एलन मस्क का क्या है मणिपुर लिंक कैसे पहुंचा स्टारलिंक मणिपुर तक

Elon musk link : एलन मस्क टावर की जगह सैटेलाइट से इंटरनेट की सुविधा दे रहे हैं. भारत में अभी ये आधिकारिक तरीके से तो आया नहीं. लेकिन गैरकानूनी तरीके से आना शुरु हो चुका है. म्यांमार की पकड़ी गई बोट से स्टार लिंक मिला था तो अब म्यांमार से लगते मणिपुर में भी स्टारलिंक मिला है.

एलन मस्क का क्या है मणिपुर लिंक  कैसे पहुंचा स्टारलिंक मणिपुर तक
Manipur news : पीछले डेढ़ साल से मणिपुर में हिंसा जारी है. शुरुआती दौर में तो पुलिस कर्मियों के हथियारों की लूट भी हुई. जिन्हें अब तक सुरक्षाबल सर्च ऑपरेशन में बरामद कर रहे हैं.  खुफिया रिपोर्ट के आधार पर सेना, असम रायफल और मणिपुर पुलिस ने एक सर्च ऑपेरशन शुरु किया था. मणिपुर के चुराचंदपुर, चंदेल, इंफाल ईस्ट और कांगपोक्पी जिलों के हिल और वैली के इलाकों से कुल 29 हथियारों की बरामदी हुई. लेकिन जिसे देख कर सुरक्षाबलों की आँखें फटी की फटी रह गई. वह था स्टारलिंक सैटेलाइट ब्रॉडबैंड कम्यूनिकेशन डिवाइस. यह डिवाइस एलन मस्क की कंपनी का है. सर्च में एक रिसीवर, 20 मीटर लंबी केबल और एक राउटर बरामद हुआ. उस डिवाइस के राउटर पर RFP/PLA लिखा था. यह डिवाइस का संबंध मणिपुर में सक्रिय उग्रवादी संगठन पीपल्स लिब्रेशन आर्मी से हो सकता है. यह सुरक्षाबलों के लिए चिंता का सबब है. म्यांमार से मणिपुर आने का शक मणिपुर में इंटरनेट पर लगे प्रतिबंध के चलते कम्युनिकेशन प्रभावित है. सैटेलाइट उपकरणों का इस तरह के प्रतिबंधों का कोई असर नहीं होता. माना ये जा रहा है कि यह उपरण उग्रवादी संगठनों तक म्यांमार से पहुंचा होगा. भारत म्यांमार बॉर्डर खुला हुआ है. कुछ किलोमीटर छोड़ दिया जाए तो बाकी पूरी सीमा में कोई कंटीली बाड़ नहीं है. जिसके चलते स्मगलिंग करना आसान है. सुरक्षा एजेंसियाँ यह पता लगाने में जुटी हैं कि यह डिवाइस मणिपुर तक कैसे पहुँचा. बड़े पैमाने पर इस तरह के कम्यूनिकेशन उपकरण म्यांमार में उग्रवादी संगठन इस्तेमाल कर रहे है. जितने भी उग्रवादी संगठन मणिपुर में सक्रिय हैं वह म्यांमार में भी सक्रीय है. कैसे काम करता है सैटेलाइट इंटरनेट डिवाइस स्टारलिंक एक सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस है. यह पारंपरिक मोबाइल टावरों के बजाय सैटेलाइट के नेटवर्क का इस्तेमाल करती है. सामान्य तौर पर भारत में टेलीकॉम कंपनियां इंटरनेट और वॉयस सर्विस देने के लिए टावरों का इस्तेमाल करती हैं, जबकि स्टारलिंक सैटेलाइट से जुड़ा होता है. रिपोर्ट के मुताबिक़ इस तरह का डिवाइस इससे पहले भी बरामद किया जा चुका है. नवंबर में कोस्ट गार्ड ने म्यांमार की एक बोट अंदमान के पास पकड़ी थी. जिसमें 5500 किलों मेटाफेटामाईन ड्रग बरामद हुई थी. उसमें से भी एक स्टारलिंक मिनी सैटेलाइट कम्यूनिकेशन डिवाइस बरामद हुआ था. हांलाकि एलन मस्क ने इस बरामदगी पर सोशल मीडिया X पर लिखा है. यह गलत है. भारत के उपर सैटेलाइट बीम अभी बंद है. स्टारलिंक डिवाइस की म्यांमार से यह दूसरी एंट्री स्टारलिंक अभी भारत में सौटेलाइट ब्रॉडबैंड सेवा शुरू करने के लिए लाइसेंस लेने की प्रक्रिया में है. लेकिन उससे पहले ही उसके यह डिवाइस भारत में उग्रवादियों और तस्करों के पास से बरामद होने लगे है. अंदमान में म्यांमार के तस्करों से बरामद किए गए स्टार लिंक मिनी का इस्तेमाल म्यांमार से निकलते ही शुरू किया था. रिपोर्ट के मुताबिक वह अंदमान तक पहुंचने तक उसका इस्तेमाल करते रहे. मणिपुर में भी हिंसा के चलते इंटरनेट पर पाबंदी है. एसे में वहा के उग्रवादी संगठन स्टार लिंक का इस्तेमाल या तो म्यांमार में अपने साथियों के साथ संपर्क साधने के लिए कर रहे होंगे या फिर कई और भी स्टार लिंक डिवाईस मणिपुर में मौजूद हो सकते हैं. Tags: Elon Musk, Manipur, Manipur latest news, Manipur PoliceFIRST PUBLISHED : December 18, 2024, 09:56 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed