पढ़ाई में नहीं लगा मन तो पायल ने शुरू किया ये स्टार्टअप नेचुरल साबुन बेचकर

Prayagraj News: 22 वर्ष की पायल गुप्ता फैशन डिजाइनिंग कोर्स के बाद हर्बल साबुन यानी कि प्राकृतिक रूप से साबुन बनाने का स्टार्टअप शुरू किया . मात्र 6 महीने की भीतर चार लाख तक का टर्नओवर होने लगा. इनके द्वारा तैयार किए गए साबुन के प्रोडक्ट में किसी भी प्रकार की केमिकल का प्रयोग नहीं किया जाता है इसीलिए लोग इस साबुन को खूब पसंद कर रहे हैं.

पढ़ाई में नहीं लगा मन तो पायल ने शुरू किया ये स्टार्टअप नेचुरल साबुन बेचकर
रजनीश यादव/ प्रयागराज: केमिकल के द्वारा तैयार किए गए ब्यूटी प्रोडक्ट हमारी स्किन के लिए सही नहीं होते हैं. इसको देखते हुए प्रयागराज की 22 वर्षीय पायल गुप्ता ने नेचुरल विधि से साबुन बनाने का स्टार्टअप शुरू किया है. इस स्टार्टअप ने पायल गुप्ता को प्रयागराज में अलग पहचान दिलाई है. प्रयागराज में झलवा की रहने वाली 22 वर्षीय पायल गुप्ता फैशन डिजाइनिंग का कोर्स करने के बाद खुद के स्टार्टअप के बारे में सोचा. लोकल 18 से बात करते हुए पायल ने बताया कि केमिकल वाला साबुन हमारी स्किन के लिए ठीक नहीं होता है. बताती हैं कि बचपन सेवा चीजों को लेकर काफी क्रिएटिव रही हैं. पढ़ाई में ज्यादा मन न लगने की वजह से उनकी रुचि घर में पड़ी बेकार वस्तुओं से नई वस्तु बनाने में रही. उन्होंने अपने इसी दिमाग को प्रयोग करते हुए ऐसा साबुन बनाने की सोचा, जो स्किन को नुकसान न पहुंचाए. 6 महीने पहले से उन्होंने प्राकृतिक विधि से चंदन, गुलाब की पट्टी से, नीम का एवं मुल्तानी मिट्टी का नेचुरल विधि से साबुन तैयार करना शुरू किया. ऐसे करतीं हैं साबुन तैयार आगे उन्होंने बताया कि साबुन तैयार करने के लिए वह गुलाब के पत्ती चंदन का पाउडर, नीम की पट्टी का पाउडर तुलसी और एलोवेरा को मिलाकर साबुन के प्रोडक्ट को तैयार करती हैं. इसमें वह इस ठोस में बदलने के लिए बकरी के दूध का प्रयोग करती हैं. इनके द्वारा तैयार किए गए इस हर्बल प्रोडक्ट में केमिकल का प्रयोग एकदम नहीं किया जाता है. पायल बताती हैं कि वह अपने ग्राहकों को उनकी स्किन के अनुसार ही साबुन सजेस्ट करती हैं, जिससे उनको या साबुन लाभदायक हो. ऐसे बेचती हैं प्रोडक्ट लोकल 18 से पायल ने बताया कि शुरू के एक- दो प्रोडक्ट को बाजार में बेचने में कठिनाई आई. लेकिन, जिन ग्राहकों ने हमारे द्वारा तैयार किए गए साबुन का प्रयोग किया. उन्होंने फिर से साबुन को खरीदा. इससे हमारे रिपीट कस्टमर तैयार होते चले गए. इसके अलावा सोशल मीडिया और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म अमेजॉन, फ्लिपकार्ट पर भी हमारे प्रोडक्ट अवेलेबल हैं, जहां से लखनऊ, वाराणसी, प्रयागराज, बांदा कौशांबी जैसे जिलों से लगातार आर्डर आते हैं. इसके अलावा प्रयागराज में लगने वाली शिल्प मेला में भी उनका स्टाल लगता है. इतने की हो जाती है कमाई पायल ने अपने साबुन के स्टार्टअप को आयुर्मा नाम (AYURMA) से उद्यम पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराया है. बताती हैं कि ऑनलाइन ऑफलाइन दोनों सेलिंग को जोड़ दिया जाए, तो प्रतिमाह 50 हजार से अधिक का साबुन बेच देती हैं. साबुन लेने वाले ग्राहकों का फीडबैक बेहतरीन है. बड़ा करेंगी बाजार नेचुरल तरह से तैयार किए गए साबुन के उत्पाद को लोगों तक पहुंचाने के लिए वह अपने बाजार को और बड़ा करने का प्लान कर रही हैं. पायल गुप्ता बताती हैं कि वह पहाड़ी क्षेत्रों में जहां भारी संख्या में पर्यटक आते हैं, जैसे हिमाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर में अपने साबुन को बेचने की तैयारी कर चुकी हैं. वहां पर इसके लिए दुकानदार सेट हो गए हैं, जो आने वाले पर्यटकों को साबुन बेचकर इसकी खुशबू को लोगों तक पहुंचाएंगे. Tags: Local18, Prayagraj News, UP newsFIRST PUBLISHED : August 11, 2024, 13:27 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed