दोना-पत्तल बनाकर महिलाओं की बदली जिंदगी बंपर हो रही कमाई

मुसाफिरखाना लखनऊ हाईवे पर महिलाओं का समूह गुन्नौर गांव के पास यह दोना पत्तल बनाने का काम करता है. इसके लिए समूह के तहत महिलाओं को दोना पत्तल मेकिंग मशीन दी गई है, जिसमें महिलाएं एक दिन में 4 से 5 हजार दोना पत्तल तैयार कर उसकी ब्रिकी करती है.

दोना-पत्तल बनाकर महिलाओं की बदली जिंदगी बंपर हो रही कमाई
अमेठी: कुछ करने और कर गुजरने के जज्बात मन में हो तो बड़े हौसले भी छोटे पड़ जाते हैं. जीवन में बेरोजगारी के लिए मुसीबत से लड़ना पड़ता है कोई मुसीबत से हार जाता है तो कोई मुसीबत का डटकर मुकाबला करता है. मुसीबत से हारने के बजाय मुसीबत का डटकर मुकाबला कर रही हैं ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं.जी हां अमेठी में महिलाओं का एक समूह ने राष्ट्रीय अजीविका मिशन के तहत दोना पत्तल बनाने का काम शुरू किया है. इस काम से महिलाओं को फायदा हो रहा है और उनकी जीविका बेहतर तरीके से चल रही है. दरअसल मुसाफिरखाना लखनऊ हाईवे पर महिलाओं का समूह गुन्नौर गांव के पास यह दोना पत्तल बनाने का काम करता है. इसके लिए समूह के तहत महिलाओं को दोना पत्तल मेकिंग मशीन दी गई है, जिसमें महिलाएं एक दिन में 4 से 5 हजार दोना पत्तल तैयार कर उसकी ब्रिकी करती है. खास बात यह है की यह दोना पत्तल प्लास्टिक के नहीं बल्कि कागज के तैयार होते हैं.पहले महिलाओं को काफी समस्याएं थी लेकिन समूह में जुड़ने के बाद महिलाओं की किस्मत बदल गई और उन्हें मुनाफा हो रहा है. पहले थी रोजगार की समस्या अब हो रहा मुनाफा समूह में जुड़ी और महिलाओं को अपने साथ काम में जोड़ने वाली महिला पार्वती देवी बताती है कि पहले उनके पास कोई रोजगार नहीं था घर में सारा दिन खाली भी जाता था और जब आर्थिक समस्याएं होती थी तो दूसरों के सामने हाथ फैलाने के लिए मजबूर होना पड़ता था. लेकिन अब समूह में जुड़ने के बाद हम सबको रोजगार मिला है और हमारे साथ करीब 10 महिलाएं समूह में और जुड़ी हैं इन्हें फायदा हो रहा है. महिलाएं ही काम में हाथ बात कर कमा रहे अच्छा खासा मुनाफा कमा रही है पर एक दिन में हजार से 2 हजार रुपये का फायदा होता है. वही एक और महिला ने बताया कि पहले बड़ी समस्याएं थी बच्चों को पढ़ने के लिए घर की जरूरत पूरी करने के लिए कोई व्यवस्थाएं नहीं थी लेकिन आज इसी काम से बच्चों को अच्छी परवरिश दे रही हूं और अपने घर में बेहतर तरीके से जीवन यापन कर रही हूं इस समूह में हमें बहुत फायदा हुआ. Tags: Amethi news, Local18FIRST PUBLISHED : June 23, 2024, 16:06 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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