रेमल ने खूब बरपाया कहर कोलकाता में सड़कों पर लबालब पानी फोटो में देखें तबाही

Cyclone Remal Live: साइक्लोन रेमल बंग्लादेश से बंगाल पहुंच चुका है. साइक्लोन रेमल की रविवार रात को बंगाल के तटों पर लैंडफॉल हुई. जब यह बंगाल के तट पहुंचा, इस दौरान हवा की रफ्तार 135 किमी प्रति घंटे थी. रविवार रात बंगाल में रेमल के दस्तक देते ही कोलकाता में सड़कों और घरों में पानी भर गया है. (फोटो AP)

रेमल ने खूब बरपाया कहर कोलकाता में सड़कों पर लबालब पानी फोटो में देखें तबाही
राजकोट. गुजरात के राजकोट शहर में ‘टीआरपी गेम जोन’ में लगी भीषण आग कई परिवारों को जिंदगी भर का दुख दे गई. इस हादसे में कम से कम 32 लोगों की मौत हो गई. मरने वालों में एक नया शादीशुदा जोड़ा भी शामिल है. इसके अलावा एक पूरा परिवार भी लगभग खत्म हो गया. इस हादसे में जान गंवाने वालों में 26 साल का विवेक और 24 वर्षीय खुशाली दुसारा भी शामिल हैं. इन दोनों की दो महीने पहले ही शादी हुई थी. इसके अलावा मृतकों में विवेक की एक रिश्तेदार तीशा भी शामिल थीं. रात भर आस देखता रहा परिवार गिर सोमनाथ जिले में उनके परिवार को रात भर नींद नहीं आई, क्योंकि उनका कोई पता नहीं चल रहा पा रहा था. उनसे फोन पर बात भी नहीं पाने से परिवार की टेंशन बढ़ गई थी. रविवार को उन्हें इन लोगों की मौत का पता चला, जिसके बाद परिवार राजकोट के लिए रवाना हुआ था. यह भी पढ़ें- 1000 लीटर पेट्रोल, 2000 लीटर डीजल, ऊपर चल रहा था वेल्डिंग का काम… आग से मानो खेल रहा था गेम जोन वीकेंड पर घूमने निकला जडेजा परिवार भी शनिवार को इस गेम जोन में मौजूद था, तभी वहां आग लग गई, जिसमें परिवार के 5 लोगों की मौत हो गई. 42 साल के विरेंद्र सिंह जडेजा की बेटी देविकाबा जडेजा बताती हैं, ‘मेरे पिता आग लगने के बाद मेरे भाई और तीन रिश्तेदारों को बचाने के लिए गेम जोन की ऊपरी मंजिल पर गए थे. उसके बाद से उनका कोई पता नहीं चल पाया है.’ पांचों लोगों को मान लिया गया मृत देविकाबा जडेजा ने कहा कि उनके परिवार के जो पांच लोग लापता हैं, उन सभी को मृत मान लिया गया है. इनमें से 10 से 15 साल की उम्र के तीन बच्चे भी शामिल हैं. गेम जोन में हुई उस त्रासदी को याद करते हुए उन्होंने कहा, ‘मेरे माता-पिता, भाई और मेरे मामा का परिवार गेम जोन में गए थे, जबकि हम लोग कुछ पीने के लिए एक रेस्तरां में रुक गए थे. मेरे दो भाई और बहन ट्रैम्पोलिन पर खेलने के लिए ऊपरी मंजिल पर गए थे.’ देविकाबा ने कहा, ‘जब आग लगी तो हम रेस्तरां में बैठे थे. मेरे पिता और मामा दौड़कर वहां पहुंचे, जहां मेरे भाई और बहन ट्रैम्पोलिन खेल रहे थे. तभी वहां धमाका हुआ और कोई भी बच नहीं सका.’ उन्होंने दावा किया कि गेम जोन में आग बुझाने के लिए कोई उपकरण नहीं था और कोई ‘फायर अलार्म’ सुनाई नहीं दिया. राजकोट के कलेक्टर प्रभाव जोशी ने कहा कि त्रासदी में 32 लोगों की मौत हो गई. आग में झुलसने के कारण मृतकों के शवों की पहचान मुश्किल हो रही है. इसलिए सभी पीड़ितों के डीएनए सैंपल रविवार तड़के एयर एम्बुलेंस से गांधीनगर स्थित फॉरेंसिक लैब भेजे गए हैं. Tags: Fire incident, Rajkot newsFIRST PUBLISHED : May 27, 2024, 09:00 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed