अबू सलेम को सता रहा मौत का डर क्‍यों किया गया नासिक जेल में शिफ्ट जानें

अबू सलेम 1995 मुंबई बम धमाकों के मामले का दाषी है और उम्र कैद की सजा काट रहा है. साल 2005 में भारतीय सुरक्षा एजेंसियां अबू सलेम को पुर्तगाल से प्रत्‍यर्पण कर भारत लाई थी. नवी मुंबई की जेल में लंबा समय बिताने के बाद अब उसे नासिक शिफ्ट किया जा रहा है.

अबू सलेम को सता रहा मौत का डर क्‍यों किया गया नासिक जेल में शिफ्ट जानें
हाइलाइट्स अबू सलेम मुंबई 1993 बम धमाकों का दोषी है. 2005 में अबू सलेम को प्रत्‍यर्पण का भारत लाया गया था. 2017 में सलेम को मुंबई बम धमाकों में उम्र कैद की सजा सुनाई गई. नई दिल्‍ली. 1993 मुंबई बम ब्‍लास्‍ट के मामले में दोषी गैंगस्‍टर अबू सलेम को गुरुवार को नवी मुंबई की तलोजा जेल से नासिक शिफ्ट किया गया. कड़ी सुरक्षा के बीच सुबह करीब साढ़े 11 बजे उन्‍हें एक जेल से दूसरी जेल में ले जाया गया. साल 2005 में भारतीय सुरक्षा एजेंसियां अबू सलेम को पुर्तगाल से प्रत्‍यर्पण कर भारत लाई थी. साल 2017 में उसे मुंबई बम धमाकों के मामले में ट्रायल कोर्ट ने दोषी करार देते हुए उम्र कैद की सजा सुनाई दी. अब सलेम को एक जेल से दूसरी जेल में शिफ्टिंग के पीछे हत्‍या की साजिश नजर आ रही है. उसे डर है कि नासिक जेल में उसे मरवा दिया जाएगा. यही वजह है कि उसने बॉम्‍बे हाईकोर्ट में याचिका लगाकर. इस याचिका में उसने कहा कि उसकी सजा की अवधि तो पूरी होने वाली है. ऐसे में ठीक पहले उसे इस तरह एक जेल से दूसरी जेल से शिफ्ट करने के पीछे सरकार की साजिश उसकी हत्‍या करवाने की है. नासिक जेल में क्‍यों शिफ्ट हुआ अबे सलेम? अब मन में यह सवाल उठना लाजमी है कि इतने सालों तक नवी मुंबई की तलोजा जेल में समय बिताने के बाद अचानक सलेम को नासिक क्‍यों शिफ्ट किया जा रहा है. इसकी वजह है जेल में होने वाला मरम्‍मत का काम. जेल अथॉरिटी की तरफ से कोर्ट में याचिका लगाकर सलेम को शिफ्ट करने का अनुरोध किया गया था. बता दें कि जब सलेम की याचिका न्यायमूर्ति ए एस गडकरी और नीला गोखले की खंडपीठ के समक्ष सुनवाई के लिए आई तो खंडपीठ ने बिना कोई कारण बताए सुनवाई से खुद को अलग कर लिया. याचिका को दूसरी खंडपीठ के समक्ष रखा जाएगा. कमांडो की देख रेख में नासिक पहुंचा सलेम… नवी मुंबई पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने गुरुवार को सलेम को तलोजा जेल से बाहर निकाला और उसे कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच एक वाहन में नासिक ले जाया जा रहा है. उन्होंने कहा, “चूंकि सलेम एक हाई-प्रोफाइल कैदी है, इसलिए उसे तलोजा से नासिक तक सुरक्षित पहुंचाने के लिए हर एहतियात बरती गई है. पुलिस टीम में एक इंस्पेक्टर, कमांडो और जेल विभाग के पुलिस कर्मचारी शामिल हैं. ठाणे और नासिक दोनों जिलों के शहरी और ग्रामीण इलाकों समेत पूरे रास्ते पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है.” Tags: Abu Salem, Mumbai News, Nashik newsFIRST PUBLISHED : July 4, 2024, 15:55 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed