि अब घरों में पैट्स के लिए ज्यादा स्पेस नहीं है. उसके चलते उनकी भी प्रोपर वर्जिश भी नहीं हो पा रही है. इसके साथ ही खान-पान के बिगड़ते स्वरुप से डॉग्स और कैट्स के स्वास्थ्य पर सीधा पड़ रहा है. इससे इन पैट्स में अब एक्युट और क्रोनिक किडनी फेलियर जैसी समस्याएं तेजी से फैलती जा रही है. इस वजह से सामने आ रही है किडनी की समस्याएं इलाज की जानकारी के अभाव में कई पैट्स की मौत हो रही है. विशेषज्ञों की मानें तो पालतू डॉग्स और कैट्स में किडनी की समस्याएं ज्यादा देखने को मिल रही है. पैट्स पेरेंट्स अपनी कंपनी के लिए डॉग्स और कैट्स पाल तो लेते हैं लेकिन उनकी जरुरतों को पूरा नहीं कर पाते हैं. कई पेट्स पैरेंट्स सिर्फ सुबह शाम ही पैट्स को घूमाते हैं. इसके साथ ही उनका खानपान ही आजकल के कल्चर के अनुसार कर दिया है. इसके कारण से किडनी समस्याएं देखने को मिल रही हैं. हर सप्ताह करीब 3 से चार डॉग्स का डायलिसिस किया जा रहा है पैट्स की इन समस्याओं को देखते हुए पहली बार सरकारी क्षेत्र में डायलिसिस की शुरुआत की गई है. जयपुर में आगरा रोड स्थित स्नातकोत्तर पशु चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान में करीब 40 लाख रुपयों की हीमोडायलिसिस मशीन स्थापित की गई है. वहां हर सप्ताह करीब 3 से चार डॉग्स का डायलिसिस किया जा रहा है. पीजीआईवीईआर की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. रश्मि सिंह ने बताया कि ये डायलिसिस मशीन इंसानों के लिए काम आने वाली मशीन ही है. क्रोनिक किडनी फेलियर में कुछ समय के लिए डॉग्स की लाइफ बढ़ जाती है इसके जरिए ही डॉग्स और कैट्स का डायलिसिस किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि एक्युट किडनी फेलियर के मामले में डायलिसिस करने पर डॉग्स ठीक हो जाते हैं. लेकिन क्रोनिक किडनी फेलियर में कुछ समय के लिए डॉग्स की लाइफ बढ़ जाती है. उन्होंने बताया कि डॉग्स का भी इंसानों की तरह ही डायलिसिस किया जाता है. विशेषज्ञों की मानें तो पैट्स में किडनी फेलियर के कई कारण हो सकते हैं. पैट्स पैरेटेंस कुछ लक्षणों से जान सकते हैं बीमारी की के बारे में इनमें बीमार होने पर लगातार एंटिबायोटिक दवाएं देने, खानपान का ध्यान नहीं रखने और यूरिनल इन्फेक्शन समेत कई कारण हो सकते हैं. ऐसे में पैट्स पैरेटेंस कुछ लक्षणों से समझ सकते हैं कि उनके पैट्स में किडनी की समस्याएं सामने आ रही है. किडनी की समस्या होने पर पैट्स इनएक्टिव हो जाते हैं. यूरिनेशन में समस्याएं आने लगती है. वोमिटिंग की समस्या जैसे लक्षण नजर आ सकते हैं. इसके साथ ही पैट्स के ब्लड टेस्ट से इसका पता लगाया जा सकता है. जयपुर में पैट्स का डायलिसिस बिल्कुल निशुल्क किया जा रहा है पीजीआईवीईआर में डायलिसिस कराने आए डॉग ऑनर ने बताया कि राजस्थान से बाहर डायलिसिस की व्यवस्था है. लेकिन इसका काफी खर्चा आता है. पीजीआईवीईआर में यह डायलिसिस बिल्कुल निशुल्क किया जा रहा है. पीजीआईवीईआर के प्रोफेसर डॉ. धर्मसिंह मीणा ने बताया कि फिलहाल राजस्थान में प्राइवेट या सरकारी क्षेत्र में किसी भी जगह ये सुविधा नहीं है. देश के कुछ चुनिंदा राज्यों में पैट्स का डायलिसिस किया जाता है. उसका भी खर्चा ज्यादा आता है. लेकिन इस संस्थान में डॉग्स का डायलिसिस बिल्कुल निशुल्क किया जा रहा है. Tags: Animal husbandry, Dog Lover, Kidney disease, Latest Medical newsFIRST PUBLISHED : December 23, 2024, 12:16 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed