इस पर्वत के दर्शन मात्र से पूरी हो सकती है मनोकामना जानें इसका इतिहास
इस पर्वत के दर्शन मात्र से पूरी हो सकती है मनोकामना जानें इसका इतिहास
Chitrakoot News: वैसे तो धर्म नगरी चित्रकूट में बहुत ही प्राचीन पर्वत और गुफाएं हैं. ऐसे में यहां पर एक धनुषाकार चमत्कारी पर्वत है. कहा जाता है कि इस पर्वत का दर्शन करने से ही भक्तों की सारी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं.
चित्रकूट: अभी तक आप ने बहुत से पहाड़ों और पर्वतों को देखा होगा. आज के दौर में लोग इन पहाड़ों पर जाना भी पसंद करते है. ऐसे में आज हम एक ऐसे चमत्कारी पर्वत के बारे में आप को बताने जा रहे हैं. जिसको सच्चे मन से निहारने मात्र से ही लोगों का कष्ट दूर हो जाता है. यहां लोगो की मांगी हर मनोकामनाएं भी पूरी हो जाती है.
पर्वत को निहारने से पूरी होती है मनोकामना
हम बात कर रहे हैं, धर्म नगरी चित्रकूट की. जहां प्रभु श्री राम ने अपने वनवास काल के साढ़े ग्यारह साल यहां व्यतीत किए थे. ऐसे ने उनका अधिकतर समय इस परिक्रमा मार्ग में स्थित पर्वत पर व्यतीत होता था.
अगर इस कामदगिरि पर्वत की मान्यता की बात करें तो इस पर्वत में आज भी प्रभु श्री राम का वास है. माना जाता है कि इस पर्वत को सच्चे मन से देखने पर ही भक्तों के सारे कष्ट और मनोकामनाएं पूरी हो जाती है. इस पर्वत के दर्शन के लिए भक्त दूर-दूर से आते हैं और कामतानाथ पहुंचकर इस पर्वत के दर्शन करते हैं.
महंत ने दी जानकारी
चित्रकूट के महंत दिव्य जीवन दास महराज ने बताया कि यह पर्वत प्रभु श्री राम की अद्भुत कृपा से कामतानाथ की कामनाओं को प्रदान करने के लिए है. इनके अवलोकन मात्र से ही जो व्यक्ति के पाप व संताप होते हैं. वह नष्ट हो जाते हैं और उनकी इच्छाओं की संपूर्ण पूर्ति भी कामतानाथ पर्वत करते हैं.
धनुषाकार दिखता है यह पर्वत
उन्होंने बताया कि इस पर्वत में भगवान श्री राम ने भी काफी दिनों तक निवास किया था. आज भी इस पर्वत के दर्शन के लिए भक्त देश के कोने-कोने से आते हैं और अपनी इच्छा की पूर्ति के लिए इस कामदगिरि पर्वत के दर्शन पूजन करते हैं. माना जाता है कि भगवान श्री राम का आज भी इस पर्वत पर आशीर्वाद है, इसलिए यह पर्वत धनुषाकार भी दिखता है.
Tags: Chitrakoot News, Local18, Religion, Religion 18FIRST PUBLISHED : August 29, 2024, 11:23 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed