क्यों नीतीश की मिमिक्री करने वाला हुआ सस्पेंड लेकिन जगदीप धनखड़ मामले में

Nitish Kumar Mimicry: नीतीश कुमार पर मिमिक्री करना राजद एमएलसी सुनील कुमार सिंह को भारी पड़ गया. इस मामले में जांच समिति का गठन किया गया था. घटना सं संबंधित वीडियो की जांच करने पर आरोप सही पाए गए, जिसके बाद राजद सदस्य के खिलाफ कार्रवाई की गई.

क्यों नीतीश की मिमिक्री करने वाला हुआ सस्पेंड लेकिन जगदीप धनखड़ मामले में
नई दिल्ली. बिहार विधानपरिषद में शुक्रवार को उस वक्त माहौल बदला-बदला नजर आया, जब राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सदस्य सुनील कुमार सिंह की सदस्यता इस वजह से समाप्त कर दी गई क्योंकि उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मिमिक्री की थी. विधानपरिषद में सभापति ने राजद सदस्य के निलंबन की घोषणा की. पिछले साल दिसंबर में ऐसी ही एक और घटना हुई थी, जहां राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ की मिमिक्री की गई थी, लेकिन उस वक्त मिमिक्री करने वाले की सदस्यता नहीं गई थी. हालांकि, बिहार विधानपरिषद वाले मामले में ऐसा नहीं हुआ और राजद सदस्य को दो दिनों के लिए अपनी सदस्यता गंवानी पड़ी. लेकिन क्या आपको पता है कि एक ही घटना के लिए दो अलग-अलग परिणाम सामने क्यों आए? ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि तृणमूल कांग्रेस के सांसद कल्याण बनर्जी ने जब राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ की मिमिक्री की थी, उस वक्त वे सदन के बाहर थे, लेकिन बिहार के मामले में ऐसा नहीं हुआ. राजद सदस्य ने सदन के भीतर ही सीएम नीतीश कुमार की मिमिक्री की, जिसका खामियाजा उन्हें निलंबन के तौर पर भुगतना पड़ा. उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की अवमानना पिछले साल दिसंबर में संसद की कार्यवाही के दौरान 100 से ज्यादा विपक्षी सांसदों के निलंबन के बाद संसद के बाहर धरना-प्रदर्शन के वक्त तृणमूल सांसद कल्याण बनर्जी ने सभापति जगदीप धनखड़ की मिमिक्री थी, जिससे काफी विवाद उत्पन्न हो गया था. राहुल गांधी ने इसका वीडियो भी बनाया था, जिसके बाद वे भी निशाने पर आ गए थे. धनखड़ ने अपनी मिमिक्री को जाट बिरादरी, सांविधानिक पद और किसान परिवार का अपमान बताया था. मिमिक्री की इस घटना के बारे में जगदीप धनखड़ ने खुद को पीड़ित बताया था और कहा था कि सभी अपमान सहने के बावजूद किसी को सेवा के रास्ते से कभी नहीं हटना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि किसी को भी दूसरों के नजरिये को जगह देनी चाहिए. मगर जब दूसरे उनको रास्ते से हटाने के इरादे से विचार पेश करते हैं तो लोगों को अपनी रीढ़ की ताकत दिखानी चाहिए. गौरतलब है कि जब धनखड़ उपराष्ट्रपति का पद संभालने से पहले पश्चिम बंगाल के राज्यपाल के रूप में कार्यरत थे, तब तृणमूल कांग्रेस पार्टी के नेताओं और धनखड़ के बीच संबंधों में गिरावट आई थी. Tags: Jagdeep Dhankhar, Nitish kumar, RJD newsFIRST PUBLISHED : July 26, 2024, 16:26 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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