संजीव मुखिया के घर अचानक पहुंची ईओयू की बहुत बड़ी टीम तो जमा हो गई भीड़ फिर

नीट पेपर लीक कांड में एक बार फिर जांच में तेजी आती दिख रही है. आरोपी संजीव मुखिया के घर ईओयू की बड़ी टीम ने अचानक ही छापा मारा तो हड़कंप मच गया. इसके साथ ही जांच टीम ने संजीव मुखिया जहां काम करता था वहां भी जांच करने पहुंची थी. जानकारी के अनुसार, संजीव मुखिया के माता-पिता से पूछताछ की गई है और कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किये गए हैं.

संजीव मुखिया के घर अचानक पहुंची ईओयू की बहुत बड़ी टीम तो जमा हो गई भीड़ फिर
हाइलाइट्स नीट प्रश्न लीक मामले में EOU ने संजीव मुखिया के घर किया घंटों चलाया सर्च अभियान.  नालंदा के नगरनौसा थाने के बल्वां गांव में माता पिता से ईओयू की टीम ने की पूछताछ. नालंदा. मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन के लिए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी यानी एनटीए की आयोजित प्रतिष्ठित परीक्षा नीट यूजी परीक्षा प्रश्न पत्र लीक मामले की जांच एक बार फिर से तेज हो गई है. इसी क्रम में मंगलवार को पटना पुलिस और आर्थिक अपराध इकाई की बड़ी टीम नालंदा के स्थानीय पुलिस प्रशासन के सहयोग से संजीव मुखिया के घर करीब छह घंटे तक छापेमारी की. इस दौरान संजीव मुखिया के माता पिता की ही मौजूदगी की बातें सामने आई हैं. मिली जानकारी के अनुसार, ईओयू की टीम ने कई महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद किये हैं जिसे ईओयू अपने साथ ले गई है. सुबह 10 बजे आर्थिक अपराध ईकाई यानी ईओयू (EOU) टीम संजीव मुखिया के घर पहुंची थी और कार्रवाई शाम 4 बजे तक चली. वहीं, संजीव मुखिया के घर छापेमारी की भनक पाकर मौके पर ग्रामीण जमा हो गए थे. हालांकि, कार्रवाई से पहले ही स्थानीय और अन्य थानों की पुलिस को बुला लिया गया था. नीट यूजी पेपर लीक मामले में संजीव मुखिया के माता-पिता से पूछताछ की गई है. इनका इस मामले में कहना था कि बेटे को इस कांड में फंसाया गया है. प्रश्न पत्र लीक मामला का मुख्य आरोपी है संजीव मुखिया बता दें कि नालंदा के नगरनौसा थाना क्षेत्र बल्वां गांव निवासी संजीव मुखिया के घर में मंगलवार को 25 सदस्यीय आर्थिक अपराधी इकाई की टीम के द्वारा छापेमारी की गई. टीम ने यारपुर के बलवा गांव पहुंचकर 6 घंटे छापेमारी की. वहां से कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद किए गए. ईओयू की टीम इसे बंद लिफाफा में कर पटना ले गयी है. बता दें कि संजीव मुखिया को पेपर लीक कांड का बिहार में मुख्य आरोपी बताया जा रहा है. संजीव मुखिया बीएससी शिक्षक बहाली पेपर लीक कांड में जेल जा चुका है. उसका बेटा डॉक्टर शिव कुमार इसी मामले में अभी भी जेल में है. शिवकुमार पीएमसीएच से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा था. तकनीकी सहायक के पद पर कार्यरत था संजीव मुखिया बताया जाता है कि  संजीव मुखिया को नीट परीक्षा के प्रश्न पत्र एक प्रोफेसर ने उपलब्ध कराया था. प्रोफेसर ने मोबाइल के माध्यम से संजीव मुखिया को पत्र भेजा था. 40 लाख रुपए प्रति पेपर छात्र डील हुई थी. संजीव के घर छापेमारी के बाद ईओयू की टीम नूरसराय के उद्यान महाविद्यालय पहुंची थी. टीम ने वहां भी जांच की और पूछताछ की. विगत 27 जून को इंटेलिजेंस ब्यूरो की दो सदस्यीय टीम ने भी संजीव के दस्तावेजों की जांच की थी. तीन महीने से ईओयू की पकड़ में नहीं आ रहा संजीव मुखिया गौरतलब है कि संजीव मुखिया नालंदा जिले के ही नूरसराय हॉर्टिकल्चर कॉलेज में तकनीकी सहायक के पद पर तैनात था. ईओयू के अधिकारियों ने यहां डॉ. वीरेंद्र कुमार और कर्मी अनुज कुमार से पूछताछ की. यहां टीम ने दस्तावेजों की जांच भी की. बता दें कि 27 जून को इंटेलिजेंस ब्यूरो की दो सदस्यीय टीम ने भी संजीव के दस्तावेजों की जांच की थी। संजीव मुखिया के कार्यस्थल पर हुई जांच, जब्त किये डॉक्यूमेंट्स छापेमारी टीम का नेतृत्व कर रहे ईओयू के डीएसपी सुनील कुमार ने बताया कि हम लोग संजीव मुखिया के घर आए हुए थे और विधिवत तलाशी ली गई. कुछ दस्तावेज जब्त किए गए हैं. साल 2016 में सिपाही भर्ती परीक्षा में पेपर लीक में सबसे पहले संजीव मुखिया का नाम सामने आया था. बता दें कि फिलहाल पेपर लीक कांड में संजीव मुखिया फरार चल रहा है. उसका एमबीबीएस पुत्र न्यायिक हिरासत में है. संजीव की तलाश सीबीआई और ईओयू की टीम कर रही है. FIRST PUBLISHED : October 23, 2024, 12:03 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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