LAC पर इस सर्दी में हो गया कमालअप्रैल 2020 से पहले की स्थिती होगी जल्द बहाल
LAC पर इस सर्दी में हो गया कमालअप्रैल 2020 से पहले की स्थिती होगी जल्द बहाल
LAC update : LAC पर भारत और चीनी की सेना के अपने अपने इलाके में गश्त जारी. भारतीय सेना को देपसांग और डेमचॉक में सबसे छोटी पेट्रोल पूरी करने में करीब 5-6 घंटे तो सबसे बड़ी पेट्रोल को पूरा करने में तकरीबन 20 घंटे लगते है..
India China LAC : कज़ान में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन बैठक में साढ़े चार साल से भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में जारी गतिरोध को खत्म करने के फैसला हुआ. डेमचोक और डेपसांग में डिसएंगेजमट पूरा हुआ. अब सभी उन सभी प्वाइंट पर पेट्रोलिंग भी पूरी होने को है, जहां 2020 के बाद सेना की गश्त बंद थी. कुल एसे 7 प्वाइंट थे जिसमें डेमचोक में दो और डेपसांग में पाँच एसे पेट्रोलिंग प्वाइंट थे. ना तो चीनी सैनिक अपने इलाक़े में गश्त करने आते थे, और ना ही भारतीय ही जाते थे. सूत्रों के मुताबिक डेपसांग की पांचों पेट्रोलिंग प्वाइंट पर जिसमें PP10 , PP11, 11A , PP12 और PP13 पेट्रोलिंग की कार्रवाई को पूरा कर लिया गया है. डेपसाँग में दो प्वाइंट में से एक पर तो सेना ने अपनी गश्त को पूरा किया. जबकि एक पर एक दो दिन में पूरा हो जाएगा. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ससंद में LAC पर दिए बयान में साफ किया था, कि पहले स्टेप डिसएंगेजमट का पूरा हो गया है और पेट्रोलिंग की प्रक्रिया जारी है.
एसे शुरू हुई पेट्रोलिंग
देपसांग और डेमचॉक में गतिरोध खत्म करने को लेकर भारत और चीन के बीच 21 अक्टूबर को सहमति बनी. विदेश मंत्रालय की तरफ से किया गया एलान. 23 अक्टूबर से इन दोनों इलाकों में दोनों सेनाओं ने टेंट और अस्थायी निर्माण को हटाना शुरू किया. 31 अक्टूबर को फाइनल वेरिफिकेशन के लिए साझा पेट्रोलिंग हुई. और 1 नवंबर को दोनों देशों ने अपनी अपनी अलग पेट्रोलिंग शुरू की. 4 नवंबर को सेना ने बयान जारी कर के देपसांग की पहली पेट्रोलिंग पूरी होने की जानकारी दी
अब बफर ज़ोन की बारी
पूर्वी लद्दाख में 2020 के बाद से बने सभी फ्रिक्शन प्वाइंट से डिसएंगेजमट पूरा हो चुका है. पेट्रोलिंग तो डेमचोक और डेपसांग में हुई लेकिन जो बफर ज़ोन बन गए थे, मसलन पौंगोंग, गलवान के पीपी-14 , गोगरा और हॉट स्प्रिंग एरिया में डिसइंगेजमेंट सबसे पहले हुआ. लेकिन पेट्रोलिंग शुरू नहीं की गई थी. लेकिन अब डेमचोक और डेपसांग के बाद इन इलाकों में भी पेट्रोलिंग की शुरुआत हो सकती है. इस पर बातचीत के बाद ही फैसला होगा. बफर ज़ोन में पेट्रोलिंग शुरू होने के बाद अप्रैल 2020 से पहले की स्थिति आ जाएगी.
LAC पर तनाव कम करने के 3 स्टेप
LAC बचे बफर जोन पर तो चर्चा जारी है. साथ ही डी एस्कीलेशन यानी सैनिकों के जमावड़े को कम करने को लेकर चर्चा शुरू करने के संकेत दिए जा रहे हैं. LAC पर तनाव को कम करने के लिए तीन चरणों के तहत काम होना है. पहला है डिसएंगेजमट यानी की आमने सामने के फेसऑफ की स्थिति से बाहर आना जो कि पूरा हो चुका है. दूसरा है डी एस्किलेशन यानी की LAC पर सेना के जमावड़े को कम कर अपने अपने इलाके के डेप्थ एरिया में भेजना. तीसरा है डी इंडक्शन यानी की 2020 में तनाव के दौरान देश के अलग अलग हिस्सों से LAC पर भेजी गई सैन्य टुकड़ियों को वापस उनकी यूनिट में भेजा जाए. ये सभी प्रक्रिया तब पूरी हो सकेंगी जब चीन पर भारत का भरोसा पूरी तरह से क़ायम हो जाए. चूँकि सभी ये जानते हैं कि चीन की फ़ितरत कैसी है. लेहाजा भारत भी बहुत सधे हुए कदमों के साथ फ़ैसले ले रहा है.
Tags: India china issue, India china ladakh, LAC India ChinaFIRST PUBLISHED : December 5, 2024, 11:59 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed